झारखंड की पूर्व राज्यपाल एवम एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार श्रीमती द्रौपदी मुर्मू एकदिवसीय दौरे पर पहुंची झारखंड

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डॉ अजय ओझा।

पारंपरिक रीतिरिवाज से हुआ भव्य स्वागत।

एनडीए की बैठक में सांसद और विधायकगण को किया संबोधित, सहयोग के लिये किया अपील।

झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आवास पर किया मुलाकात, राष्ट्रपति चुनाव में मांगा सहयोग ।

रांची, 4 जुलाई। झारखंड की पूर्व राज्यपाल एवम एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार श्रीमती द्रौपदी मुर्मू आज अपने एकदिवसीय दौरे पर झारखंड पहुंची। बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर उनका भाजपा एसटी मोर्चा के कार्यकर्ताओं द्वारा पारंपरिक रीति रिवाज, नृत्य संगीत ढोल नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया गया।

श्रीमती मुर्मू के साथ केंद्रीय मंत्री,पर्यवेक्षक श्री अर्जुन मेघवाल एवम महाराष्ट्र की सांसद हिना गबित भी नई दिल्ली से साथ पधारे।

बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से श्रीमती मुर्मू होटल बीएनआर चाणक्य पहुंची जहां आयोजित एनडीए के सांसद विधायकगण की बैठक में शामिल हुई।

प्रदेश अध्यक्ष सांसद दीपक प्रकाश,पूर्व मुख्यमंत्री नेता विधायकदल बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा,कार्यक्रम ,महामंत्री सांसद आदित्य साहू, संयोजक महामंत्री प्रदीप वर्मा ,महामंत्री बालमुकुंद सहाय सहित सांसद गण ,विधायकगण कोर कमिटी के डॉ रविन्द्र राय,दिनेशानंद गोस्वामी ने मंच पर पुष्प गुच्छ देकर किया स्वागत। संचालन विधायक अनंत ओझा ने किया।

मेरे रग रग में झारखंड है, झारखंड मेरा गाँव है, मेरे पूर्वज भी झारखंड से : द्रौपदी मुर्मू

एनडीए सांसद एवम विधायकगण की बैठक को संबोधित करते हुए यहां के वीर शहीदों भगवान बिरसा मुंडा,सिदो कान्हू ,जतरा भगत,तेलंगा खड़िया, नीलाम्बर पीताम्बर सहित सभी वीर सपूतों को नमन किया।
उन्होंने झारखंड की सांस्कृतिक पहचान ,आध्यत्मिक केंद्र बाबा बैजनाथ,रजरप्पा छिन्मस्तिका मंदिर,जैन तीर्थंकरों को भी नमन किया।
कहा कि झारखंड से मेरा गहरा नाता है।द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि झारखंड मेरे रग रग में समाया हुआ है। मेरे पूर्वज झारखंड से हैं, मेरी दादी भी झारखंड से थी।इसलिये मैं अपने को झारखंड की ही मानती हूं।
उन्होंने कहा कि इस लगाव के कारण ही मैन राज्यपाल रहते हुए यह हमेशा सोंचती रही कि यहां के गांव,गरीब,जनजाति समाज को विकास की मुख्यधारा में कैसे जोड़ा जाए। मैं राज्य के संवैधानिक प्रमुख के नाते क्या कर सकती हूं।मैंने यह हमेशा ध्यान दिया कि झारखंड सम्मान के साथ मैं न्याय कर पाऊं।मैंने झारखंड में झारखंडी बनकर सेवा की।
कहा कि झारखंड के सुदूर गांव देहात तक घूम घूम कर समस्याओं को जानने समझने की कोशिश राज्यपाल रहते की।
उन्होंने कहा कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। एनडीए ने एक साधारण परिवार सुदूर गांव से आने वाली आदिवासी महिला को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया है। मैंने जैसे राज्यपाल रहते हुए दलगत भावना से ऊपर उठकर संविधान के दायरे में अपनी जिम्मेवारी निभाई। आगे भी सबके सहयोग और समर्थन से ऐसा ही करती रहूंगी ऐसा विश्वास दिलाती हूँ।

उन्होंने लोकतंत्र के हित मे नारीसशक्तिकरण को बल मिले इस दृष्टि से जनजाति समाज की पहली महिला राष्ट्रपति उम्मीदवार को समर्थन देने की अपील की। उन्होंने राज्य के सभी सांसद विधायकगण से पक्ष में मतदान करने की अपील की।

इसके पूर्व मंच पर स्वागत भाषण करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि यह सौभाग्य है कि जिन्होंने 6वर्षों तक राज्य के संवैधानिक प्रमुख के नाते जनता की सेवा की उन्हें अब हमसब राष्ट्रपति भवन में देखेंगे। उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा भेंट करते हुए कहा कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ,भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा,गृह मंत्री अमित शाह ने आदिवासी महिला को राष्ट्रपति का उम्मीदवार घोषित कर राज्य की साढ़े तीन करोड़ जनता का मान बढ़ाया है।
उन्होंने झारखंड से सदा प्यार स्नेह बना रहे इसका अनुरोध किया।

नेता विधायकदल एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने से जनजाति समाज गौरवान्वितमहसूस कर रहा।यह निर्णय अमृत काल मे अमृत के समान है।
कहा कि आज विरोधी भी इनकी प्रशंशा कर रहे। 18 तारीख तक कारवां बढ़ता ही जायेगा।
कहा कि श्रीमती मुर्मू ममतामयी भाव से देश का मार्गदर्शन करेंगी।

केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का परिचय करते हुए कहा कि ओड़िसा के छोटे गांव से इनकी जीवन यात्रा प्रारंभ हुई। जीवन में अनेक संघर्षों को इन्होंने देखा है। परंतु अपने सेवा समर्पण के भावनाओं के बल पर उत्तरोत्तर आगे बढ़ती रही। एक शिक्षिका,एक विधायक,एक मंत्री ,झारखंड की पहली महिला राज्यपाल के रूप में इन्होंने समाज जीवन को हर क्षेत्र में नजदीक से देखा और अनुभव किया है।
आज भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति उम्मीदवार है जो सिर्फ जनजाति समाज केलिये ही नही बल्कि पूरे देश केलिय गौरव की बात है।
उन्होंने कहा कि श्रीमती मुर्मू की समावेशी सोच,संवेदन शीलता,सरलता सादगी ने लोगों को प्रभावित किया है।

केंद्रीय मंत्री एवम पर्यवेक्षक अर्जुन मेघवाल ने कहा कि श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी के प्रति देश मे सकारात्मक माहौल है। अब दूसरे पक्ष के लोग भी समर्थन की बात कर रहे है।
उन्होंने देश के अमृतकाल में आदिवासी महिला उम्मीदवार को देश का राष्ट्रपति बनने में सभी से सहयोग की अपील की।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड केलिय आज का दिन महत्वपूर्ण दिन है। दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश मे आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाया जाना गौरव की बात है।
उन्होंने कहा कि श्रीमती मुर्मू एक संवेदनशील और आध्यात्मिक सोच की महिला है जिनके पास प्रशासनिक अनुभव भी हैं। झारखंड के राज्यपाल के रूप में जनजाति भाषाओं के विकास ,उनकी पढ़ाई पर इन्होंने विशेष बल दिया था।

आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने कहा कि राष्ट्रपति पद दल का नेतृत्व करने वाला पद नही बल्कि भारत के संविधान का नेतृत्व करने वाला पद है। उन्होंने कहा कि कैसे समाज के अंतिम व्यक्ति को मुख्यधारा में लाया जाए इसका प्रमाण है। उन्होंने एनडीए के शीर्ष नेतृत्व का आभार प्रकट करते हुए सभी दलों से समर्थन करने की अपील की।

धन्यवाद ज्ञापन करते हुए केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया जाना भारत के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है।
उन्होंने मंचस्थ अतिथियों एवम सांसद विधायकगण का आभार प्रकट किया।

झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन एवम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने बैठक के बाद मुलाकात की और एनडीए के पक्ष में राष्ट्रपति चुनाव केलिय वोट करने की अपील की।

पद्मश्री अशोक भगत, मुकुंद नायक एवम श्रीमती यमुना टुडू के साथ बीएनआर चाणक्य में किया दिन का भोजन।


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