परमात्मा से साक्षात्कार का माध्यम है मंदिर : जीयर स्वामी

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डॉ अजय ओझा।

जीयर स्वामी के पावन उपस्थिति में श्री महावीर मंदिर जीर्णोद्धार सह प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान संपन्न।

मउडिहरा / नटवार, रोहतास, बिहार, 7 मई। महान वैष्णव संत श्री त्रिदंडी स्वामी जी महाराज के परम शिष्य श्री लक्ष्मी प्रपन्न जियर स्वामी जी महाराज की पावन उपस्थिति में आज रोहतास जिला अंतर्गत मउडिहरा ग्राम में श्री महावीर मंदिर जीर्णोद्धार सह प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान संपन्न हुआ। प्रातः पूजनीय श्री जीयर स्वामी जी महाराज ने श्री महावीर मंदिर में स्थापित माँ कालरात्रि, भगवान शिवलिंग तथा श्री कालभैरव की मूर्तियों का भक्तगणों के जयजयकार के बीच अनावरण किया। इस अवसर पर उन्होंने गांव के सरकारी प्राथमिक विद्यालय के समीप स्थित पंडाल में प्रवचन करते हुए कहा कि मंदिर परमात्मा का घर होता है जहां परमात्मा से साक्षात्कार होता है।

परमात्मा से जुड़े रहने के लिए हर घर और गांव में मंदिर अवश्य होना चाहिये। लेकिन परमात्मा सिर्फ मंदिर में ही नहीं वरन हर व्यक्ति के अंदर स्थित हैं। आत्मसाक्षात्कार से भी परमात्मा को पाया जा सकता है।

श्री जीयर स्वामी जी ने कहा कि भारतीय सनातन परंपरा में प्रकृति पूजा का भी विशिष्ट महत्व है। उन्होंने कहा कि हम भारतवासी देवी-देवताओं के साथ-साथ वृक्षों, पहाड़ों और पशुओं की भी पूजा करते हैं। सनातनधर्मी सूर्य, चंद्र, तुलसी, आँवला, पीपल, बरगद तथा गौपूजन नियमित रूप से करते हैं। हमसे बड़ा प्रकृति पूजक इस विश्व में और कोई नहीं है।उन्होंने कहा कि पाँच तत्वों – क्षिति, जल, पावक, गगन और समीर से यह मानव शरीर निर्मित है। अतः हमारा कर्तव्य है कि हम इस धरती, जल, अग्नि, आकाश और वायु का संरक्षण करें। श्री स्वामी जी ने कहा कि मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु क्रोध होता है। इस धरती पर सबसे ज्यादा विनाश इसी के कारण हुआ है। आसुरी और दैवीय शक्तियों में हर युग और काल में संघर्ष रहा है। लेकिन जीत हमेशा दैवीय शक्ति की होती है। इसलिए परमात्मा पर आस्था हमेशा बनाये रखना चाहिये। हमारी संस्कृति वसुधैव कुटुम्बकम की बात करती है।

स्वामी जी का दर्शन, पूजन और उनके आशीर्वचन का श्रवण करने के लिए मउडिहरा ग्रामवासियों के साथ-साथ जर जवार और अगल बगल स्थित असिंया, तेनुअज, बिरौंवा, नटवार, मिल्की, नदौंवा, राजपुर, सोनबरसा, पिपरी, जम्होरी, भलुनीधाम, माधोपुर, बरडिंहा, अहरांव आदि गांवों के हजारों भक्त तथा श्रद्धालु उपस्थित थे।

ओंकारनाथ पाण्डेय उर्फ मल्लू पांडे बाबा तथा नरेन्द्र ओझा द्वारा प्रेरित करने के उपरांत मउडिहरा गांव के सभी ग्रामवासियों ने पूरे जोशखरोश और तनमनधन से श्री महावीर मंदिर के जीर्णोद्धार का संकल्प लेकर इस दैवीय कार्य को सुसंपन्न किया।

विगत शुक्रवार को गांव के सभी स्त्री-पुरुषों और नौजवानों ने गाजेबाजे के साथ जूलूस के रुप में कलशयात्रा निकालकर क्षेत्रीय परंपरा का अनुपालन करते हुए श्री यक्षिणी धाम, भलुनी स्थित सरोवर से जलभरी किया। वहां सभी ग्रामीणों ने माँ यक्षिणी भवानी का दर्शन-पूजन कर धर्ममार्ग पर चलने का संकल्प लिया।

इस अनुष्ठान में राजपुर पैक्स की चेयरमैन श्रीमती सुनीता पाण्डेय एवं उनके पति रामाशंकर पाण्डेय तथा नरेन्द्र ओझा का विशेष योगदान रहा।

श्याम बहादुर ओझा, कमला ओझा, शशिकांत ओझा, राजू ओझा,पप्पन ओझा, सत्येंद्र ओझा, जयकुमार उपाध्याय, अमृतेश ओझा, रासगोविन्द ओझा, राजीव रंजन ओझा, अजय ओझा मास्टर, गुड्डू ओझा, सुखारी ओझा, दिनेश ओझा, उतम ओझा, राहुल ओझा, श्रीमती श्रुतिकीर्ति कुमारी, श्रीमती बंदना ओझा, श्रीमती पूनम ओझा, श्रीमती माया देवी समेत समस्त ग्रामवासियों के दिनरात अथक प्रयास के परिणामस्वरूप यह दैवीय अनुष्ठान सुसंपन्न हुआ।


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