राज ललित कला अकादमी की ओर से आयोजित ग्रीष्मकालीन कला कार्यशाला के दौरान बच्चों द्वारा बनाए गए चित्रों की तीन दिवसीय चित्रकला प्रदर्शनी का हुआ उद्घाटन

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तलत महमूद ।

*कला गुरू मुख्य प्रशिक्षक व अन्य वरिष्ठ गुरुओं के सान्निध्य में सीखने का अवसर मिलना सौभाग्य की बात: भानु प्रसाद*
*कला-गौरव सम्मान दे सम्मानित किया गया मेहमान कलाकारों को*
*कला प्रकृति और जीवन पर आधारित सुंदर अभिव्यक्ति:डॉ. जाहेदा खानम*

*टूडेंट लाइफ से सफल कलाकार बनने तक के सफर की राह हमवार करेगी ग्रीष्मकालीन कला कार्यशाला : तलत महमूद* 
प्रयागराज। जूनियर एवं बाल कलाकार तूलिका के माध्यम से अपने भावों को सुंदर पेंटिंग्स के जरिए  कागज एवं कैनवास पर उकेरने में सफल रहे हैं। हमारी नई पीढ़ी का सौभाग्य है कि उन्हें कला गुरूओं मुख्य प्रशिक्षक तलत महमूद एवं संयोजक रवींद्र कुशवाह के सान्निध्य में सीखने का अवसर मिला। यह बात बातें पूर्व प्रधानाचार्य एवं विशिष्ट अतिथि भानु प्रसाद तिवारी ने खानम आर्ट गैलरी में आयोजित चित्रकला प्रदर्शनी के दौरान कहीं।आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत राज्य ललित कला अकादमी की ओर से मजीदिया इस्लामिया इंटर कॉलेज में 20 दिवसीय कला कार्यशाला के दौरान बच्चों द्वारा बनाए गए चित्रों की तीन दिवसीय चित्रकला प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि गैलरी निदेशक डॉ. जाहेदा खानम ने किया। कहा कि कला प्रकृति और जीवन पर आधारित सुंदर अभिव्यक्ति है। कलाकार कला के माध्यम से अपनी कला को सरलता से अभिव्यक्त ही नहीं कर सकता है। बल्कि अपनी कला को प्रस्तुत कर समाज में जागरूकता भी लाता है। विशिष्ट अतिथि राज्य ललित कला अकादमी के सदस्य आशुतोष त्रिपाठी ने कहा कि चित्रों में सजीवता एवं लयात्मकता, रंगों और रेखाओं का तालमेल कला गुरू एवं विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत एवं लगन को दर्शाताा है। संचालन कर रहे राज ललित कला अकादमी के मुख्य प्रशिक्षक एवं वरिष्ठ कलाकार तलत महमूद ने प्रतिभागियों को छात्र जीवन से लेकर सफल कलाकार बनने के हुनर से भी अवगत कराया। कहा कि बच्चों ने इस कार्यशाला में ना सिर्फ चित्रकारी करना सीखा है। बल्कि आर्ट गैलरी में किस तरह से पेंटिंग्स को प्रदर्शित किया जाए यह भी जाना। रविंद्र कुशवाहा ने अतिथियों का स्वागत एवं धन्यवाद  के साथ बच्चों द्वारा बनाए गए चित्रों की प्रशंसा भी किया। ग्रीष्मकालीन चित्रकला कार्यशाला में बने चित्रों की प्रदर्शनी 10 जून तक चलेगी। इस मौके पर कार्यशाला के दौरान मेहमान कलाकारों में शामिल  एसोसिएट प्रोफेसर जूही शुक्ला, कसीम फारुकी, राजेंद्र भारती, पूर्व प्रधानाचार्य एनपी श्रीवास्तव, माधवी निराला, रमेश शर्मा, नीरज हिंदुस्तानी, नशरह, सुम्बुल परवीन स्वाति आदि को कला-गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यशाला में सम्मिलित सभी प्रतिभागियों को राज्य ललित कला अकादमी की ओर से प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। प्रदर्शनी में शामिल शिवाली गुप्ता, इरम फातिमा, अर्शिया, आसना बानो, आस्था तिवारी, अंशिका शुक्ला, आदित्री, उमरा नसीम एवं अनिकेश के चित्रों की प्रशंसा की गई। *************


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