कोलकाता, 15 मार्च । राज्य के पूर्व मंत्री श्यामाप्रसाद मुखर्जी, शुभेन्दु अधिकारी के साथ अमित शाह की उपस्थिति में दो महीने पहले ही भाजपा में शामिल हुए थे। भाजपा कार्यकरताओ ने श्यामाप्रसाद बाबू को पार्टी में लेने के किए विरोध भी किया। आरोप था कि पूर्व मंत्री भाजपा में टिकट पाने की उम्मीद में भीड़ लगा रहे है। लेकिन भाजपा ने विधानसभा चुनाव में श्यामाप्रसाद को टिकट नहीं दिया। श्यामाप्रसाद मुखर्जी क्रोधित हो गए। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने के लिए सोमवार को दुर्गापुर रेजीडेंसी में पत्रकारों के साथ बात करते हुए आरोप भाजपा पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि साढ़े तीन करोड़ रुपये में टेंडर हो चुके हैं। टिकट बिक गए हैं। श्यामाप्रसाद यह जाने के बाद पलट वार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा बड़ी रकम के बदले विधानसभा की टिकट दे रही है। उन्होंने यह भी दावा किया कि दो दिन पहले भाजपा में शामिल हुए तन्मय घोष को विष्णुपुर में उम्मीदवार बनाया गया है। टिकट मोटी रकम में बेचे जा रहे हैं। उनसे पूछे जाने पर कि क्या वह वापस तृणमूल कांग्रेस में लौट रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि वह आज से ममता बनर्जी से मिले। वह घायल हैं इसलिए उसने मिलने आए हैं। श्यामाप्रसाद ने साफ किया पंजीकृत होने के बावजूद उन्होंने कोई सदस्यता नहीं ली।