राष्ट्रपति के अपमान पर सांसद संजय सेठ के कड़े तेवर
डॉ अजय ओझा।
घर घर जाकर आम जनता से माफी मांगे कांग्रेस नेता।
देश की जनता से सार्वजनिक माफी मांगे सोनिया गांधी : संजय सेठ।
रांची, 28 जुलाई। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के अपमान पर रांची के सांसद संजय सेठ ने कड़ी आपत्ति जताई है। सांसद श्री सेठ ने कहा है कि सत्ता से दूर हो चुकी कांग्रेस बिल्कुल दिवालिया हो गई है। इसके नेता मानसिक संतुलन खो चुके हैं, यही वजह है कि यह क्या बोलते हैं, किसे बोलते हैं, कोई सुध बुध नहीं रहता।
लोकतंत्र को अपनी राजशाही की आदत समझने की भूल कर बैठे हैं। इनका दुस्साहस इतना बढ़ा हुआ है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था से देश के सर्वोच्च पद पर आसीन प्रथम आदिवासी महिला राष्ट्रपति का भी अपमान करने से चूक नहीं रहे हैं।
श्री सेठ ने कहा कि एक तो राष्ट्रपति का पद भारत के सर्वोच्च राष्ट्रध्यक्ष का पद है। ऊपर से एक आदिवासी महिला का इस पद पर जाना सबके लिए गौरवशाली बात है परंतु कांग्रेस का चरित्र रहा है, उसने इस देश को अपनी जागीर समझी है। जब जो मन में आया है, वह किया है। लोकतंत्र की दुहाई देकर राजतंत्र चलाया है, ऐसे लोगों से इसी भाषा की उम्मीद की जा सकती है। इन्हें ना तो लोकतंत्र में विश्वास है, ना तो लोकतांत्रिक व्यवस्था में और ना तो भारत के कानून व्यवस्था में। फिर किस मुंह से ये लोकतंत्र की बात करते हैं।
सांसद ने कहा कि भारत के महामहिम राष्ट्रपति के लिए उन्होंने जिन शब्द का चयन किया है, वह शब्द मैं लिखना या बोलना नहीं चाहता। यह शर्मनाक है और कांग्रेस के हर नेता को घर-घर घूमकर जनता से सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को देश की जनता से सार्वजनिक और सामूहिक माफी मांगनी चाहिए।
यह कांग्रेस पार्टी का दफ्तर या 10 जनपथ नहीं है, यह भारत है और भारत का लोकतंत्र है। यह फर्जी गांधी परिवार की जागीर नहीं है, यह इस देश के हर बच्चे बच्चे का लोकतांत्रिक देश है। ऐसी लोकतांत्रिक व्यवस्था से चुने हुए राष्ट्रपति का अपमान करने का कोई अधिकार आपको नहीं।
सांसद श्री सेठ ने कहा कि कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मेरी मांग है कि वह अपने नेता अधीर रंजन चौधरी के इस बयान पर सार्वजनिक माफी मांगे और अपने कांग्रेस के हर नेता को यह संदेश दे कि वह घर घर जाकर आम जनता से माफी मांगे वरना इस देश की जनता कभी माफ नहीं करेगी।
गर्त में जाती कांग्रेस अब बौखला चुकी है और बौखलाहट में यह कुछ भी कर रही है, परंतु उन्हें याद रखना चाहिए यह कांग्रेस राज नहीं है। यह फर्जी गांधी परिवार का राज नहीं है। यह आम जनता का राज है, जहां जनता इन्हें फिर से आईना दिखाने का काम करेगी।