एसएफडी ने दिल्ली विश्वविद्यालय में आयोजित किया ‘सृष्टि मंथन’ पर्यावरण सम्मेलन

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सुधीर।

डीयू में छात्रों के मध्य प्रकृति संरक्षण विषय पर चर्चा परिचर्चा और जागरूकता का किया गया संचार।

विद्वानों के मध्य जोशीमठ की आपदा एवं संबंधित नीतियों पर गंभीर चर्चा का आयोजन।

पर्यावरण के लिए सुरक्षित, टिकाऊ और पुनः प्रयोग होने योग्य उत्पाद के प्रयोग पर जोर दें छात्र: प्रोफेसर जोशी।

पर्यावरण से संबंधित नीतियों के संबंध में व्यापक चर्चा कर सहयोग करें छात्र: आशीष चौहान।

नई दिल्ली – विकासार्थ विद्यार्थी (एसएफडी/ स्टूडेंट्स फॉर डेवलपमेंट) पर्यावरण से संबंधित महत्त्वपूर्ण विषयों पर ‘ सृष्टि मंथन’ नामक पर्यावरण सम्मेलन दिल्ली विश्विद्यालय के ‘ दौलत राम महाविद्यालय’ में आयोजित हुआ। इस सम्मेलन में दिल्ली के अलग अलग विश्वविद्यालयों से छात्र- छात्राओं की उपस्तिथि रही। पर्यावरणविदों के सानिध्य में, विद्यार्थियों के मध्य प्रकृति के विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई।

सम्मेलन का पहला सत्र विकासार्थ विद्यार्थी पर केन्द्रित रहा जिसमें विकासार्थ विद्यार्थी के पूर्ववर्ती कार्य एवं आगामी योजनाओं पर चर्चा हुई तथा उसे राष्ट्रीय संयोजक राहुल गौड़ जी ने संबोधित किया।

जे.एन. यू के प्रोफेसर पी.के जोशी ने छात्रों से आह्वान किया कि “युवाओं को ज्यादा समय तक चलने वाले, पर्यावरण को नुकसान न पहुंचने वाले उत्पाद खरीदने का संकल्प लेना चाहिए। इसके अलावा घर के बने और कम से कम इकोलॉजिकल फुटप्रिंट वाले संसाधनों एवं उत्पादों का प्रयोग करना चाहिए, इसके लिए पैकेजिंग वाले उत्पादों का प्रयोग कम से कम करना पड़ेगा।”

प्रोफेसर वी एस नेगी ने कहा, “पर्यावरण में छोटे छोटे सकारात्मक मुहिम वर्तमान की स्थिति को हल करने में सबसे ज्यादा प्रभावी होगी, और पर्यावरण के प्रति इस प्रकार की प्रभावी मुहिम चला सकने के जिम्मेदारी भारत के युवा वर्ग की है।”

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान जी ने पर्यावरण प्रति भारतीय समाज की प्रतिबद्धता को याद दिलाते हुए बताया कि “जब विश्व के बड़े–बड़े देश यह मंत्रणा कर रहे थे की क्लाईमेट एकॉर्ड में रहना है या नही तब भारत के प्रधान मंत्री जी ने कहा की कोई भी एक्वॉर्ड हो या ना हो हमारी प्रतिबद्धता पर्यावरण संरक्षण को लेकर सदैव बनी रहेगी। उन्होंने कहा आज जब हम G20 के मध्यम से संपूर्ण विश्व का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, तब भारतीय युवा वर्ग, मुख्यतः छात्रों को चर्चा परिचर्चा और संवाद के माध्यम से पर्यावरण से संबंधित नीति निर्धारण के बिंदुओं की व्यापक चर्चा करनी चाहिए। और इस प्रकार नीतियों को और भी सकारात्मक और सुदृढ़ बनाने में सहायता करनी चाहिए।”

कार्यक्रम के अंत में गत दिवसों में SFD द्वारा पर्यावरण संरक्षण विषय पर आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र छात्रों को पुरस्कृत किया गया।कार्यक्रम में SFD के अखिल भारतीय संयोजक राहुल गौड़ एवं अखिल भारतीय सह संयोजक विपिन उनियाल भी उपस्थित रहे। साथ ही कार्यक्रम में DUSU के अध्यक्ष और अभाविप के प्रदेश मंत्री अक्षित दहिया, प्रांत संगठन मंत्री राम जी, सह संगठन मंत्री अंकित सुंदरियाल भी उपस्थित रहे।

SFD के दिल्ली प्रांत संयोजक अमन यादव ने बताया कि “कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के विषय पर छात्रों के बीच सकारात्मक संवाद का संचार कर इस विषय को क्रियान्वयन की ओर ले जाना है। एसएफडी इसी उद्देश को लेकर साल भर कार्यक्रम की श्रृंखला चलता रहता है।”


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