मोदी सरकार की खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा मात्र ढोंग : आभा सिन्हा

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डॉ अजय ओझा।

सरकार की कोई भी योजना धरातल पर नहीं दिखती।

रांची, 12 जून झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता आभा सिन्हा ने खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की घोषणा को ढोंग करार देते हुए कहा है कि मोदी सरकार घोषणा तो बड़े धूमधाम से करती है, लेकिन उन दामों पर फसलों की ख़रीद नहीं की जाती है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उनके मंत्रिमंडल ने रबी फसलों के लिए एमएसपी की काग़ज़ी घोषणा तो कर दी है लेकिन उसे ज़मीन पर नहीं उतारा जाता है। इस सरकार में घोषणा तो बड़े धूमधाम से होती है पर उन दामों पर फसलों की ख़रीद नहीं होती।

उन्होंने मोदी सरकार की हर नीति को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि यह सरकार एमएसपी की घोषणा तो कर देती है, लेकिन सच्चाई यह है कि किसान की फसल एमएसपी पर खरीदी नहीं जाती और उसे फसल की लागत पर 50 प्रतिशत मुनाफा भी नहीं मिलता।

कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए कहा, “मोदी मंत्र है- एमएसपी घोषित करो लेकिन एमएसपी दो मत। वर्ष 2022-23 में फसल उपज और फसल खरीद के तथ्य इस बात को उजागर करते हैं कि किसान को एमएसपी नहीं मिलेगा। मोदी जी एमएसपी जब देना ही नहीं है तो कागज़ पर घोषित करके वाह- वाही क्यों लूटना।”

उन्होंने कहा “मोदी जी, किसानों से दो बड़े वादे कर सत्ता में आए। किसान को लागत जमा 50 प्रतिशत मुनाफा एमएसपी के तौर पर देंगे। साल 2022 तक किसान की आय दोगुनी होगी लेकिन सीएसीपी की रिपोर्ट बताती है कि मोदी सरकार ने न ही किसी फसल पर लागत जमा 50 प्रतिशत मुनाफा पर एमएसपी निर्धारित की और न भाजपा शासित राज्यों की सिफारिश मानी।”


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