बीजेपी ने देश में नफरत का वातावरण बना दिया है : राहुल गांधी

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डॉ अजय ओझा।

देश में बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से आम आदमी का जीना हुआ मुहाल।

कांग्रेस के महंगाई पर हल्लाबोल रैली में जुटे देश भर के कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता।

नई दिल्ली, 4 सितंबर । राहुल गांधी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे जी, केसी वेणुगोपाल जी, अशोक गहलोत जी, भूपेश बघेल जी, पवन कुमार बंसल जी, अधीर रंजन चौधरी जी, शक्ति सिंह गोहिल जी, अनिल चौधरी जी, सीडब्ल्यूसी मेम्बर्स, पीसीसी प्रेसीडेंट्स, सीएलपी लीडर्स, सीनियर नेता और हमारी पार्टी के प्यारे कार्यकर्ता, भाईयों और बहनों, आप सबका यहाँ बहुत-बहुत स्वागत, नमस्कार।

देश की हालत आपको दिख रही है। देश में क्या हो रहा है, क्या नहीं हो रहा है, आपसे नहीं छुपाया जा सकता। जब से बीजेपी की सरकार आई है, तब से देश में नफरत और क्रोध बढ़ता जा रहा है, सही है? (जनता ने कहा- हाँ)। आपको लग रहा है कि नफरत और क्रोध देश में बढ़ता ही जा रहा है, सही है न? (जनता ने फिर कहा- हां)। नफरत किसको होती है? भाईयों और बहनों, नफरत डर का एक रूप है। जिसको डर होता है, उसी के दिल में नफरत पैदा होती है। जो डरता नहीं है, जिसको डर नहीं होता है, उसके दिल में नफरत पैदा नहीं होती है। तो भाईयों और बहनों, जब हम कहते हैं हिंदुस्तान में नफरत बढ़ रही है, उसी बात को दूसरे तरीके से कहना कि हिंदुस्तान में डर बढ़ता जा रहा है। किस चीज का डर- भविष्य का डर, महंगाई का डर, बेरोजगारी का डर, ये बढ़ता जा रहा है और इसके कारण हिंदुस्तान में नफरत बढ़ती जा रही है और नफरत से क्या होता है? नफरत से लोग बंटते हैं, देश बंटता है और देश कमजोर होता है।

बीजेपी और आरएसएस के नेता देश को बांटते हैं और जानबूझकर देश में भय पैदा करते है। लोगों को डराते हैं और नफरत पैदा करते हैं। अब सवाल उठता है कि ये किसके लिए करते हैं और क्यों करते हैं? इस डर का, इस नफरत का फायदा किसको मिल रहा है? भाईयों और बहनों, क्या इस डर का फायदा, नफरत का फायदा हिंदुस्तान के गरीब आदमी को मिल रहा है? पिछले 8 साल में मुझे बता दीजिए, हिंदुस्तान के एक गरीब आदमी को, किसान को, मजदूर को, छोटे दुकानदार को नरेन्द्र मोदी जी की सरकार ने क्या फायदा दिया? पूरा का पूरा फायदा, डर और नफरत का फायदा हिंदुस्तान के दो उद्योगपति उठा रहे हैं। आप बाकी उद्योगपतियों से भी पूछ लो, वो भी आपको बताएंगे कि पिछले 8 साल में हमारा कोई फायदा नही हुआ, सिर्फ दो व्यक्तियों का फायदा हुआ है और देखने को मिल रहा है। चाहे एयरपोर्ट हो, चाहे पोर्ट हो, चाहे सड़कें हों, सब कुछ, सेलफोन, तेल, सब कुछ इन्हीं दो व्यक्तियों के हाथ में जा रहा है। मीडिया देश को डराती है। नफरत पैदा होती है और फिर पूरा का पूरा फायदा बीजेपी दो लोगों को दे रही है।

आप देखिए, नरेन्द्र मोदी जी ने नोटबंदी की। नोटबंदी से गरीबों का फायदा हुआ? (जनता ने कहा- नहीं) गरीबों की जेब से पैसा निकाला, गरीबों को कहा, काले धन के खिलाफ़ लड़ाई है और फिर कुछ ही महीनों बाद आपने देखा कि जो आपकी जेब में से पैसा निकाला गया था, लाखों करोड़ रुपया, देश के सबसे बड़े उद्योगपतियों का कर्जा माफ किया गया। किसान का कर्जा माफ नहीं करेंगे। किसान के खिलाफ तीन काले कानून लाएंगे। कहेंगे कि ये कानून किसानों के फायदे के लिए है। अगर किसानों के फायदे के लिए है, तो पूरे देश में किसान विरोध में क्यों खड़ा है? सड़कों पर क्यों उतरा? आपके खिलाफ क्यों खड़ा है? ये तीन कानून किसानों के लिए नहीं थे, ये तीन कानून उन्हीं दो उद्योगपतियों के लिए थे और हिंदुस्तान के किसान को ये बात एकदम समझ आ गई, इसलिए हिंदुस्तान का कानून, हिंदुस्तान का किसान सड़क पर आकर खड़ा हो गया और उसने नरेन्द्र मोदी जी को अपनी शक्ति दिखा दी और जब नरेन्द्र मोदी जी को पता लगा कि हिंदुस्तान के किसान की शक्ति मेरे खिलाफ खड़ी है, तो नरेन्द्र मोदी जी ने वहीं कानून रद्द कर दिए।

यही बात जीएसटी के साथ हुई। कांग्रेस पार्टी एक दूसरी जीएसटी लाना चाहती थी। बीजेपी ने जीएसटी को बदला, पांच अलग-अलग टैक्स और जबरदस्त चोट, जो छोटे दुकानदार हैं, स्मॉल और मीडियम साइज बिजनेस वाले हैं, मजदूर हैं, किसान है, उन पर चोट मारी और आज हालत क्या है और यहाँ इस स्टेज से बोलना, ये बोलना मुझे अच्छा नहीं लग रहा है, मगर आज हिंदुस्तान की हालत ये है कि अगर देश चाहता भी है, तो देश अपने युवाओं को रोजगार नहीं दे पाएगा, क्यों?

भाईयों और बहनों, देश को रोजगार ये दो उद्योगपति नहीं देते हैं। देश को रोजगार स्मॉल और मीडियम बिजनेस वाले देते हैं। देश को रोजगार किसान देते हैं और इन लोगों की रीढ़ की हड्डी नरेन्द्र मोदी जी ने तोड़ दी है। तो आज जो इस देश को रोजगार दे सकते थे, वो इस देश को रोजगार नहीं दे सकते हैं और बेरोजगारी, जो आज आपको बेरोजगारी दिख रही है, वो आने वाले समय में और भी बढ़ेगी। एक तरफ आपको बेरोजगारी की चोट लग रही है और दूसरी तरफ महंगाई की।

मेरे पास आंकड़े हैं, 2014 में एलपीजी का सिलेंडर 410 रुपए का था, आज 1,050 रुपए का है। पेट्रोल- 70 रुपए लीटर, आज तकरीबन 100 रुपए लीटर; डीजल- 55 रुपए लीटर, आज- 90 रुपए लीटर; सरसों का तेल- 90 रुपए लीटर, आज- 200 रुपए लीटर; दूध- 35 रुपए लीटर, आज- 60 रुपए लीटर; आटा- 22 रुपए, आज- 40 रुपए किलो। तो एक तरफ आपको बेरोजगारी से चोट लग रही है औऱ दूसरी तरफ जबरदस्त महंगाई।

भाईयों और बहनों, हिंदुस्तान ने ऐसी महंगाई कभी नहीं देखी। नरेन्द्र मोदी जी कहते थे, 70 साल में क्या किया कांग्रेस पार्टी ने- 70 साल में कांग्रेस पार्टी ने इतनी महंगाई हिंदुस्तान को नहीं दिखाई। तो हिंदुस्तान का आम नागरिक बहुत मुश्किल में है। बहुत दर्द सह रहा है और जब विपक्ष इन बातों को पार्लियामेंट में उठाना चाहता है, तो नरेन्द्र मोदी जी और उनकी सरकार विपक्ष को पार्लियामेंट में बोलने नहीं देती। चाहे किसानों का मुद्दा हो, चाहे चीन का आक्रमण, जो हुआ है, उसकी बात करना चाहें, बेरोजगारी की बात करना चाहें, महंगाई की बात करना चाहें, हम नहीं कर सकते। पार्लियामेंट में नहीं कर सकते और आप देखिए, यहाँ हमारे मीडिया के मित्र हैं, इनका काम जो जनता के मुद्दे हैं, उनको उठाने का होता है, मगर ये भी अपना काम नहीं करते हैं, 24 घंटे। ये कैसे करेंगे, ये मीडिया, उन्हीं दो उद्योगपतियों का मीडिया है। पूरा का पूरा मीडिया उन्हीं दो उद्योगपतियों के हाथ में है, तो सच्चाई कैसे दिखेगी, सच्चाई कैसे सुनाई देगी? जनता को सब मालूम है, जनता घर में टीवी ऑन करती है और जनता जानती है कि टीवी किसका है और टीवी किसके लिए काम कर रहा है? टीवी दो उद्योगपतियों का है, अखबार दो उद्योगपतियों के हैं और ये दो उद्योगपति नरेन्द्र मोदी के लिए 24 घंटे काम करते हैं औऱ नरेन्द्र मोदी जी इनके लिए 24 घंटे काम करते हैं। देश में बेरोजगारी, देश में महंगाई और देश का पूरा का पूरा धन दो उद्योगपतियों के हाथ में, एक तरफ मीडिया का कंट्रोल, दूसरी तरफ प्रधानमंत्री पर कंट्रोल।

अभी किसी ने कहा, नरेन्द्र मोदी जी प्रधानमंत्री हैं, मगर मैं आपको एक गारंटी दे सकता हूँ, नरेन्द्र मोदी जी प्रधानमंत्री हैं मगर उन दो उद्योगपतियों के बिना नरेन्द्र मोदी जी प्रधानमंत्री नहीं हो सकते, मीडिया के समर्थन के बिना नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं हो सकते और जो हिंदुस्तान के इंस्टीट्यूशन्स हैं, चाहे मीडिया हो, चाहे प्रेस हो, चाहे हमारी जुडिशियरी हो, चाहे हमारा इलेक्शन कमीशन हो, उन सब पर दबाव है, उन सब पर सरकार आक्रमण कर रही है। तो यात्रा की क्या जरुरत है- यात्रा की ये जरुरत है कि विपक्ष के सामने और कोई रास्ता ही नहीं है। हमें सीधा जनता के बीच में जाना पड़ेगा। मीडिया हमारा नहीं, संसद में हम बोल नहीं सकते, तो अब कांग्रेस पार्टी और बाकी विपक्ष के पास सिर्फ एक रास्ता है, जनता के बीच में जाकर उनको देश की सच्चाई बताना।

जो भी नरेन्द्र मोदी जी के खिलाफ काम करना चाहता है, चाहे कोई भी हो, विपक्ष की पार्टी हो, एक्टिविस्ट हो, एनजीओ का कोई व्यक्ति हो उस पर पूरा का पूरा जबरदस्त आक्रमण होता है। ईडी, सीबीआई, इन्कम टैक्स ये सब के सब लगा दिए जाते हैं। 55 घंटे मुझे ईडी ने वहाँ पर बैठाया, मगर मैं एक बात समझाना चाहता हूँ, नरेन्द्र मोदी जी को। मैं आपकी ईडी से नहीं डरता हूँ, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। आप 55 घंटे करो, 100 घंटे करो, 200 घंटे करो, 500 घंटे करो, 5 साल करो, कोई फर्क नहीं पड़ता मुझे। ये हमारा जो संविधान है, जो इस देश की आत्मा है, आज इसकी रक्षा करना, आज इसको बचाने का काम हर हिंदुस्तानी नागरिक को करना पड़ेगा। क्योंकि अगर हमने ये नहीं किया, अगर हम आज नहीं खड़े हुए, तो फिर ये देश नहीं बचेगा। क्योंकि ये देश संविधान है। ये देश, इस देश की जनता की आवाज है। ये देश, इस देश की जनता का भविष्य है। ये देश दो उद्योगपतियों का नहीं है। ये देश हिंदुस्तान के गरीब लोगों का है।

आज दो हिंदुस्तान बन गए हैं। एक मजदूरों का, गरीबों का, किसानों का, बेरोजगार युवाओं का। उस देश में कोई सपना नहीं देखा जा सकता। उस देश में अगर आप रोजगार चाहते हो, नहीं मिल सकता। अगर आप अपने बच्चों को कॉलेज यूनिवर्सिटी में भेजना चाहते हो, नहीं कर सकते हो। उस देश में आपको अपना खून-पसीना देना पड़ेगा और खून-पसीना देने के बाद आपको कोई फायदा नहीं मिलेगा और दूसरा देश, इसी हिंदुस्तान के अंदर 10-15 बड़े उद्योगपतियों का, अरबपतियों का। उसमें आप जो भी सपना देखना चाहते हो, देख सकते हो। जो भी आप चाहते हो, आपको हिंदुस्तान में मिल जाएगा। भाईयों और बहनों, इन दो देशों के बीच में लड़ाई है।

नरेन्द्र मोदी जी कि विचारधारा कहती है कि देश को बांटना है और पूरा का पूरा फायदा चुने हुए लोगों को देना है। हमारी विचारधारा कहती है कि देश सबका है और देश की जनता, जो अपना खून और पसीना देती है, उसका फायदा 2-3 उद्योगपतियों को नहीं मिलना चाहिए, उसका फायदा हिंदुस्तान के किसान को, मजदूर को, गरीब को, बेरोजगार युवाओं को मिलना चाहिए। ये फर्क है और आप जाइए, आप वहाँ चले जाइए और किसी भी छोटे दुकानदार से, किसी भी मजदूर से, किसी भी स्मॉल और मीडियम बिजनेस वाले से, किसी भी किसान से पूछ लीजिए, यूपीए के समय और आज के समय में क्या फर्क है? यूपीए के समय में 70 हजार करोड़ रुपए यूपीए की सरकार ने हिंदुस्तान के किसानों को दिया। बिना पूछे, नरेन्द्र मोदी जी ने तीन काले कानून दिए। मजदूरों के लिए यूपीए सरकार ने एक ऐतिहासिक कानून, मनरेगा दिया। नरेन्द्र मोदी जी ने पार्लियामेंट में कहा कि मनरेगा गरीबों का अपमान है और फिर आज उनको नरेगा देना पड़ रहा है, क्योंकि अगर आज यूपीए का नरेगा नहीं होता, हिंदुस्तान में आग लग जाती। भूमि अधिग्रहण बिल हम लाए, लाखों करोड़ रुपए हमने गरीब जनता को कंपंसेशन में दिया, लाखो करोड़ रुपए, अरबपति बना दिए।

पहले बिना पूछे किसान की जमीन छीन ली जाती थी, हजारों एकड़ बिना पूछे, एक मिनट में छीन ला जाती थी। हमने कहा ये गलत है, हम कानून लाए, नरेन्द्र मोदी जी ने पहला काम उस कानून को रद्द करने की कोशिश की, ये उनका पहला काम था। यूपीए के समय आर्थिक प्रगति थी। करोड़ों लोगों को हमने गरीबी से निकाला। हमने 27 करोड़ लोगों को गरीबी से निकाला, 10 साल में 27 करोड़ लोग। भोजन का अधिकार, मनरेगा, कर्जामाफी, इन औजारों से हमने 27 करोड़ लोगों को 10 साल में गरीबी से निकाला। भाईयों और बहनों, पिछले 8 साल में नरेन्द्र मोदी जी ने 23 करोड़ लोगों को वापस गरीबी में धकेल दिया है। तो जो हमने काम किया था, 10 साल में, उन्होंने 8 साल में खत्म कर दिया और फिर जाकर भाषण देते हैं, प्रगति की बात करते हैं, न्यू इंडिया की बात करते हैं, मेक इन इंडिया की बात करते हैं, कहते हैं कि हिंदुस्तान बदल गया।

हिंदुस्तान को नरेन्द्र मोदी जी पीछे ले जा रहे है। हिंदुस्तान में नरेन्द्र मोदी जी नफरत फैला रहे हैं, डर फैला रहे हैं और इससे देश का नुकसान होगा, देश का फायदा हो ही नहीं सकता। फायदा देश के दुश्मनों को होगा, फायदा चीन को होगा, फायदा पाकिस्तान को होगा, मगर हिंदुस्तान को नहीं होगा। हिंदुस्तान में जितनी भी नफरत फैलेगी, जितना क्रोध फैलेगा, जितना डर फैलेगा, उतना हिंदुस्तान कमजोर होगा और पिछले 8 सालों में नरेन्द्र मोदी जी ने हिंदुस्तान को कमजोर करने का काम किया है। जो हमारी आर्थिक शक्ति थी, उसको खत्म किया, बेरोजगारी, 40 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज हिंदुस्तान में है, वो नरेन्द्र मोदी जी की देन है।

मैं आपसे पूछना चाहता हूँ कि महंगाई से, बेरोजगारी से, नफरत से देश मजबूत होता है क्या? कौन सी दुनिया में नफरत, बेरोजगारी, महंगाई से देश मजबूत होता है? देश कमजोर होता है और नरेन्द्र मोदी जी और बीजेपी देश को कमजोर करने का काम कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी देश को जोड़ती है हम नफरत मिटाते हैं, हटाते हैं और जब नफरत मिटती है, खत्म होती है, जब डर कम होता है, तब हिंदुस्तान तेजी से आगे बढ़ता है। हमने ये करके दिखाया है, सालों करके दिखाया है। तो ये मैं आपको कहना चाहता था।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मैं धन्यवाद करना चाहता हूँ, आप हमारी विचारधारा के लिए लड़ते हो, आप हिंदुस्तान के लिए लड़ते हो, आप संविधान के लिए लड़ते हो, आप अपना खून, अपना पसीना इस देश को देते हो, मैं आपको दिल से धन्यवाद करना चाहता हूँ और आपको कहना चाहता हूँ कि कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता ही देश को बचा सकता है। कांग्रेस पार्टी की विचारधारा देश को प्रगति के पथ पर ला सकती है। हमारे लिए सरकार ने, जैसा मैंने कहा- रास्ते बंद कर दिए हैं। पार्लियामेंट का रास्ता बंद कर दिया। संसद में कांग्रेस पार्टी या विपक्ष के लोग भाषण कर ही नहीं सकते हैं, हमारा माइक ऑफ हो जाता है और किसी भी मुद्दे पर, हम चीन के आक्रमण पर बात करना चाहते हैं, नहीं कर सकते, हम बेरोजगारी पर बात करना चाहते हैं, नहीं कर सकते, महंगाई पर बात करना चाहते हैं, नहीं कर सकते, वो रास्ता बंद है। जो हमारे इंस्टीट्यूशन्स हैं, चाहे वो मीडिया हो, चाहे वो इलेक्शन कमीशन हो, जुडिशियरी हो, मैंने कहा उन पर आक्रमण है, उन पर दबाव है। तो हमारे लिए सब के सब रास्ते बंद हैं, एक ही रास्ता बचा है और वो रास्ता हमें सबसे अच्छा लगता है, जनता के बीच में जाकर जनता को जो देश की सच्चाई है, वो बतानी है और जो जनता के दिल में है, उसको गहराई से सुनना और समझना, इसलिए कांग्रेस पार्टी भारत जोड़ो यात्रा शुरु कर रही है।

आप सब दूर-दूर से आए, इसके लिए मैं आपको दिल से धन्यवाद करना चाहता हूँ। विचारधारा की लड़ाई है और कांग्रेस पार्टी की विचारधारा और जो हमारे सब विपक्ष की पार्टियां हैं, मिलकर बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा को हराएंगे।

बहुत–बहुत धन्यवाद। नमस्कार। जय हिंद।


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