ग्रामीण विकास विभाग सचिव ने की सभी उप विकास आयुक्तों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग

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डॉ अजय ओझा।

मनरेगा से संचालित योजनाओं को ससमय पूर्ण करवाने एवं रोजगार सृजन को लेकर पदाधिकारियों को सौंपे टास्क।

श्रमिकों के दर्द को समझे अधिकारी, ग्रामीणों के रोजगार सृजन का साधन बने।

ससमय लक्ष्य को करें पूरा : प्रशांत कुमार सचिव, ग्रामीण विकास विभाग।

लंबित योजनाओं की कार्य योजना बना कर ससमय पूर्ण कराएं।

रिजेक्टड ट्रांजैक्शन में अविलंब सुधार करें।

रांची, 8 दिसंबर। सचिव ग्रामीण विकास विभाग प्रशांत कुमार की अध्यक्षता में आज ग्रामीण विकास विभाग सभागार में मनरेगा योजना की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की गई।

बैठक में ग्रामीण विकास विभाग के सचिव प्रशांत कुमार ने विभिन्न जिलों में मनरेगा योजनाओं को लेकर कड़ी नाराजगी जतायी है। सचिव प्रशांत कुमार ने कहा कि मनरेगा योजना नहीं है बल्कि यह ग्रामीणों के रोजगार का सृजन का सशक्त माध्यम है।इस दौरान उन्होंने सभी उप विकास आयुक्तों को मनरेगा कार्य में पूरी तरह से निगरानी करते हुए मनरेगा से संचालित योजनाऐं धरातल पर दिखाई दें, इसे सुनिश्चित करने को लेकर निर्देशित किया। बैठक में मनरेगा से संचालित योजनाओं को लेकर अन्य कई महत्वपूर्ण निर्देश उप विकास आयुक्तों को दिए।

मजदूरों के दर्द को समझे, रिजेक्टड ट्रांजैक्शन में अविलंब सुधार करने की कही बात

सचिव श्री प्रशांत कुमार ने रिजेक्टेड ट्रांजैक्शन की समीक्षा की एवं मनरेगा के तहत संचालित योजनाओं में काम करने वाले श्रमिकों के रिजेक्टेड ट्रांजैक्शन के कारण होने वाले परेशानी को समझने एवं उनके प्रति संवेदनशील होते हुए अविलंब सुधार करवाने का निर्देश दिया। उन्होंने एक सप्ताह के अंदर रिजेक्टड ट्रांजैक्शन में सुधार लाने एवं मजदूरों को राहत देने की बात कही।

ससमय लक्ष्य पूरा करें, नहीं मिलनी चाहिए शिकायत : सचिव

सचिव, ग्रामीण विकास श्री प्रशांत कुमार ने कहा कि ग्रामीण विकास योजनाओं में उप विकास आयुक्त का महत्वपूर्ण रोल है। आप फ्री हैंड होकर काम करें, लक्ष्य पूरा करने पर ध्यान दें लेकिन शिकायतें नहीं मिलनी चाहिए, शिकायतें मिलने पर कार्रवाई होगी।
अमृत सरोवर योजना के अंतर्गत 75 तालाबों का जीर्णाेद्धार/निर्माण की प्रगति की समीक्षा करते हुए सचिव ने ससमय कार्य पूर्ण कराने का निदेश दिया। इसके अतिरिक्त रूर्बन मिशन, की भी समीक्षा की गई।

जेसीबी का इस्तेमाल मनरेगा में न हो, सभी बीडीओ सुनिश्चित करें : बी राजेश्वरी, मनरेगा आयुक्त

मनरेगा आयुक्त श्रीमती राजेश्वरी बी ने सभी डीडीसी को निर्देश दिया है कि जितने भी जेसीबी का संचालन उनके क्षेत्र में हो रहा है उनसे प्रति माह शपथ पत्र प्राप्त करें कि उनके वाहन का उपयोग मनरेगा के कार्यों में नहीं किया जा रहा है। मनरेगा आयुक्त द्वारा मनरेगा के कार्यों में जेसीबी का इस्तेमाल होने पर सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई तथा जब्ती करने का भी निदेश दिया।

मानव दिवस सृजन में आवश्यक प्रगति का निदेश

बैठक के दौरान मनरेगा आयुक्त श्रीमती राजेश्वरी बी ने मनरेगा अंतर्गत मानव दिवस सृजन में आवश्यक प्रगति का भी निदेश दिया। उन्होंने सभी डीडीसी को मानव दिवस सृजन में प्रगति लाने को कहा।

लंबित योजनाओं को कार्य योजना बना कर ससमय करें पूर्ण

मनरेगा आयुक्त श्रीमती राजेश्वरी बी के द्वारा वितिय वर्ष 2019-20 की योजनाओं की भी समीक्षा की गई एवं लंबित योजनाओं की जानकारी लेते हुए कार्य योजना बना कर सभी उप विकास आयुक्तों को अविलंब पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। इस दौरान राज्य में सबसे खराब स्थिति में रहने वाले जिलों के पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में ये थे शामिल

मनरेगा योजना की प्रगति की समीक्षात्मक बैठक को लेकर ग्रामीण विकास विभाग सचिव श्री प्रशांत कुमार की अध्यक्षता में राज्य के तमाम उप विकास आयुक्त संग संपन्न वीडियो कांफ्रेंसिंग में श्रीमती राजेश्वरी बी मनरेगा आयुक्त, संयुक्त सचिव, ग्रामीण विकास विभाग अरुण कुमार सिंह व अन्य शामिल थे।


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