दुनिया भर में गुड फ्राइडे की परम्परा

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ईसाई मान्यता के अनुसार इसी दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था। प्रेम और शांति के मसीहा ईसा मसीह को उस समय के धार्मिक कट्टरपंथी ने रोम के शासक से शिकायत करके सूली पर चढ़ा दिया। वे तो दुनिया को करूणा का पाठ पढ़ाते थे। २॰२१ में उनका बलिदान २ अप्रैल को याद किया जाएगा अर्थात इस साल २ अप्रैल को गुड फ्राइडे है।
गुड फ्राइडे दुनिया भर में ईसाई समुदाय मनाते हैं। आइए देखें किस देश में गुड फ्राइडे किस तरह मनाया जाता है।

बरमूडा – बरमूडा में गुड फ्राइडे मनाने की परंपरा बहुत अनोखी है। इस पवित्र दिन पर वहां के लोग पतंग उड़ाते हैं और काॅड फिश केक और हाॅट क्रास बन खाते हैं। आप सोच रहे हैं कि बलिदान को याद करना और पतंग उड़ाने का क्या संबंध। बरमूडा के लोग ऊंची उड़ती पतंग को प्रभू यीशू के स्वर्गारोहण का प्रतीक मानते हैं।

एल सलवाडोर – गुड फ्राइडे के तीन दिन बाद ईस्टर मनाया जाता है। ईस्टर सप्ताह के दौरान एल सलवाडोर के कैथोलिक चर्च के सदस्य सड़कों पर लकड़ी का बुरादा लेकर आते हैं और गुड फ्राइडे के दिन लकड़ी के बुरादे से रंगीन कार्पेट बनाते हैं। जिसमें जीसेस के जीवन, मृत्यु और पुनर्जीवन को बखूबी दिखाया जाता है। उसके तुरंत बाद ईसा मसीह की सांकेतिक शव यात्रा निकाली जाती है।

इंग्लैंड – गुड फ्राइडे के दिन हजारों में ब्रितानी ट्रेफेल्गर स्क्वेर पर ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाए जाने के दुखदायी नाटक को देखने के लिए जमा होते हैं। ९॰ मिनट का यह नाटक देखने के लिए टिकट नहीं लगता और सभी लोग यहां जा सकते हैं।

जर्मनी – जर्मनी में वार्षिक गुड फ्राइडे का जुलूस बेन्शियम में निकलता है जिसें दुनिया के सबसे बड़े जुलूसों में से एक माना जाता है। प्रति वर्ष इस पावन दिन पर यहां के इटालियन समुदाय के लोग धोखा, सजा, कोड़े मारना और मृत्यु का नाट्य रूपांतर प्रस्तुत करते हैं।

आयरलैंड – आयरलैंड मुख्यतः एक कैथोलिक देश है। ९0 सालों से वहां पर सभी पब गुड फ्राइडे पर बंद होते थे। इस दुखद दिन पर शराब की बिक्री नहीं होती थी। परंतु जनवरी २0१८ से यह रोक हट गई और उस दिन शराब की बिक्री होने लगी। हालंकि अभी भी कुछ पब मालिक गुड फ्राइडे के सम्मान में पब बंद रखते हैं।

इजराइल – जरूसलम शहर जहां पर ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था। ईसाई समुदाय के लोग गुड फ्राइडे के दिन उसी रास्ते पर चलते हैं जिस रास्ते पर प्रभु यीशू चले थे। बहुत से लोग तो अपनी पीठ पर उतना भारी क्रास उठाते हुए चलते हैं जितना भारी क्रास ईसा मसीह ने उठाया था।

माल्टा – यह पवित्र सप्ताह माल्टा में छुट्टी रहती है और समारोह गुड फ्राइडे के दिन अपने चरम पर होता है। पूरे देश के शहर और गांव में जुलूस निकलता है। इस दौरान ईस्टर और गुड फाइडे की कथाएं सुनाई जाती हैं।

मेक्सिको – मेक्सिको के इज्तपालपा में ४000 एक्टर जीसेस के सूली तक चलने के दृष्य का मंचन करते हैं। जीसेस के पात्र के लिए एक व्यक्ति को चुना जाता है जो कई मील तक २॰॰ पाउंड का क्रास अपने कंधे पर उठा कर ले जाता है।

पेरू – पेरू में भी गुड फ्राइडे एक दुखद दिन के तौर पर मनाया जाता है। यहां सड़कों पर छोटे जुलूस निकाले जाते हैं। लीमा में बहुत लोग लाॅर्ड आॅफ मिराकिल नामक चित्र को देखने आते हैं। इसमें ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाए जाने का दृष्य चित्रित है। इसे १६॰॰ सदी के आस पास एक गुलाम ने बनाया था। कई भूकंप झेलने के बाद भी यह सुरक्षित है।

फिलीपींस – फिलीपींस के पंपंग में दुनिया भर से स्वेच्छा कर्मी आते हैं। तीन से बारह लोगों को कांटों का ताज पहनकर क्रास पर कीलों से जड़ दिया जाता है। वे तब तक इस अवस्था में रहते हैं जब तक उन्हें नहीं लगता की वह पाप मुक्त हो चुके हैं।

वैटिकन सिटी और इटली – वैटिकन सिटी और रोम में यह पवित्र सप्ताह बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। दुनिया भर के कैथोलिकों के लिए कोलोजियम के बाहर पोप वे आॅफ द क्रास का पाठ करते हैं। लोग मोमबत्तियां जलाते हैं।


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