न्यूज अपडेट 9 मार्च:सरकार ने 15 जिलों में हॉटस्पॉट एरिया में घेरा बना कर कोरोना वायरस के खिलाफ निर्णायक जंग शुरू कर दिया

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9 मार्च, लखनऊ : प्रदेश में जिस जिला से ६ या उससे अधिक कोरोना वाइरस से संक्रमित लोग पाए गए है उन शहरों में एक या उससे अधिक हॉटस्पॉट(hotspot) बनाकर योगी सरकार ने घेरा बंदी कर दिया गया है। इस रणनीति से जो लोग अधिक संभावित, संक्रमित जगहों में रह रहे है उनपर नजर रखी जा सकेगी और उन लोगो को भी बचाया जायेगा जो चिन्हित हॉटस्पॉट एरिया में नहीं रह रहे है। आज लखनऊ स्थित लोक भवन में, अपर मुख्य सचिव, गृह एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस दौरान मुख्यमंत्री के कोरोना वायरस के खिलाफ रणनीति के बारे विस्तार से जानकारी दिए।

अपर मुख्य सचिव श्री अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में सील किए गए हॉटस्पॉट(hotspot) क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है । इसके साथ ही उन्होंने इन क्षेत्रों की समीक्षा करने का भी निर्देश दिया है।सीएम ने निर्देश दिया है कि सील किए गए हॉटस्पॉट(hotspot) एरिया में डोर स्टेप डिलीवरी, मेडिकल और सेनीटाइजेशन की व्यवस्था से संबंधित कर्मियों के अतिरिक्त किसी को भी ना जाने दिया जाए।

अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि प्रदेश के 15 जिलों के हॉटस्पॉट(hotspot) एरिया से संबंधित सभी पहलूओं की गंभीरता से समीक्षा की जाए। इस संबंध में सभी जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि हॉटस्पॉट(hotspot) एरिया में मजिस्ट्रेट, पुलिस अधिकारी के तैनाती की समीक्षा किए जाने का निर्देश प्राप्त हुआ है। इसके अलावा हॉटस्पॉट(hotspot) में आने वाले मकानों की संख्या, जनसंख्या की भी जानकारी एकत्र करने के निर्देश सीएम योगी ने दिए हैं। सीएम योगी का निर्देश है कि हॉटस्पॉट(hotspot) एरिया में फायर टेंडर द्वारा हर दिन सेनिटाइजेशन किया जाए।

अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हॉटस्पॉट(hotspot) एरिया में कोरोना पॉजिटिव केसों की संख्या के अतिरिक्त वहां कितने संदिग्ध है और कितने क्वारंटीन में लिए गए हैं। इसकी भी समीक्षा के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है। इसके साथ ही वहां बैरिकेटिंग व गेट लगाकर आवागमन को रोकने की कार्रवाई का निर्देश पहले ही जारी कर दिया गया है। इन एरिया में दूध, राशन, फल सब्जी की उपलब्धता की अलग से समीक्षा करने का निर्देश सीएम योगी ने दिया है। इसके अलावा इन एरिया में पीआरवी 112 की भी तैनाती करने का निर्देश दिया गया है।

अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में उपलब्ध वेंटिलेटर (ventilator) की बढ़ती मांग को देखते हुए इसका विशेष रूप से ऑडिट करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है। जिससे वेंटिलेटरों( ventilator ) की स्थिति की सही जानकारी उपलब्ध हो सके। उन्होंने बताया कि प्रदेश में मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। किसी भी प्रदेशवासी को विशेष परिस्थितियों में अगर बाहर निकलना पड़ता भी है तो मास्क लगाना अनिवार्य है। मास्क नहीं लगाने पर कार्रवाई की जा सकती है।

अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि केंद्र सरकार ने आरोग्य सेतू(Arogya Setu) नाम से एक मोबाइल एप लांच किया है। जिसे हर कोई अपने मोबाइल में डाउनलोड करके कोरोना से रोकथाम व बचाव की सही जानकारी प्राप्त कर सकता है।

प्रदेश में अब तक 410 केस, 4 की मौत: प्रमुख सचिव स्वास्थ्य

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में अबतक 410 केस सामने आए हैं। 4 लोगों की मौत हुई है। 410 में से 31 पेशेंट का उपचार कर उन्हें घर भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि 410 में 221 केस तबलीगी जमात के लोगों के ही हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अबतक 9441 आइसोलेशन बेड उपलब्ध करा दिए गए हैं और इन्हें बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा हैं।

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि छोटे-छोटे शहरों में जहां बड़े अस्पताल नहीं हैं वहां प्राइवेट अस्पतालों का चयन कर कोरोना पॉजिटीव केस का प्राथमिक उपचार किया जाएगा। शुरुआती 5 दिन के इलाज के बाद मरीजों को दूसरे बड़े अस्पताल में भेज दिया जाएगा। इसके साथ ही उस अस्पताल को पूरी तरह सेनीटाइज करके उसमे दोबारा कोरोना पेशेंट का इलाज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अबतक 6 प्राइवेट अस्पतालों को इसके लिए चयन किया गया है।

संदीप मित्र


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