मुक्त विश्वविद्यालय में योग पर व्याख्यान का आयोजन

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सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के लिए योग कारगर।

राज्यपाल सचिवालय के निर्देशानुसार विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह के निर्देशन में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के पूर्व योग से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों की श्रृंखला में उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से पूर्व मनाए जा रहे योग पखवाड़ा कार्यक्रम के अंतर्गत सोमवार को स्वास्थ्य विज्ञान विद्या शाखा के तत्वावधान में ’’सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह में योग एक वरदान’’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन हुआ।

मुख्य वक्ता डॉ विद्या निवास पांडेय, पतंजलि योगपीठ ने कहा कि योग के मार्ग पर चलकर जीवन में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाया जा सकता है। योग से नकारात्मकता दूर होती है और हम अपने जीवन में काम क्रोध राग देश आदि विकारों से मुक्त हो जाते हैं और परमात्मा की ओर अग्रसर होने लगते हैं। हम सकारात्मक होकर ही समाज में फैल रही बुराइयों को कम कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि समाज में फैल रही हिंसा, क्रोध, लड़ाई झगड़े आदि को योग के माध्यम से ही रोका जा सकता है। योग में इतनी ताकत है कि विभिन्न राष्ट्रों के मध्य होने वाली लड़ाईयों को रोका जा सकता है। अष्टांगिक योग के सूत्र से उनके नेतृत्व करने वाले राष्ट्राध्यक्षों में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाया जा सकता है और उनमें कटुता की भावना दूर कर आपसी मित्रता बढ़ाई जा सकती है।
डॉ पांडेय ने कहा कि योग एक अनुशासन है जिसको हम स्वयं पर धारण करते हैं। इस अनुशासन को धारण करके ही हम जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं और समाज को भी सकारात्मकता की तरफ ले जाते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रभारी निदेशक स्वास्थ्य विज्ञान प्रोफेसर एस कुमार ने कहा कि योग को जीवन का प्रमुख अवयव माना गया है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी लोगों को योग को अपनी दिनचर्या में अवश्य शामिल करना चाहिए। जिससे मानसिक एवं शारीरिक रूप से वह फिट रह सकें।
व्याख्यान का संचालन डॉ मीरा पाल एवं धन्यवाद ज्ञापन श्री अनुराग शुक्ला ने किया। मुख्य वक्ता डॉ0 पाण्डेय ने कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर एस कुमार एवं डॉ मीरा पाल को यथार्थ गीता भेंट स्वरूप प्रदान किया। योग पखवाड़े के अंतर्गत अगला व्याख्यान 14 जून को आयोजित किया जाएगा।


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