नई दिल्ली : दिल्ली पुस्तक मेला ’22 एक रपट

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सुधीर।

छब्बीसवां दिल्ली पुस्तक मेला और 22 वां स्टेशनरी एवं गिफ्ट एक्सपो आज नव निर्मित प्रगति मैदान में सीएमडी आईटीपीओ और एफआईपी के प्रेसिडेंट श्री रमेश मित्तल के कर कमलों द्वारा शुरू हो गया।हाल नंबर तीन और चार में ,एक ही छत के नीचे किताबों स्टेशनरी, पठन सामग्री, शैक्षिक खेल खिलौने का रुपहला संसार बस गया है।नब्बे से अधिक प्रकाशक और अन्य साजो सामान अब दिल्ली और एनसीआर के दर्शकों के पेशे नज़र है।

आईटीपीओ की सुघड़ व्यवस्था पीने का पानी,फ्री शटल सेवा,साफ सुथरे प्रसाधन जन सुविधाएं अब माहौल को बेहतर बना रही हैं।
मेले में राष्ट्रीय पुस्तक न्यास,प्रकाशन विभाग, साहित्य अकादमी, इग्नू,के साथ साथ निजी प्रकाशकों ने अपने अपने स्टॉल सुंदर तरीके से सजाए हैं।प्रकाशन विभाग का स्टॉल दर्शनीय है।इसका उद्घाटन सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री विक्रम सहाय के द्वारा आज चार बजे होना था।दूरदर्शन से श्री गिरीश निशाना की टीम आज दो बार आई परंतु अब प्रकाशन विभाग के स्टॉल का विधिवत उद्घाटन कल दस बजे होगा।स्टॉल इंचार्ज श्री मीणा के निर्देशन में श्री अभिषेक,श्री राकेश कोहली,दिनेश तंवर,शशि चौबे,अभय शर्मा और भरोसेमंद साथी श्री राम नाथ,,, का ग्राहकों से व्यापारिक अंदाज़ उपयुक्त रहा है और स्टाल पर भीड़ पहले दिन से ही है।इस टीम का सहज सजग अंदाज़ डीजी श्रीमती अनुपमा भटनागर के कौशलपूर्ण प्रबंधन दक्षता के साफ साफ बताता है।

एनबीटी का स्टॉल मुकेश कुमार और दिनेश कुमार की तैनाती में है,स्टॉल भले ही छोटा है परंतु कार्यरत स्टाफ पूरे जोशोखरोश से पुस्तकों के बारे में बताने और बेचने में दत्त चित्त रहता है, यह कहीं न कहीं उच्च अधिकारियों की प्रबंधता दर्शन को दर्शाता है,इसके लिए प्रोफेसर गोविंद प्रसाद शर्मा,चेयरमैन,श्री युवराज मालिक ,पंकज चतुर्वेदी, कुमार विक्रम,कंचन वांचू शर्मा के समन्वय को इंगित करता है।

एफआईपी के सर्व रमेश मित्तल,नवीन गुप्ता,प्रणव गुप्ता डॉक्टर अशोक गुप्ता और अन्य पदाधिकारियों की सजग देख रेख में है उनका ग्रुप आज हर स्टॉल पर जाकर मिल रहा है यह एक बेहतर और शुभ संदेश है। जोकि प्रोफेशनल अंदाज़ को बताता है।प्रणव गुप्ता एक युवा और पूर्ण व्यवसायिक सोच के व्यक्ति है जो एफआईपी के उज्जवल और सशक्त भविष्य को बताने में सक्षम है।इनकी भूमिका नीलसन सर्वे के विक्रांत माथुर जी के साथ इंडियन बुक सर्वे में अहम रही है। श्री उदय मन्ना की सक्रिय भूमिका भी दर्शनीय है। आज़ादी के अमृत महोत्सव को मजबूती से उकेरने में आर जे एस पॉजिटिव मीडिया का रोल अहम रह सकता है और आईटीपीओ एक सक्रिय और सशक्त संगठनात्मक अंदाज़ में उभर कर आ सकता है।एनसीईआरटी का स्टॉल इसके शेष बचे न्यूनतम स्टाफ की सक्रियता से गुलजार है,श्री उमेश जैन इसके प्रभारी हैं। इसका पक्का अंदाजा, राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के आगामी न्यू दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में तय होगी।

हमारे आदरणीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के स्वप्न यथा पढ़ेगा भारत बढ़ेगा भारत और विश्व गुरु भारत ऐसे ही आयोजनों से विश्लेषित हो कर ज्ञान और कौशल पर आधारित अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ तरीके से उकेरा जा सकता है।

यह आयोजन जो अब पांच दिन का है,अब इसका पूरा तथ्य आधारित आकलन तो इस मेले के बाद ही हो पाएगा।


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