मध्य प्रदेश: सियासी जमीन पकड़ने संगठन गढ़े चलो

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देवदत्त दुबे
भोपाल। हाल ही में प्रदेश में संपन्न हुए 28 विधानसभा के उपचुनाव में दोनों ही दलों की आंखें खोल दी हैं । शुरुआती दौर में जिस तरह से कांग्रेस ने माहौल बनाया था अंतिम दौर में मैनेजमेंट की दम पर भाजपा ने भले ही संभाल लिया हो और अधिकांश सीटें जीत ली हो लेकिन भाजपा भी संगठन को मजबूत बनाने में जुट गई है। और कांग्रेस तो समझ ही गई है कि कितना भी माहौल बना लो यदि बूथ स्तर पर संगठन मजबूत नहीं है तो फिर परिणाम अनुकूल नहीं आ सकते है ।

राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा

दरअसल चुनाव प्राय दो ही स्थितियों में जीते जाते हैं, या तो किसी दल की आंधी हो या फिर बूथ स्तर पर मजबूत कार्यकर्ताओं की टीम हो । आंधी या तो सहानुभूति में चलती है, जैसे कि 1984 में इंदिरा लहर या फिर किसी सरकार के खिलाफ जबरदस्त एंटी इनकंबेंसी हो। यह सब परिस्थितियों पर निर्भर करता है, लेकिन यदि कार्यकर्ताओं की मजबूत टीम हो तो वह फिर विपरीत परिस्थितियों में भी चुनाव पार्टी को जीता देती है । यही कारण है कि प्रदेश के दोनों ही प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस एक बार फिर संगठन को मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष

बहरहाल सत्ताधारी दल भाजपा संगठन को ऊर्जावान बनाने के लिए युवाओं को पहले जिला अध्यक्ष के पदों पर मौका दिया गया और अब प्रदेश पदाधिकारी और कार्यकारिणी में भी 55 वर्ष तक के युवाओं को मौका देने के लिए नए सिरे से नामों पर विचार किया जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा पिछले दिनों जिन नामों को लेकर दिल्ली गए थे उनमें से अधिकांश 60 वर्ष से अधिक उम्र के थे जिसे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने वापस करते हुए कहा कि युवाओं को मौका देने के लिए नए सिरे से सूची बनाइए। यही कारण है कि प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा इस समय पार्टी नेताओं संगठन महामंत्री सुहास भगत के साथ विचार विमर्श कर रहे हैं। और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ चर्चा करके सूची को अंतिम रूप देंगे ।

प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा

प्रदेश कार्यकारिणी में स्थान पाने के इच्छुक कुछ नेता दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष के माध्यम से भी कोशिश कर रहे हैं । हालांकि प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का कहना है की संगठन जो तय करेगा उसी आधार पर सूची फाइनल होगी
वहीं दूसरी ओर प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस में भी नए सिरे से संगठन को खड़ा करने की कोशिश हो रही है। पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए अभी ऑनलाइन मतदान होना है और पार्टी के युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के लिए भी 70000 यूथ वोट डालकर चयन करेंगे।

प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ

संगठन को मजबूत करने के लिए प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ आज से आमूल चूल परिवर्तन करने की योजना को अंतिम रूप देंगे । उपचुनाव के दौरान जिलों में जितनी भी नियुक्तियां की गई थी उसके अनुसार पदाधिकारी परिणाम नहीं ला पाए इस कारण अधिकांश को पदों से हटाया जाएगा और नए लोगों को जिम्मेदारियां दी जाएंगी । जैसा कि शनिवार को कांग्रेस में मंदसौर जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष संदीप वर्मा युवक कांग्रेस के नेता कर्मवीर से और चेतन चौधरी को 6 साल से पार्टी के लिए निकाला इसी तरह पिछड़ा वर्ग विभाग के प्रदेश संयोजक आजाद से डबास को पार्टी से बाहर कर दिया साथ ही प्रदेश महासचिव बृजभूषण नाथ और प्रदेश प्रवक्ता स्वदेश शर्मा को भी पदों से हटाया गया इसी तरह की जानकारी जिलों से एकत्रित की जा रही है जिसमें भितरघात करने वाले पदाधिकारियों को पद मुक्त किया जाएगा।
कुल मिलाकर प्रदेश में नगरी निकाय चुनाव और त्रिस्तरीय पंचायती राज चुनाव को देखते हुए प्रदेश के दोनों प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस संगठन को पुनर्गठित और मजबूत करने में जुट गए हैं।

( सम्पूर्ण माया पत्रिका व वेबसाइटस में खबर प्रकाशित करनें हेतु आप सम्पर्क कर सकते मध्यप्रदेश ब्यूरो श्री देवदत्त दूबे जी से मोबाइल संख्या 9425171001)


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