माननीय राज्यपाल ने आज सिल्ली में गूंज परिवार द्वारा आयोजित ‘गूंज विकास महोत्सव’ में भाग लिया

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डॉ अजय ओझा।

राज्यपाल-सह-झारखण्ड राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति महोदय ने सिल्ली कॉलेज, सिल्ली में पुस्तकालय-सह-अध्ययन केंद्र का किया उद्घाटन।

रांची / सिल्ली, 18 दिसंबर । आज सिल्ली में गूंज परिवार द्वारा आयोजित ‘गूंज विकास महोत्सव’ के अवसर पर राज्यपाल रमेश बैस ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे आज गूंज परिवार द्वारा आयोजित ‘गूंज विकास महोत्सव’ में आप सभी के बीच आकर बहुत खुशी हो रही है। इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए मैं श्री सुदेश महतो और इस संस्था से जुड़े सभी सदस्यों को बधाई देता हूँ।

मुझे बताया गया कि दिनांक 18 से 20 दिसंबर, 2022 तक ‘गूंज विकास महोत्सव’ का आयोजन यहाँ किया जा रहा है और आज का दिन महिलाओं को समर्पित किया गया है। कहा जाता है कि जहाँ नारी की पूजा होती है, वहाँ देवता निवास करते हैं। प्राचीन काल में नारी को उच्च आदर और सम्मान की दृष्टि से देखा जाता था। महिलाएँ सदैव हमारी सामाजिक, सांस्कृतिक एवं पारिवारिक व्यवस्था की रीढ़ रही हैं। यदि हम सिंधु घाटी जैसी समृद्ध सभ्यता का अध्ययन करें तो पाते हैं कि यह सभ्यता मातृसत्तात्मक थी। हमारे इतिहास में कई ऐसी नारियों का उल्लेख है, जिन्होंने कला, साहित्य और दर्शन के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त की। हमारे प्राचीन साहित्य में शैक्षिक और दार्शनिक वाद-विवादों में स्त्रियॉं की सक्रिय भागीदारी का उल्लेख है। देश की स्वतंत्रता संग्राम में भी महिलाओं ने सक्रिय योगदान से अपनी अमिट पहचान स्थापित की। आज महिलाएँ सिर्फ सामाजिक-आर्थिक रूप से स्वावलंबी ही नहीं है, बल्कि उन्होंने नीति-निर्माता के रूप में भी अपनी पहचान बनाई है। दुनिया में ऐसा कोई भी देश नहीं है जहाँ महिलाओं को नजरअंदाज कर विकास संभव हुआ है। महिलाओं को विकास की मुख्यधारा से जोड़े बिना किसी समाज, राज्य एवं देश की आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक विकास की कल्पना ही नहीं की जा सकती है।आधुनिक समाज में महिलाएँ विभिन्न क्षेत्रों में सफलतायें अर्जित कर रही है और हर क्षेत्र में कीर्तिमान हासिल कर रही हैं। देश को अपने प्रतिभा से गौरवान्वित कर रही हैं। हम सभी को उनकी उपलब्धियों पर गर्व है। हमारी बेटियों को स्वयं शिक्षित होकर दूसरों को भी शिक्षा ग्रहण करने के प्रति प्रेरित करना होगा। वे अपने कार्यों से औरों के लिए प्रेरणास्रोत का कार्य करें।

गूंज परिवार को महिला शिक्षा एवं सशक्तिकरण के लिए निरंतर कोशिश करना चाहिए। किसी भी प्रदेश में पूर्णरूपेण विकसित समाज की परिकल्पना तभी सार्थक हो सकती है, जब वहाँ की महिलाएँ सशक्त एवं शिक्षित हों। प्रसन्नता है कि झारखंड प्रदेश की महिलाएं परिश्रमी हैं। राज्य की अधिक-से-अधिक महिलाओं को इस दिशा में आजीविका मिशन से जोड़ा जा सकता है और उन्हें लघु एवं कुटीर उद्योग के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है।

मुझे खुशी है कि गूंज विकास महोत्सव के अंतर्गत कल का दिन किसानों को समर्पित किया गया है। मैं चाहूँगा कि किसानों का बेहतर मार्गदर्शन किया जाय ताकि वे अच्छी तकनीक से खेती कर सके और उनके आय में वृद्धि हो। वे जल संचयन के प्रति भी जागरूक हो। हमारे खुशहाल किसान ही समृद्ध झारखण्ड का निर्माण कर सकते हैं।

हमारे किसानों को यह भी बताना चाहिये कि कम खेत रहने पर किस प्रकार की खेती करनी चाहिये ताकि अधिक-से-अधिक उपार्जन हो। साथ ही कौन-सा भू-भाग किस प्रकार की खेती एवं फसल के लिए बेहतर होगा, इसकी जानकारी किसानों को उपलब्ध कराना होगा। किसानों का विकास और उनकी खुशहाली में ही देश की खुशहाली है।

20 दिसंबर का दिन आपने युवाओं को समर्पित किया है। मैं चाहूँगा कि सिल्ली के युवाओं में मौजूद प्रतिभा को विकसित करने के लिए गूंज परिवार और तेजी से कार्य करें ताकि यहाँ की प्रतिभा पूरे देश की शान बनें और अन्य लोगों को भी प्रेरित करें।

आज से शुरू यह ‘गूंज विकास महोत्सव’ लोगों के विकास के लिए गूंज हो, विकसित भारत के लक्ष्य को लेकर विकास के रास्ते पर चलने एवं अपने नागरिक कर्तव्यों का पालन करने की गूंज हो। सिल्ली एवं झारखण्ड प्रदेश को विकसित बनाने के लिए संकल्प लेने की गूंज हो ताकि यह प्रदेश एवं यह क्षेत्र पूरे देश में विकास का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत कर सकें। खुशी है कि सिल्ली में झारखण्ड राज्य खुला विश्वविद्यालय की सुविधा आरम्भ होने जा रहा है। इससे स्थानीय छात्र-छात्रा के अलावा सीमावर्ती राज्यों के विद्यार्थियों को भी लाभ होगा।
झारखण्ड, ओडिशा एवं प. बंगाल के कलाकारों ने बड़ी संख्या में छऊ नृत्य को प्रस्तुत किया। यह स्वर्णिम अवसर था, इसकी गूंज सिल्ली तक ही नहीं पूरे विश्व में पहुँचेगा। इन कलाकारों को शुभकामनाएं प्रदान करता हूँ।

मुझे आशा है कि गूंज के माध्यम से लोगों को जोड़ने का यह सकारात्मक प्रयास विकास में मील का पत्थर होगा। आइये, हम सभी झारखंड को सर्वोत्तम राज्य बनाने का प्रयास करें। एक बार पुनः आप सभी को इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए बहुत-बहुत बधाई।


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