यह बाबूलाल जी का खतियान बिल नहीं बल्कि हेमंत सोरेन जी का खतियान बिल है : डॉ इरफान अंसारी

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डॉ अजय ओझा।

1932 खतियान बिल को लेकर शुरू से प्रयासरत था, आज कामयाबी मिली : डॉ इरफान अंसारी।

रांची, 11 नवंबर । 1932 का खतियान और ओबीसी आरक्षण का बिल झारखंड विधानसभा से पास होने पर जामताड़ा विधायक डॉ इरफान अंसारी ने स्वागत करते हुए कहा की हेमंत सरकार ने यहां के लोगों को ध्यान में रखकर ही बिल को पास कराया है। अब भाजपा को आगे आने की जरूरत है और इसे केंद्र से पास कराना होगा। पूर्व मे जिस प्रकार सरना धर्म कोड झारखंड से पास होने के बावजूद केंद्र ने रोक दिया तो कहीं इस बार भी केंद्र सरकार इस बिल को भी रोक ना दे इसकी मुझे शंका है।

आगे विधायक जी ने कहा कि यह बाबूलाल मरांडी जी का 1932 खतियानी बिल नहीं है। यह हेमंत जी का खतियानी बिल है जिसे आज झारखंड विधानसभा में सर्वसम्मति से पास करा दिया गया। मैं झारखंड के भाजपा सांसदों से भी आग्रह करता हूं कि वह इस बिल के समर्थन में आगे आए। झारखंड की जनता ने इन्हें वोट देकर संसद भेजा है तो यह उनका कर्तव्य है कि वे झारखंड के लोगों की मानसिकता को समझें। सरना धर्म कोड की तरह है अगर इस बिल को भी ठंडे बस्ते में रखा गया तो झारखंड की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी।


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