ग्रामीण हाट बाजार को ऑर्गनाइज करने की जरूरत – श्री बादल

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डॉ अजय ओझा।

झारखंड राज्य हॉर्टिकल्चर प्रमोशन सोसाइटी की पहली जनरल मीटिंग में कई बिंदुओं पर हुई चर्चा।

सोसाइटी का बायलॉज तैयार करेगी उप समिति।

राज्य में हॉर्टिकल्चर की प्रोडक्टिविटी और प्रोडक्शन को बढ़ावा देगी सोसाइटी।

रांची, 17 अगस्त । राज्य में हॉर्टिकल्चर को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हाल में गठित झारखंड राज्य हॉर्टिकल्चर प्रमोशन सोसाइटी की प्रथम जनरल मीटिंग नेपाल हाउस के सभागार में हुई। बैठक में राज्य के कृषि मंत्री श्री बादल ने ग्रामीण हाट बाजार को ऑर्गनाइज करने की जरूरत पर जोर दिया।

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श्री बादल ने कहा कि ग्रामीण हाट बाजार में अगर लाइट की व्यवस्था हो जाती है, तो सब्जी विक्रेताओं को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि हाट बाजार को एक सोसाइटी बनाने की जरूरत है, ताकि उसकी एक पहचान कायम हो सके।

कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विकास विभाग के सचिव श्री अबू बकर सिद्दीकी ने कहा कि राज्य में हॉर्टिकल्चर की अपार संभावनाएं हैं। राज्य के क्लाइमेट के अनुरूप जीरो क्लाइमेट जोन तैयार कर क्षेत्र विशेष में खेती पर ध्यान देने की जरूरत है,जिससे हम किसान को और ज्यादा लाभ दे सकें।

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बैठक में झारखंड  हॉर्टिकल्चर प्रमोशन सोसाइटी के क्रियाकलापों को लेकर मुख्य रूप से 4 एजेंडे पर चर्चा हुई। कृषि निदेशक श्रीमती निशा उरांव ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन के क्रियान्वयन हेतु रूल्स एंड रेग्युलेशन, एग्जीक्यूटिव कमिटी और रजिस्ट्रेशन ऑफ सोसाइटी के प्रारूप को लेकर विस्तृत रूप से चर्चा की। श्रीमती निशा उरांव ने कहा कि झारखंड राज्य हॉर्टिकल्चर प्रमोशन सोसाइटी का उद्देश्य हॉर्टिकल्चर का विकास है। हॉर्टिकल्चर की प्रोडक्टिविटी और प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सोसाइटी ग्रास रूट लेवल पर किसानों को सक्रिय करेगी। उन्होंने कहा कि किसानों के बीच वैज्ञानिक पद्धति का प्रचार प्रसार किया जाएगा एवं बाजार तक पहुंच का भी सहयोग किसानों को दिया जाएगा। सोसाइटी के माध्यम से राज्य और केंद्र की योजनाओं को संचालित भी किया जा सकता है। इसके लिए सोसाइटी को वर्तमान में 5 करोड़ रुपए की राशि फंड के रूप में दी गई है, जो उद्यान निदेशालय के अधीनस्थ है।

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सोसाइटी की गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष माननीय कृषि मंत्री एवं उपाध्यक्ष कृषि विभाग के सचिव/ प्रधान सचिव होंगे। इसके अलावा नाबार्ड, आईसीएआर, बीएयू आदि संस्थाओं से भी प्रतिनिधि सदस्य के रूप में होंगे। बैठक में आईसीएआर बीएयू एवं अन्य संस्थाओं के पदाधिकारियों ने भी अपने सुझाव दिए। बैठक में तय किया गया कि सोसाइटी का बाइलॉज एक ड्राफ्ट कमेटी तैयार करेगी, जिसमें डिप्टी सीईओ जीएसएचपीएस, उपनिदेशक हॉर्टिकल्चर -रांची, नामित सदस्य होंगे। वहीं कमेटी में कृषि निदेशालय और वित्त विभाग के प्रतिनिधि सहित चेयरमैन हॉर्टिकल्चर बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के सदस्य शामिल होंगे। कमेटी एक माह के भीतर बाइलॉज तैयार करेगी।

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बैठक में मुख्य रूप से कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के सचिव श्री अबू बकर सिद्दीकी, बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से डॉक्टर सन्याल, आईसीएआर पलांडू से डॉक्टर एके सिंह , डॉ विशाल नाथ पांडे एवं प्रगतिशील महिला किसान उषा रानी सांगा और वनोपज फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, हजारीबाग की प्रतिनिधि श्रीमती पुष्पा कुशवाहा उपस्थित थीं।


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