महान वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बोस के प्रति केंद्र एवं राज्य सरकार का उदासीन रवैया

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डॉ अजय ओझा।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मनाया महान वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बोस की पुण्यतिथि।

रांची / गिरिडीह, 23 नवंबर । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने देश के महान वैज्ञानिक सर जगदीश चंद्र बोस की पुण्यतिथि बड़े ही धूम- धाम से शहर में उनके चौक पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर मनाया।

इस बाबत ABVP के वरिष्ठ सदस्य सह यूनिवर्सिटी के सीनेट सदस्य रंजीत राय ने बताया कि विश्व पटल पर भारत का विज्ञान के क्षेत्र में अनूठी पहचान दिलाने वाले महान वैज्ञानिक सर जगदीश चंद्र बोस की पुण्यतिथि पर हम सबों ने उन्हें शत-शत नमन किया।

श्री राय ने कहा कि महान वैज्ञानिक आचार्य जगदीश चंद्र बोस का नाता हमारे गिरिडीह से गहरा रहा है अपने जीवन का अंतिम सास उन्होंने गिरिडीह की ही भूमि पर लिये थे
उनका आज भी गिरिडीह में मकान है जिस मकान में उन्होंने अंतिम सांस लिया था उनके मकान में आज भी उनकी वह तिजोरी मौजूद है जिसे आज तक खोला नहीं गया है जेसी बोस के मकान को अब विज्ञान भवन बना दिया गया है इसी में वो तिजोरी रखी है दो बार इसे खोलने का कार्यक्रम जिला प्रशासन ने निर्धारित किया लेकिन दोनों बार मिसाइल मैन और देश के प्रसिद्ध वैज्ञानिक व उस समय के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम आजाद साहब नहीं आ सके नतीजा तिजोरी का रहस्य आज तक बरकरार है गिरिडीह सहित पूरे देश और दुनिया के लोग आज भी जानने को उत्सुक हैं कि आखिर तिजोरी में बॉस की क्या निशानी होगी क्या शोध होंगे।

कोई वैसी भी निशानियां होगी और जानकारियां होंगी जिससे दुनिया को नई दिशा मिलती मगर तकलीफ की बात है कि जिला प्रशासन के साथ ही यहां के चुने हुए तमाम जनप्रतिनिधियों की लापरवाही का परिणाम है कि यह अलमारी अभी तक खुल नहीं पाया है।

तकलीफ तो तब होती है कि आज यहां के लोग इनके बारे में जानते तक नहीं है प्रशासन और यहां के बुद्धिजीवी वर्ग और तमाम जनप्रतिनिधि राजनीतिक दल के नेता लोग इस ओर अपना ध्यान नही दे रहे है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने कहा कि महान वैज्ञानिक सर जगदीश चन्द्र बोस जी के प्रति शासन प्रशासन सरकार की उदासीन रवैया हतप्रभ करनेवाला है।


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