प्रयागराज : पेट दर्द होने पर झोलाछाप डॉक्टर ने फाड़ दिया पेट, महिला की मौत

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अनिल कुमार पटेल।

कोरांव बाजार के पथरताल रोड पर हरिओम मेडिकेयर में हुआ हादसा।

हादसे के बाद संचालक अस्पताल बंद कर हुआ फरार, बोर्ड भी हटाया।

लेडियारी, प्रयागराज। कोरांव बाजार के पथरताल रोड पर बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हरिओम मेडिकेयर में महिला के पेट दर्द होने पर झोलाछाप डॉक्टरों के द्वारा ऑपरेशन के लिए पेट फाड़ दिया गया। जिससे मौके पर ही महिला की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद परिजनों को गुमराह कर जिला अस्पताल हेतु रेफर कर दिया गया। मृतका के परिजनों के मुताबिक अस्पताल संचालक खुद प्रयागराज गया जहां एक निजी अस्पताल में भर्ती करने लगा तो चिकित्सकों ने देखते ही महिला को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद अस्पताल संचालक के द्वारा मृतक महिला को सीधे निजी वाहन से उसके घर छोड़ दिया। परिजनों को बताया कि सब कुछ ठीक-ठाक है। जब परिजनों ने देखा तो महिला मृत पड़ी मिली। जिसके बाद परिजन सीधे निजी वाहन से ही कोरांव अस्पताल लेकर आ गए। जहां हंगामा खड़ा कर दिया। हंगामे के बाद पुलिस भी पहुंच गयी। जानकारी के अनुसार किरण पत्नी बैजनाथ उम्र लगभग 35 वर्ष निवासिनी ढाबा गौतमान थाना हनुमना जिला रीवा मध्य प्रदेश का गत रविवार सुबह से पेट दर्द करने लगा। जिसके बाद परिजनों ने पास के ही आशीष पटेल नामक झोलाछाप डॉक्टर को दिखाया। झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा कुछ उपचार व इंजेक्शन भी लगाए गये। झोलाछाप डॉक्टर कोरांव के तरांव गांव का रहने वाला है। जो हनुमाना में क्लीनिक चलाता है। आराम न मिलने पर आशीष ने मृतका किरण के परिजनों को सलाह दी कि कोरांव के हरिओम मेडिकेयर अस्पताल ले चलो वहीं उपचार होगा। रविवार को ही दोपहर 2 बजे के आसपास परिजन किरण को लेकर कोरांव हरिओम मेडिकेयर अस्पताल आ गए जांच एवं उपचार के हेतु बारह हजार रुपये देने की बात कही। जिस पर छः हजार परिजनों के द्वारा जमा कर दिया गया। रात में ही महिला का ऑपरेशन के नाम पर पेट फाड़ दिया गया। जिससे महिला की मौत हो गई। परिजनों के मुताबिक अस्पताल संचालक अखिलेश पाल जो अपने आपको खुद को पटेल बताता है। बच्चे दानी का ऑपरेशन करने की बात कही परिजनों ने बताया कि बच्चेदानी के ऑपरेशन है नाभि से नीचे पेट फाड़ा जाता है किंतु पेट ऊपर फाड़ दिया। मृतका किरन के पति बैजनाथ के द्वारा कोरांव पुलिस को दी गई तहरीर में किडनी आदि भी निकाल लेने का आरोप लगाया गया है। किरन साकेत तीन बच्चों की मां थी।

आक्रोशित परिजनों ने शव रख कोरांव चौराहे पर किया चक्काजाम।

झोलाछाप डॉक्टरों के द्वारा गलत उपचार करने से महिला की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने सोमवार को सायं 6 बजे के आसपास चक्का जाम कर दिया। परिजनों ने फरार अस्पताल संचालक एवं उसके सहयोगियों की गिरफ्तारी की बात पर अड़ गए। चक्का जाम स्थल पर पुलिस भी तैनात वही चिंटू परिजन आरोपी झोलाछाप डॉक्टरों के गिरफ्तारी तक जाम न खोलने की बात कहते रहे।

सीएचसी अधीक्षक कोरांव की सहमति से चल रही थी क्लीनिक।

अस्पताल के अगल-बगल के लोगों की चर्चाओं पर गौर करें तो हरिओम मेडिकेयर का संचालक अखिलेश पाल सीएचसी अधीक्षक कोरांव डॉ जेके सोनकर का कृपा पात्र था। जिनकी सहमति से ही क्लीनिक चलाने का काम करता था। पखवाड़े भर पूर्व उक्त क्लीनिक की सीएचसी अधीक्षक समेत वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की गई थी। और कुछ दिन के लिए अस्पताल बंद भी कर दी गई थी। अधीक्षक के रहमोकरम पर अस्पताल पुनः संचालित होने लगी। बाकायदा बिना रजिस्ट्रेशन के हरिओम मेडिकेयर का बोर्ड भी लगा दिया गया। जहां इसी अस्पताल में ही पेट दर्द के नाम पर गत रबिवार एक महिला का ऑपरेशन कर दिया गया। जिससे महिला की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।


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