इलाहाबाद विश्वविद्यालय की राजभाषा कार्यान्वयन समिति की तिमाही बैठक सम्पन्न

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नवाचार माध्यम से होगा राजभाषा हिंदी का प्रचार-प्रसार ।

गांधी विचार एवं शांति अध्ययन संस्थान के गांधी सभागार में वित्त वर्ष 2023-24 की प्रथम तिमाही की राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक समिति के अध्यक्ष प्रो नरेन्द्र कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन रूप में आयोजित की गई। इस बैठक में तय किया गया कि माननीय कुलपति महोदया द्वारा अनुमोदित वार्षिक कार्य योजना के अंतर्गत समस्त कार्य किये जाएंगे। जिसमें विश्वविद्यालय में नवनियुक्त कार्मिकों के लिए चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे तथा इसी क्रम में केंद्रीय अनुवाद ब्यूरो, नई दिल्ली के सहयोग से अनुवाद कार्यशाला एवं राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, नई दिल्ली के सहयोग से पुस्तक अनुवाद कार्यशाला आयोजित की जाएंगी।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में राजभाषा हिंदी के प्रचार- प्रसार के क्रम में चरणबद्ध तरीके से सभी विभागों/कार्यालयों के नामपट्ट आदि में एकरूपता के लिए कार्य किया जाएगा। समस्त नामपट्ट, मुहरें एवं शीर्षपत्र आदि द्विभाषी रूप में पहले हिंदी फिर अंग्रेजी में बनाए जाएंगे। यह प्रक्रिया महाविद्यालयों में भी समान रूप से लागू होगी।

बैठक में स्वागत वक्तव्य राजभाषा कार्यान्वयन समिति के संयोजक प्रो. संतोष भदौरिया ने गृह मंत्रालय के राजभाषा संबंधी दिशा-निर्देशों की जानकारी देते हुए सभी सदस्यों का औपचारिक स्वागत किया तथा पिछले तीन माह में हुई विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों से समिति के सदस्यों को अवगत कराया।उन्होंने राजभाषा अनुभाग की सद्य: प्रकाशित गृह पत्रिका ‘संकल्पना’ के संबंध में चर्चा करते हुए बताया कि यह अंक ई गवर्नेंस पर केंद्रित है जो तकनीक और हिंदी के रिश्ते को बखूबी विश्लेषित करता है। तदोपरान्त हिंदी अनुवादक ने पिछली बैठक के कार्यवृत्त की चर्चा की तथा सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से पुष्टि की। ‘संकल्पना’का आगामी अंक ‘स्त्री लेखन और हिंदी’ पर केंद्रित होगा।विश्वविद्यालय की जनसंपर्क अधिकारी जया कपूर ने हिंदी की व्यवहारिकता पर बात करते हुए विभागों में हिंदी में किये जाने वाले कार्यों की चर्चा के साथ हिंदी के प्रचार-प्रसार के नए आयामों के बारे में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। हिंदी अधिकारी प्रवीन श्रीवास्तव ने अनुवाद की व्यवहारिक कठिनाइयों पर चर्चा करते हुए नए अनुवाद के टूल्स की जानकारी प्रदान की।

अध्यक्षीय उद्बोधन में राजभाषा कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर नरेंद्र कुमार शुक्ल ने हिंदी के प्रचार प्रसार के लिए राजभाषा अनुभाग को दिशा निर्देश प्रदान किए ।उन्होंने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में हिंदी , उर्दू एवं अंग्रेजी के शब्दों के प्रयोग की बात करते हुए राजभाषा के प्रचार- प्रसार के विविध आयामों की विस्तृत चर्चा की। साथ ही राजभाषा हिंदी के शत-प्रतिशत प्रयोग के लिए चरणबद्ध तरीके से कार्य करने पर जोर दिया। चर्चा के क्रम में अन्य सदस्यों ने अनेक नवाचारी सुझाव दिए जिन्हें आगामी कार्यक्रमों में सम्मिलित किया जाएगा।

कार्यक्रम का संचालन राजभाषा अनुभाग के अनुवाद अधिकारी हरिओम कुमार ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन हिंदी अधिकारी श्री प्रवीण श्रीवास्तव ने किया। इस बैठक में समिति सदस्य प्रो. डॉ. सरोज सिंह, डॉ. रतन कुमारी वर्मा, डॉ. गायत्री सिंह, डॉ. कल्पना वर्मा, डॉ शक्ति शर्मा, डॉ. दीनानाथ मौर्य, डॉ हसीना बानो, डॉ नीलिमा सिंह, डॉ अर्चना सिंह, डॉ हरबंश सिंह,सुदीप तिर्की, अनिल कुमार सिंह , विनोद कुमार, राहुल विश्वकर्मा,पुनीत कुमार, ओपी गुप्ता आदि सदस्य मौजूद रहे।


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