झारखंड सरकार राज्य में फॉरेस्ट राइट एक्ट को लागू करें : अर्जुन मुंडा

Share:

डॉ अजय ओझा।

हेमंत सरकार को धरासायी होने से कोई नहीं रोक सकता।

रांची / गुमला, 22 नवंबर । झारखंड भाजपा द्वारा गुमला जिले में आयोजित हेमंत हटाओ,झारखंड बचाओ आक्रोश प्रदर्शन सभा को संबोधित करते हुए ये बातें केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री सह झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कही।
श्री मुंडा ने राज्य की हेमंत सोरेन पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन कभी भी आदिवासियों का भला नहीं चाहते हैं। अगर वे भला चाहते तो राज्य में फॉरेस्ट राइट एक्ट को तत्क्षण यहां पर लागू करते और पंचायत और ग्राम सभा को उसके संवैधानिक अधिकार देते। लेकिन इसे लागू नही करके हेमन्त सोरेन की सरकार उन्हें उनके संवैधानिक अधिकारों से वंचित कर रही है।श्री मुंडा ने कहा कि आज हेमंत सोरेन की सरकार में आदिवासियों के संवैधानिक अधिकार का हनन हो रहा है। उन्हें नैसर्गिक न्याय नहीं मिल रहा है, उनके अधिकारों को छीना जा रहा है। उन्होंने कहा जो आदिवासी जंगल में रहता है उसे राज्य सरकार उसे वहां की जमीन का पट्टा दे, उसको वहां का अधिकार दे, जो घर बनाकर रह रहे हैं उसे वहां का मालिकाना हक दे। लेकिन यह सरकार यह सब नहीं कर रही है। श्री मुंडा ने कहा कि राज्य में बालू घाटों का अधिकार ग्राम सभा की होती है न कि राज्य सरकार की। ग्राम सभा में बैठे ग्रामीण यह तय करते हैं कि बालू की उपयोग आवश्यकता के अनुसार कैसे हो। लेकिन झारखंड में ठीक उसका उल्टा देखा जाता है ।झारखंड में बालू घाटों का संचालन का अधिकार ग्राम सभा के द्वारा ना होकर के मुंबई के ठेकेदारों के द्वारा किया जाता है। झारखंड के गरीब आदिवासियों, दलितों एवं वंचितों को एक कमरा बनाने के लिए बालू नहीं मिल रहा है झारखंड की खनिज संपदा झारखंड से निकलकर बाहर के राज्यों को बेचा जा रहा है। राज्य की हेमंत सरकार दलाल और बिचौलियों के साथ मिलकर झारखंड की खनिज संपदा ओं को लूट रहे हैं और लुटवा रहे हैं।

मैं देश का केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री हूं लेकिन मुझसे मुख्यमंत्री आदिवासियों की संवैधानिक अधिकार को लेकर कभी नहीं मिले।

श्री मुंडा ने कहा कि मैं पूरे देश का जनजातीय कार्य मंत्री हूं और मुझसे तमाम राज्यों के मुख्यमंत्री या अधिकारी आदिवासियों के समवैधानिक अधिकार को लेकर,उनका हक उनको कैसे मिले इसे लेकर वे अक्सर मुझसे मिलते हैं ,उनकी विकास के लिए क्या कर सकते हैं इसको लेकर चर्चा करते हैं ।लेकिन अफसोस है कि आज तक झारखंड के मुख्यमंत्री या कोई भी राज्य का पदाधिकारी झारखंड के आदिवासियों को उनका समवैधानिक अधिकार को लेकर कभी मुझसे नहीं मिले। वास्तव में ये लोग आदिवासियों के विकास चाहते ही नहीं हैं।

प्रधानमंत्री चाहते हैं कि पूरी दुनिया जाने की सही लोकतंत्र भारत में है।

श्री मुंडा ने कहा देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी हमेशा यह कोशिश करते हैं कि पूरी दुनिया भारत की शक्ति को पहचानें,दुनिया जाने कि हम कितने ताकतवर हैं ,अपनी संस्कृति ,परंपरा, जीवन पद्धति के आधार पर हम दुनिया को यह बता सके कि भारत में कितनी बड़ी लोकतंत्र है। आज भारत के लोकतंत्र की ही देन है कि एक आदिवासी महिला देश के सर्वोच्च पद पर आसीन है यह लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है। श्री मुंडा ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन बयान के आधार पर लोगों को अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हैं ।राज्य में विकास ठप है ,कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है, पुलिस अपराधियों को ना पकड़कर पैसे वसूली में लगी हुई है। पुलिस अपराधियों को संरक्षण और साथ देती है। कोई व्यक्ति अगर इनके खिलाफ शिकायत करने जाता है तो पुलिस उन्हें झूठे मुकदमे में ही जेल भेज देती है।

भाजपा ने अलग राज्य बनाया है विकास भी भाजपा ही करेगी।

श्री मुंडा ने कहा कि भाजपा ने ही झारखंड के करोड़ों लोगों के सपनों को पूरा किया है एक अलग राज्य बना कर और झारखंड का विकास भी भाजपा ही करेगी। अतः जब राज्य में भाजपा की सरकार बनेगी तो झारखंड का संपूर्ण विकास का रास्ता प्रशस्त होगा ,झारखंड के लोगों के सपने पूरे होंगे ,महिलाएं सुरक्षित होंगी, आम आदमी को न्याय मिलेगा। श्री मुंडा ने कहा कि राज्य के मालिक जनता होती है जब सरकार जनता जनता के साथ वादाखिलाफी करती है और जब जनता उस सरकार के खिलाफ घरों से निकलती है तो बड़ी-बड़ी सरकारें धराशायी हो जाती है। आप सब इतनी बड़ी तादाद में यहां आए हैं इसको देखकर हम कह सकते हैं कि अब हेमंत सोरेन सरकार को धराशाई होने से कोई नहीं बचा सकता है।

अर्जुन मुंडा ने प्रदर्शन के बाद कार्यकर्ताओं के साथ किया भोजन।

आज गुमला में राज्य सरकार के खिलाफ पार्टी द्वारा आयोजित आक्रोश प्रदर्शन के बाद केंद्रीय मंत्री ने सरकारी व्यवस्था को छोड़ पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ भोजन किया।

साथ में प्रदेश महामंत्री डॉ प्रदीप वर्मा एवं जिला के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।


Share: