प्रयागराज स्थित बड़ी कोठी में हुआ हिन्दीस्तान काव्य गोष्ठी का आयोजन’

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मनीष कपूर।

रविवार, 17 सितंबर को हिन्दीस्तान ने दारागंज स्थित बड़ी कोठी में ‘हिन्दीस्तान काव्य गोष्ठी’ का आयोजन किया। हिन्दीस्तान द्वारा आयोजित यह तेरहवीं काव्य गोष्ठी इलाहाबाद में सम्पन्न हुई, जिसमें इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं समेत शहर के अन्य नवोदित कवियों ने सम्मिलित होकर अपनी कविताओं और ग़ज़लों का पाठ किया।

साथ ही इस आयोजन में समकालीन हिंदी कविता की दो प्रमुख कवयित्री कविता कादंबरी और रूपम मिश्र जी मौजूद रहीं। हिन्दीस्तान ‘कला, साहित्य और सिनेमा’ का मंच है जो विगत एक वर्ष से अलग-अलग शहरों में नए कवियों को जोड़ने का काम कर रहा है। गोष्ठी की शुरुआत इलाहाबाद विश्वविद्यालय की बी.ए. की छात्रा हर्षिता त्रिपाठी की कविताओं से हुई। नवोदित कवियों में आदित्य पांडेय, आंशी अग्निहोत्री, केतन यादव, त्रिनेत्र दुबे, प्रगति राज, श्रद्धा मिश्रा, अस्तित्व, विपुल जायसवाल, गोविंद निषाद, प्रदीप्त प्रीत, क्रिशन गौतम, अनुभव अग्निहोत्री आदि कवियों ने अपनी कविताओं का पाठ किया। जिनमें प्रेम के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों को रखा गया। इसके साथ प्रियम दुबे, आदर्श कुमार, अग्निवेंद्र सिंह ने अपनी ग़ज़लों का पाठ किया। अंत में अथिति कवि के रूप में मौजूद रूपम मिश्र ने अपने काव्य संग्रह ‘एक जीवन अलग से’ से कविताओं का वाचन किया। साथ ही काविता कादंबरी जी ने अपने काव्य संग्रह ‘हम गुनाहगार और बेशर्म औरतें’ से अपनी बहुचर्चित कविता ‘मेरे बेटे’ एवं अन्य कविताओं का पाठ किया और समाज के अंतिम व्यक्ति के बारे में विचार करते हुए उनके जीवन को कविताओं का विषय बनाने की बात कही। इनकी कविताओं ने स्त्री जीवन के बने-बनाये नैरेटिव्स को तोड़ते हुए उन्हें स्वतंत्र रूप में देखने और समझने की मांग की। हिन्दीस्तान के संस्थापक विकास रावल ने हिन्दीस्तान संस्था के उद्देश्यों को सामने रखा। गोष्ठी के अंत में ‘हिन्दीस्तान लेखक 2023’ के तहत चयनित लेखक बेगूसराय के कवि रहमान की शीघ्र प्रकाश्य कविता संग्रह ‘प्रेम के पोस्टकार्ड’ का विमोचन हुआ। टीम के सहायक के रूप में आकाश, आंसर वेंचर्स के डायरेक्टर नीतीश के.एस, और विवेक शर्मा मौजूद रहे। गोष्ठी का संचालन टीम के सदस्य शिवम चौबे ने किया।


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