गलती किसकी
जयति भटाचार्य ।
गलती अवश्य ही उस किशोर की ही है जो २0१९ में तारबंदी पार कर भारत आया। यह किशोर पाकिस्तान के अमरकोट क्षेत्र का रहने वाला है और राजस्थान स्थित बाड़मेर के सीमावर्ती क्षेत्र में घुस गया। सुरक्षा एजेंसियों ने नाबालिग होने के कारण किशोर को न्याय बोर्ड सुधार गृह भेज दिया। किशोर को आजादी का फरमान सितम्बर 2020 में न्याय बोर्ड सुना चुकी है। फिर भी किशोर आज भी भारत में ही है।
आजादी का फरमान मिलने के बाद भी किशोर अपने वतन क्यों नहीं जा पा रहा है। न्याय बोर्ड का आदेश मिलने के बाद भी पाकिस्तान चुप है। वहां से कोई जवाब न आने के कारण किशोर की रिहाई नहीं हो पा रही है। किशोर दोनो वतनों के बीच में अटका हुआ है।
किशोर वापस अपने वतन तभी लौट सकता है जब दोनों देशों की सरकारें सहमत हों। किशोर कोली जाति का है और १६ साल की उम्र में वह तारबंदी पार करके भारत में प्रवेश कर गया था। उसने यह गलती से किया जानबूझ कर नहीं। पाकिस्तान कागजी कार्रवाई पूरी नहीं कर रहा है इसलिए किशोर की वतन वापसी नहीं हो पा रही है। भारत में किशोर और पाकिस्तान में उसके परिजनों को किशोर के वतन वापसी का इंतजार है।