होली की मस्ती बनाएं रखें, सुरक्षित होली खेलें

Share:

होली को रंगों का त्यौहार भी कहते हैं। होली के अभिन्न अंग हैं रंग, लोगों का एक दूसरे के साथ मिलना जुलना और होली के व्यंजनों का सेवन। होली का एक और पहलू भी हैं। हानिकारक रंग, लंबे समय तक गीले रहना, त्वचा पर हानिकारक रसायन का लगना।
इस वर्ष आप होली कोरोना काल में खेलेंगे, ऐसे में जरा सोचिए पानी से खेलना, काफी लोगों के बीच में जाना और अनेक लोगों को छूना। अगर आपने होली खेलने का मन बना ही लिया है तो कुछ बातोें का ख्याल रखें।

होली पर बालों की सुरक्षा

– बाहर जाने से पहले अपने सिर पर अच्छी तरह से तेल लगाएं, ताकि रंग आपके सिर की त्वचा अर्थात खोपड़ी से चिपक न जाए। सर पर अच्छे से तेल की मालिश करें जिससे की आपके सर की त्चचा तेल को सोख ले।
– बालों को अच्छे से बांध लें। हो सके तो जूड़ा बना लें।
– यदि आप चाहें तो सिर पर स्कार्फ बांध सकती हैं।
– अपने सर पर अधिक देर तक रंग को लगे रहने मत दें। बालों के गीला रहते ही उसको धो डालें।
– बहुत सारा रासायनिक शैम्पू लगाने के स्थान पर गेहूं के आटे के पाउडर और नींबू का प्रयोग करें।

त्वचा की सुरक्षा
– बालों की तरह ही मुंह, हाथ एवं शरीर के अन्य खुले स्थानों पर भी तेल लगाएं।
– सन स्क्रीन का प्रयोग अवश्य करें।
– रंगों से नाखूनों की रक्षा अति आवश्यक है। अगर नाखून बड़े हैं तो उन्हें काटकर छोटा करें और उन पर अच्छे से पाॅलिश लगाएं ताकि रंगों से आपके नाखून सुरक्षित रहें।
– आंखों और आंखों के आसपास की त्वचा की सुरक्षा के लिए धूप का चश्मा लगाएं।
– कानों के भीतर गहराई में रंग न चले जाएं इसके लिए रूई का एक टुकड़ा कान में डाल लें।
– त्वचा से रंग निकालते वक्त त्वचा के साथ कठोर न बनें।
– गुनगुने पानी से मुंह धोएं, उसके पश्चात सेंधा नमक, ग्लिसरीन एवं सुगंधित तेल को मिलाकर उसका प्रयोग करें।
– रंग निकालने के पश्चात त्वचा पर माॅइश्चराइजर अवश्य लगाएं।

सामान्य सावधनियां
– बाहर जाते समय अधिक मात्रा में पानी पीयें। धूप में अधिक देर तक रहने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जो होली की मस्ती पर पानी फेर देगा।
– पहले से जानने की कोशिश करें कि आपके साथ जो होली खेलने आ रहे हैं उनमें सर्दी, जुकाम या बुखार के कोई लक्षण तो नहीें है।
– ठंडे पानी से होली खेलने पर फ्लू होने की संभावना रहती है अतः गुनगुने पानी से होली खेलें।
– कुछ खाने से पहले हाथ अवश्य धो लें, ताकि रंग खाने के साथ आपके पेट में न जाए। खाद्य वास्तुओं को होली खेलने के स्थान से दूर रखें।
– पानी की बचत करने के लिए पिचकारी का प्रयोग करें, रंग भरी बाल्टी एक दूसरे पर डालेंगे तो बहुत पानी लगेगा। पानी की बचत भी बहुत आवश्यक है।
– आपात स्थिति के लिए फ्रस्ट एड किट होली खेलते समय अपने करीब रखें।

रंग
– रासायनिक रंगों के स्थान पर प्राकृतिक रंगों से होली खेलों।
– यदि बाजार में विश्वसनीय दुकान न हो तो घर पर ही प्राकृतिक रंग बनाएं।
– घर में हल्दी, चंदन और मेहंदी की सहायता से आप ऐसे रंग बनाएं जो त्वचा के अनुकूल हो।
– फूलों से भी आप घर पर रंग बना सकतीे है।
– चना, हल्दी, दही और गुलाबजल से आप स्क्रब बना सकती हैं।


Share: