मॉरीशस की पहली महिला राष्ट्रपति : डॉ अमीना गुरीब फकिम

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डॉ अजय ओझा।
मॉरीशस हिन्द महासागर में बसा लघु हिन्दुस्तान है। मॉरीशस की कुल आबादी का लगभग 70 %लोग भारतीय मूल के हैं, जिसमें 90 % भोजपुरिया हैं।

मॉरीशस के भूतपूर्व मंत्री जगदीश्वर गोवर्धन और मैंने 6 जनवरी से लेकर 25 फरवरी (2011) तक 50 दिवसीय भारत भोजपुरी यात्रा किया था। इस यात्रा का आयोजन “इंडियन डॉयस्पोरा & वर्ल्ड भोजपुरी सेंटर” मॉरीशस, “विश्व भोजपुरी सम्मेलन” (उतरप्रदेश ईकाई) तथा “भोजपुरी फाउण्डेशन” भारत ने संयुक्त रूप से किया था। उसी वर्ष 14 जून, 2011 को तत्कालीन प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम सरकार ने मॉरीशस में भोजपुरी भाषा को सरकारी मान्यता प्रदान की थी। मॉरीशस में भोजपुरी को मान्यता दिलाने में इस 50 दिवसीय यात्रा का भी ऐतिहासिक योगदान रहा है।

दो साल बाद जब मॉरीशस में अनिरुद्ध जगन्नाथ जी की सरकार आई तब मेरे गहरे मित्र श्री जगदीश्वर गोवर्धन जी भारत में मॉरीशस के राजदूत बनकर आये।

जून, 2015 में मॉरीशस की सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ अमीना गुरीब फकीम वहां की पहली महिला राष्ट्रपति बनी। उसी साल दिसंबर में उनका भारत दौरा हुआ। श्री गोवर्धन जी ने उस अवसर पर मुझे भी मॉरीशस दूतावास में आंमत्रित किया था। महामहिम राष्ट्रपति महोदया से बहुत अच्छी मुलाकात और बातचीत हुई। मैंने उन्हें भारत में भोजपुरी भाषा और उसकी स्थिति के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने काफी रुचि से मेरी बातों को सुना और इस दिशा में मॉरीशस से हर तरह का सहयोग उपलब्ध कराने की बात कही।

आजकल श्री गोवर्धन जी मलेशिया में मॉरीशस के राजदूत हैं। भारत में मॉरीशस के राजदूत का पद आजकल रिक्त है। अगर मॉरीशस सरकार श्री जगदीश्वर गोवर्धन जी को भारत में अपना राजदूत बनाकर पुनः भेज देती तो बहुत ही अच्छा होता। श्री गोवर्धन जी के आने से भोजपुरी भाषा के विकास में गति तो आती ही साथ ही भारत-मॉरीशस संबधों को भी एक नया आयाम मिलता…

✍️ डॉ अजय ओझा, चेयरमैन – भोजपुरी फाउण्डेशन।


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