न्यूज़ लखनऊ:क्षत्रिय समाज के इतिहास व महापुरुषों को जातियो मे बांट कर विवादित करना वेहद निंदनीय- राघवेंद्र सिंह राजू

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सौरभ सिंह सोमवंशी

अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के वरिष्ठ राष्ट्रीय महामंत्री राघवेंद्र सिंह राजू ने कहा है कि जिस तरह से क्षत्रिय कुल में जन्म लिए हुए महापुरुषों के बारे में अब गलत जानकारी फैलाई जा रही है जैसे उनको किसी दूसरे कुल का बताने जैसी साजिशें हो रही है। इसके खिलाफ सत्तारूढ सरकारो को संज्ञान लेना चाहिए
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के दैनिक जागरण चौराहा स्थित पंजीकृत कार्यालय पर संगठन के वरिष्ठ राष्ट्रीय महामंत्री राघवेंद्र सिंह राजू ने कहा कि जातियों उपजातियाो मे क्षत्रिय राजपूत महापुरुषों को बांधना उचित नही कही कई समाज आज उनको अपनी जाति का बताते हैं.जिनको समाज मे जातीय उन्माद पैदा करना बांटना छांटना गंभीर प्रकरण
इस तरह की घटनाओं से हमारे समाज को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है .महामंत्री ने दो टूक कहा कि क्षत्रिय समाज सम्राट पृथ्वीराज चौहान क्षत्रिय वंश मे वह हिंदू हृदय सम्राट थे लेकिन जब कुछ अराजक तत्व उनको अपनी जाति का बताते हैं तो स्पष्ट करना पड़ता है कि वह हमारे क्षत्रिय बंश से आते थे। इसी प्रकार से महाराजा अनंगपाल तोमर और सम्राट मिहिर प्रतिहार .आल्हा ऊदल.
जो क्षत्रिय समाज के थे, इन महापुरुषों को भी कुछ अराजक तत्व अपनी जाति का बताने का असफल प्रयास कर रहे हैं . कहा कि सरकार यदि समय रहते इन लोगों पर अंकुश नहीं लगाती है तो
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा सड़क पर उतरने को विवश होगी।

उन्होंने कहा कि क्षत्रिय नेताओं के खिलाफ भी लगातार साजिश की जा रही है जो निंदनीय है।देश मे सहारनपुर विवाद का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सम्राट मिहिर भोज के बारे में सभी जानते हैं कि वह क्षत्रिय समाज के थे इसके बावजूद जिस तरह से अन्य समाज के लोग उनके ऊपर अपना हक जमा रहे हैं वह निंदनीय है ऐसे लोगो पर जांच बाद राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दायर हो महापुरुष किसी एक जाति या समाज के नहीं होते वह सर्व समाज के होते हैं।4 जून को संगठन बदलापुर जौनपुर उत्तर प्रदेश व 4 जून को अजमेर राज्यस्थान मे कार्यक्रमों को सफल बनाए।


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