राज्यपाल रमेश बैस ने जमशेदपुर में श्री सत्य सांई संजीवनी अस्पताल का किया उद्घाटन

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डॉ अजय ओझा।
रांची, 18 नवंबर । राज्यपाल रमेश बैस ने औद्योगिक नगरी जमशेदुपर में श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल का उद्घाटन किया। अस्पताल के शुभारंभ के अवसर पर राज्यपाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि मानवता की सच्ची सेवा ही जीवन का धर्म और ईश्वर की सच्ची भक्ति है। जीवन में परोपकार से बड़ा कोई पुण्य नहीं है।

इस तरह ईश्वरीय प्रेरणा से श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल का शुभारंभ होना समाजहित में सार्थक है। श्री सत्य साईं ने संसार को प्रेम, दया, करूणा, सहिष्णुता और मानवता का संदेश दिया। उनके विचार में मानव सेवा ही ईश्वर सेवा है। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन दीन-हीन और पीड़ितों के लिए अर्पित किया। प्राचीन अस्पताल जरूरतमंदों के लिए आश्रय स्थल थे। अस्पताल रोगियों को देखभाल की सुविधा प्रदान करते थे, लेकिन विज्ञान, प्रौद्योगिकी और प्रशिक्षण में प्रगति ने आधुनिक अस्पतालों को न केवल देखभाल की जगह बल्कि इलाज की जगह भी बना दिया है।

राज्यपाल ने कहा कि अस्पताल किसी भी समाज के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक है। यह एक राष्ट्र के बुनियादी ढांचे का निर्माण करते हैं। देश में पर्याप्त संख्या में अस्पताल, उनमें उचित उपकरण और सुविधाएं आप लोगों का देश के प्रति अपने नागरिकों की देखभाल और चिंता को दर्शाती हैं। आज अस्पताल लोगों के जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है। अत्यधिक प्रदूषण स्तर और बदलती जीवन शैली की वजह से अधिक से अधिक लोग बीमारियों के शिकार हो रहे हैं और उन्हें पर्याप्त चिकित्सा की आवश्यकता होती है। जब हम अस्पताल जाते हैं, अपने रोगों का उपचार कराते हैं। हालांकि, रोगी के बीमार होने से पहले ही परामर्श सेवाएँ प्रदान करके जीवनशैली में बदलाव के महत्व को समझाकर अस्पताल और भी अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। अगर हमारे पास अच्छे डॉक्टर हैं और आसपास के क्षेत्र में चिकित्सा सुविधाएं हैं तो यह राहत की सांस देता है क्योंकि हमें पता है कि हमारे पास तत्काल बीमारी का निदान है। एक अस्पताल का संचालन सिर्फ वहाँ के चिकित्सक के भरोसे नहीं हो सकता है, अस्पताल के बेहतर संचालन में चिकित्सक के साथ नर्स, कंपाउंडर, सफाईकर्मी आदि सभी का अहम दायित्व है।अस्पताल की मूल भूमिका रोगी की देखभाल, बीमारी का उपचार, उसके स्वास्थ्य लाभ की देखभाल, दवाओं का सुरक्षित और प्रभावी उपयोग के अलावा अनुसंधान करना भी होना चाहिए। मुझे खुशी है कि सद्गुरू श्री मधुसूदन साई जी के मागदर्शन में मदर एवं चाईल्ड केयर प्रारंभ होने से इस प्रदेश की माताओं और बच्चों को बेहतर इलाज की सुविधाएं मिलेगी। यहां बच्चों के स्वास्थ्य और माता के गर्भ में ही जांच किये जाने की आधुनिकतम सुविधा उपलब्ध है, जिससे जन्म लेने के बाद बच्चे का तुरंत इलाज किया जा सकता है।

मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि श्री सत्य साईं संस्था के द्वारा आज देश-विदेश में कई अस्पताल निःशुल्क चलाए जा रहे हैं। बताया गया कि पिछले 10 वर्षों में श्री सत्य साईं संजीवनी सेंटर फॉर चाइल्ड हार्ट केयर ने लगभग 23 हजार से अधिक चाइल्ड हर्ट सर्जरी तथा 2 लाख से अधिक बच्चों का ओ.पी.डी. में उपचार निःशुल्क किया है। इसके अलावा, विभिन्न शिविरों के माध्यम से एक लाख से अधिक महिलाओं और बच्चों को निःशुल्क चिकित्सा सेवा प्रदान की गई है। मैं इस संस्था के द्वारा किये जा रहे कार्यों से अवगत हूँ। रायपुर में इस संस्था द्वारा बच्चों के हृदय का निःशुल्क ऑपरेशन व उपचार बहुत व्यवस्थित ढंग से किया जाता है और अन्य राज्यों के लोग भी अपने बच्चों का उपचार कराने पहुँचते हैं।

मानव सेवा की दिशा में इस संस्था द्वारा किए गए कार्यों की सराहनीय है। संस्था द्वारा मरीज का पूर्णतः समर्पित भाव से उपचार किया जाता है। आशा है कि शीघ्र ही यहाँ रायपुर की तर्ज़ पर इस संस्था द्वारा यहाँ भी हर्ट सर्जरी की सुविधा सुलभ होगी।

अंत में, एक बार पुनः आप सभी चिकित्सकों, चिकित्सा कर्मियों और संस्था से जुड़े हुए लोगों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूँ और इस अस्पताल के सफल संचालन और प्रगति की कामना करता हूँ।


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