न्यूज़ उन्नाव:हाइड्रॉसिल के 54मरीजों का हुआ ऑपरेशन।

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जतिन कुमार चतुर्वेदी

जनपद में कुल 1044 हाइड्रोसील के मरीज।
15 जनवरी से 15 फरवरी तक हाइड्रोसील के मरीजों का होगा ऑपरेशन।
आशा कार्यकर्ता ऑपरेशन के लिए कर रहीं प्रेरित।
राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जनपद में 15 जनवरी से 15 फरवरी तक हाइड्रोसील के मरीजों के ऑपरेशन नियत सेवा दिवस के माध्यम से किए जा रहे हैं।यह जानकारी मुख्य चिकित्साधिकारी उन्नाव डा. सत्य प्रकाश ने दी।उन्होंने बताया कि जनपद में हाइड्रोसील के कुल 1044 मरीज हैं। जिनमें से 54 मरीजों का ऑपरेशन 15 जनवरी से अब तक हो चुका है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि फाइलेरिया रोग का प्रमुख लक्षण पुरुषों में हाइड्रोसील(अंडकोष में सूजन) है।फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला संक्रामक रोग है जिसे हाथी पाँव के नाम से जाना जाता है।
हाइड्रोसील में पुरुष के अंडकोष में पानी भर जाता है जिसके कारण अंडकोष में सूजन आ जाती है।
जिला मलेरिया अधिकारी रमेश चंद्र यादव ने बताया कि आशा कार्यकर्ता हाइड्रोसील के मरीजों को ऑपरेशन कराने के लिए प्रेरित कर रही हैं।
अभी तक जिला अस्पताल में हाइड्रोसील के 16, नवाबगंज ब्लॉक में 13, सफीपुर में 10, गंजमुरादाबाद में पाँच, पुरवा में छह और बंगारमऊ में चार मरीजों का ऑपरेशन किया जा चुका है। बाकी मरीजों के ऑपरेशन आगे आने वाले दिनों में किए जाएँगे। हमारा लक्ष्य हाइड्रोसील के चिन्हित शत प्रतिशत मरीजों का ऑपरेशन करना है।
फ़ाइलेरिया से बचाव ही इसका सही उपचार है।यदि यह बीमारी हो गई तो यह पूरी तरह से ठीक नहीं होती है।उचित प्रबंधन से प्रभावित अंगों की देखभाल की जा सकती है और रोजमर्रा के काम किए जा सकते हैं।
फाइलेरिया बीमारी मच्छर के काटने से होती है । इसके लक्षण पाँच से 15 साल बाद दिखाई देते हैं और तब तक बहुत देर हो चुकी होती है । इसलिए मच्छरों से बचें और जब भी आशा कार्यकर्ता फाइलेरिया की दवा खिलाने आयें तो जरूर खाएं।


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