न्यूज़ रायबरेली:दस्तक अभियान में सहयोग देने वाली मीना मंच की सुगमकर्ता शिक्षिकाओं को किया गया सम्मानित

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जतिन कुमार चतुर्वेदी

स्वास्थ्य विभाग एवं शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में विकास भवन सभागार में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अंशुमान सिंह एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी के प्रतिनिधि खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय वीरेंद्र कनौजिया की अध्यक्षता में सम्मान समारोह आयोजित हुआ | जिसमें विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान दस्तक अभियान में सहयोग देने वाली मीना मंच सुगमकर्ता शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया । इस मौके पर उपस्थित अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अंशुमान सिंह ने कहा कि संचारी अभियान के तहत शिक्षिकाओं का योगदान बहुत ही अहम हो जाता है क्योंकि हर घर का बच्चा विद्यालय आता है और विद्यालय में जो शिक्षा दी जाती है उस पर अपने घर में अमल करता है अपने घरवालों को बताता है तो संदेश हर घर तक पहुंचता है |
शिक्षिकाओं द्वारा किए जा रहे प्रयासों का परिणाम है कि लोग अब मच्छर जनित रोगों के प्रति जागरूक हो रहे हैं।

बेसिक शिक्षा अधिकारी के प्रतिनिधि खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय वीरेंद्र कनौजिया ने कहा कि हमारी शिक्षिकाएं किसी भी कार्यक्रम की रीढ़ की हड्डी के तौर पर काम करती हैं और स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर संचारी कार्यक्रम में इनका बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहा | यह इसके लिए बधाई के पात्र हैं इन को सम्मानित करना एक गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि मीना मंच की सुगमकर्ता शिक्षिकाओं ने विभिन्न गतिविधियों जैसे नुक्कड़ नाटक, कठपुतली , आलेखन, पोस्टर और रैली आदि के माध्यम से संचारी एवं दस्तक अभियान में मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिए जन जागरण का कार्यक्रम किया है | विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक अभियान साल में तीन बार आयोजित होता है और शिक्षिकाओं ने सभी अभियानों में बढ़कर हिस्सा लिया।

जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डीएस अस्थाना ने कहा कि चाहे वह संचारी हो या दस्तक कार्यक्रम हो या टीकाकरण या फाइलेरिया उन्मूलन अभियान हर कार्यक्रम में मीना मंच की शिक्षिकाओं का सहयोग हमें बराबर मिलता रहा है इनके सराहनीय योगदान को देखकर हम लोगों ने इनको सम्मानित करने के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया है।

स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी ने बताया कि 10 अगस्त से फाइलेरिया बीमारी से बचाव के लिए सर्वजन दवा सेवन अभियान (आईडीए) शुरू होने वाला है। इस अभियान के तहत दवा का सेवन स्वयं करें और दूसरों को करने के लिए प्रेरित करेंक्योंकि फाइलेरिया एक ऐसी बीमारी है जिसका कोई इलाज नहीं है। दवा का सेवन ही इस बीमारी का बचाव है। कार्यक्रम का सफल संचालन बेसिक शिक्षा विभाग के श्याम श्याम सुंदर पांडे ने किया इस कार्यक्रम में. यूनिसेफ की डीएमसी बंदना त्रिपाठी, , सहायक मलेरिया अधिकारी अनिल मेसी, अखिलेश सिंह,, आतिफ खान, सहाना जमीर, सतीश शुक्ला आदि उपस्थित रहे।


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