झारखंड कांग्रेस के 50 सदस्यों का जत्था इंदौर में भारत जोड़ो यात्रा में होगा शामिल

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डॉ अजय ओझा।

रांची, 27 नवंबर । झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर के नेतृत्व में 50 कांग्रेसजनों का जत्था कल 28 नवम्बर 2022 को झारखण्ड प्रदेश के 12 जिलों में भारत जोड़ो यात्रा के सफल आयोजन के बाद विगत् 07 सितम्बर से कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक चलने वाली राहुल गॉंधी के नेतृत्व में चलने वाली भारत जोड़ो यात्रा में दिनांक 29 एवं 30 नवम्बर 2022 को इन्दोर, मध्य प्रदेश में शामिल होंगे।

उक्त आशय की जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि कल वायु मार्ग, टेªन एवं सड़क मार्ग द्वारा इन्दौर में भारत जोड़ो यात्रा में झारखण्ड के कांग्रेसजन शामिल होंगे। इस जत्थे में कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, भारत जोड़ो यात्रा के प्रदेश संयोजक सुबोधकांत सहाय, कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो, शहजादा अनवर, मंत्री बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख, विधायक प्रदीप यादव, अनुप सिंह, अम्बा प्रसाद, रामचन्द्र सिंह, शिल्पी नेहा तिर्की, योगेन्द्र साव, कालीचरण मुण्डा, शशि भूषण राय, बिनय सिन्हा दीपू, शकील अख्तर अंसारी, कुमार राजा, अमुल्य नीरज खलखो, सतीश पॉल मुंजनी, भानु प्रताप बड़ाईक, केदार पासवान शामिल हैं। इसके साथ-साथ प्रदेश में चल रहे महागठबंधन सरकार के मंत्री झामुमो के मिथिलेश ठाकुर भी यात्रा में शामिल होंगे।

श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के अन्दर चार चरणों की यात्रा का सफलता पूर्वक समापन हो चुका है। इन्दोर से लौटने के बाद पॉंचवे चरण की भारत जोड़ो यात्रा का शुभारंभ प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के नेतृत्व में होगा।

ज्ञात हो कि आदरणीय राहुल गॉंधी जी के नेतृत्व में दो महीने पूर्व भारत जोड़ो यात्रा की शुरूआत कन्याकुमारी में हुई थी। अब तक तकरीबन 2300 कि.मी. की यात्रा तमिलनाडु, केरल, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र होते हुए मध्य प्रदेश पहुंची है। यह यात्रा कुल 3570 कि.मी. की है, जो बारह राज्यों और दो केन्द्र शासित प्रदेशों से होकर गुजरेगी। भारत जोड़ो यात्रा के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को अपार जन-समर्थन प्राप्त हुआ है, जिसमें किसानों, मजदूरों, युवाओं, माताओं, बहनों, छोटे व्यवसायियों, खिलाड़ियों, कलाकारों ने समय-समय पर यात्रा में अपनी भागीदारी निभायी है। आज जिस प्रकार से राजनैतिक स्वार्थ पूर्ति के लिए देश के अन्दर नफरत की राजनीति को बढ़ावा दिया जा रहा है। मंहगाई और बेरोजगारी जैसे महत्वपूर्ण सवालों को गौण रखकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। साथ हीं साथ प्रतिपक्ष की लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकारों को अपदस्थ करने की नीयत से संवैधानिक संस्थाओं और केन्द्रीय एजेंसियों का दुरूपयोग करने से परहेज नहीं किया जा रहा है। यही कारण है कि देश की आम जन-मानस का अपार जनसमर्थन इस यात्रा को प्राप्त हो रहा है।


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