खबर रायबरेली:विश्व जनसंख्या दिवस (11 जुलाई) को शुरू होगा आशीर्वाद अभियान

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जतिन कुमार चतुर्वेदी

नवदंपतियों में परिवार नियोजन के साधनों की ग्राह्यता बढ़ाने और उनसे संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से विश्व जनसँख्या दिवस पर 11 जुलाई को 284 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर आशीर्वाद अभियान” शुरू किया जाएगा |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीरेंद्र सिंह बताते हैं कि आशीर्वाद अभियान का उद्देश्य समुदाय में परिवार नियोजन की जागरूकता और स्वीकार्यता को बढ़ाना है | आशीर्वाद अभियान के तहत उन नवविवाहित दम्पति को लक्षित किया जाएगा, जिनका विवाह पिछले एक साल के अन्दर हुआ है। ऐसे दम्पति को समुचित सेवाओं का लाभ, जाँच और संभावित उच्च जोखिम गर्भावस्था (हाई रिस्क प्रेगनेंसी) वाली महिलाओं को चिन्हित किया जाएगा। इसके साथ ही इनको गर्भावस्था के दौरान होने वाली संभावित दिक्कतों से बचाव, जरूरी सावधानी, जांच आदि के बारे में परामर्श दिया जाएगा । समय-समय पर इनका फालोअप भी होगा।
परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा.अरविंद बताते हैं कि वर्तमान में शादी के तुरंत बाद आशा कार्यकर्ता द्वारा नव दंपतियों को शगुन किट प्रदान की जा रही है, जिसमें सौन्दर्य प्रसाधनों के अलावा परिवार नियोजन के अस्थायी साधन और उस बारे में मार्गदर्शिका भी मौजूद होती है। इसके साथ ही आशा कार्यकर्ता शगुन किट देने के साथ ही जरूरी परामर्श भी देती हैं। इसके अलावा हर माह की 21 तारीख को स्वास्थ्य इकाइयों पर खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया जाता है। इस मौके पर भी नवविवाहित दम्पति को शगुन किट प्रदान करने के साथ ही परिवार नियोजन सेवाएं अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है।
नोडल अधिकारी ने बताया कि अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता नव विवाहित दम्पति की लाइन लिस्टिंग करेंगी | इसके साथ ही जिन नवदंपतियों को पहले शगुन किट नहीं मिली है उनके लिए शगुन किट की माँग सूची सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के समन्वय से ब्लॉक के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को उपलब्ध कराई जाएगी |
11 से 24 जुलाई के बीच इन दम्पति की हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर निर्धारित जांच होगी और शगुन किट प्रदान की जायेगी। महिला की लम्बाई और वजन की नाप ली जाएगी, ब्लड प्रेशर, खून, हीमोग्लोबिन और शुगर की जाँच की जाएगी। जाँच रिपोर्ट के आधार पर भविष्य में संभावित एचआरपी से बचाव के लिए एनीमिया, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, पोषण के बारे में परामर्श प्रदान किया जाएगा। गर्भ का पता लगाने के लिए पेशाब की भी जाँच होगी। शादी के दो साल बाद ही बच्चे की योजना बनाने के बारे में काउंसिलिंग की जायेगी और इसके लिए परिवार नियोजन के आधुनिक साधनों से सुसज्जित बास्केट ऑफ़ च्वाइस के बारे में जानकारी दी जाएगी। जाँच में गर्भवती पाए जाने पर प्रसव पूर्व जांच की सेवा देने के साथ टेली कंसल्टेशन किया जाएगा। नव दम्पति का एक माह बाद फालोअप किया जाएगा और परिवार नियोजन साधनों की निरन्तरता बनाये रखने पर ध्यान दिया जाएगा। खुशहाल परिवार दिवस पर इन दम्पति को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर लाया जाएगा ताकि समुदाय को आवश्यक लाभ मिल सके।
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी डी एस अस्थाना ने बताया कि अभियान की सफलता के लिए स्वास्थ्य विभाग आईसीडीएस, पंचायती राज, नगर निकाय के साथ जिले की सभी सहयोगी संस्थाओं की मदद ली जाएगी। अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए बैनर, माइकिंग, सारथी वाहन व अन्य जरूरी साधनों का इस्तेमाल किया जाएगा। जनपदीय अधिकारियों और कम्युनिटी हेल्थ आफिसर (सीएचओ) का अभियान के बारे में संवेदीकरण भी किया जाएगा ।


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