वित्तीय वर्ष 2020 – 21 में रांची डाक डिवीजन को हुआ 6.61 करोड़ का मुनाफा

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डॉक्टर अजय ओझा ।

सांसद संजय सेठ के सवाल पर सदन में केंद्रीय मंत्री का जवाब।

झारखंड के मामले में भारतीय डाक को 8.31 करोड़ का नुकसान हुआ।

फ्रेंचाइजी के माध्यम से अपनी सेवाओं के विस्तार में लगा है डाक विभाग।

63 लाख से अधिक पासपोर्ट लोगों के घरों तक पहुंचाए।

नई दिल्ली, 18 दिसंबर। झारखंड के रांची डिवीजन में संचालित 417 डाकघरों से 6.61 करोड़ रुपए का मुनाफा भारतीय डाक को हुआ है। उक्त आशय की जानकारी केंद्रीय संचार राज्य मंत्री श्री देवसिंह चौहान ने सांसद संजय सेठ को लोकसभा में अतारांकित प्रश्न काल के दौरान दी। सांसद श्री सेठ ने केंद्रीय मंत्री से यह पूछा था कि झारखंड में कितने डाकघर संचालित हो रहे हैं और उसमें नियोजित कर्मचारियों अधिकारियों की संख्या कितनी है? झारखंड रांची से इंडिया पोस्ट को कितना लाभ प्राप्त हुआ है? इसके अतिरिक्त सांसद ने डाकघरों के माध्यम से संचालित होने वाली योजनाओं की भी जानकारी मांगी थी।

इसका ब्यौरा देते हुए केंद्रीय मंत्री ने बताया कि रांची डाक डिवीजन में 417 डाकघर संचालित है, जबकि पूरे झारखंड में 3852 डाकघर चल रहे हैं। रांची सहित झारखंड में 2718 विभागीय कर्मचारी और अधिकारी काम कर रहे हैं। राजस्व एवं व्यय के मामले में वित्तीय वर्ष 2021-22 अक्टूबर 2021 तक झारखंड के मामले में भारतीय डाकघर को 8.31 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है जबकि रांची डाक डिवीजन ने 6.61 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया है।

मंत्री ने बताया कि डाक सेवाओं के विस्तार के लिए विभाग की वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित जिलों में डाकघर खोलने के साथ-साथ पुनर्स्थापना के माध्यम से डाकघर खोलने की योजना है। इसके अतिरिक्त डाक विभाग की ऐसे स्थानों पर फ्रेंचाइजी आउटलेट खोलने की योजना भी है, जहां डाकघर की मांग तो है किंतु डाकघर खोला जाना व्यवहारिक नहीं है।

केंद्रीय मंत्री ने सांसद को लिखित जवाब में बताया कि भारत सरकार की कई योजनाएं जैसे राष्ट्रीय बचत योजना, जन सुरक्षा योजना, अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, डाक जीवन बीमा तथा ग्रामीण डाक जीवन बीमा योजनाएं हैं, जिनका संचालन डाकघर के माध्यम से किया जाता है। इन योजनाओं के माध्यम से 4347 लाख खाताधारक वर्त्तमान समय में हैं, वही 101 लाख बीमा पॉलिसी धारक भी डाकघरों की योजनाओं से लाभान्वित हुए हैं। डाकघरों की अन्य सेवाओं में आधार नामांकन व अपडेट करने का काम किया जाता है, जिसमें 431 लाख से ज्यादा ग्राहक लाभान्वित हुए हैं, वही डाकघर के माध्यम से पासपोर्ट के लिए 63.39 लाख से अधिक आवेदन भी प्राप्त हुए हैं और उन्हें पासपोर्ट उनके घरों तक पहुंचाया गया है। इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की सेवाओं से लगभग 5 करोड़ से अधिक खाताधारकों को डाक विभाग ने अपनी सेवाएं दी है और 7 लाख जीवन प्रमाण पत्र सबके घरों तक पहुंचाए गए हैं। इसके अतिरिक्त डाकघर कई अन्य तरह की सेवाएं भी प्रदान कर रहा है और समय के साथ इस में परिवर्तन भी करने की योजना है।


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