मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने सर्वजन पेंशन योजना के तहत पेंशन वितरण-सह- जागरूकता कार्यक्रम में 53 योजनाओं की दी सौगात, 59 योजनाओं की रखी आधारशिला

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डॉ अजय ओझा।

मुख्यमंत्री ने कहा- पिछले 20 वर्षों में मात्र 6 लाख 50 हजार लोगों को मिल रहा था पेंशन, हमारी सरकार ने मात्र ढाई साल में 17 से 18 लाख पेंशन धारकों को जोड़ने का किया है काम।

◆ लोगों को मान- सम्मान के साथ हक और अधिकार देने का कर रहे काम।

◆ राज्य के हर वर्ग और तबके के हित को ध्यान में रखकर बनाई जा रही कल्याणकारी योजनाएं : हेमन्त सोरेन।

दुमका, 21 जुलाई । मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार सर्वजन पेंशन योजना से सभी बुजुर्ग, दिव्यांग, परित्यक्ता, एकल महिला और विधवा आदि को अभियान चलाकर जोड़ रही है। जो भी इस योजना की पात्रता रखते हैं, वे छूटे नहीं। इसका निर्देश अधिकारियों को दिया जा चुका है।सरकार इन सभी का सहारा तो बन रही है। इनके साथ उनका मान- सम्मान और हक भी उन्हें दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अलग राज्य बनने के बाद पिछले 20 वर्षों में मात्र 6 लाख 50 हजार लोगों को ही पेंशन का लाभ मिल रहा था वहीं हमारी सरकार ने मात्र ढाई साल में 17 से 18 लाख पेंशन धारकों को जोड़ने का काम किया है। वे आज पुलिस लाइन मैदान दुमका, में आयोजित सर्वजन पेंशन योजना, पेंशन वितरण-सह- जागरूकता कार्यक्रम तथा विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पुलिस लाइन मैदान स्थित शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।

समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं को पहुंचाने का हो रहा है काम

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार हर वर्ग और तबके के हित को ध्यान में रखकर कल्याणकारी योजनाएं चला रही हैं। आपके आशीर्वाद से हमारी सरकार बनी है तो आपको आपका हक और अधिकार मिले यह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। हमारा प्रयास है कि राज्य के सबसे अंतिम व्यक्ति तक हमारी आवाज और सरकार की योजना पहुँचे। उन्होंने कहा कि राज्य के हर व्यक्ति के चेहरे पर हमें खुशी देखना है। इसी बात को ध्यान में रखकर सरकार अपनी कार्य योजनाओं को बना रही है और उसे धरातल पर उतारने का काम किया जा रहा है।

जनता के बीच पहुंचकर जनता के लिए हो रहा काम

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के कोने-कोने में लोग गरीबी के साथ जी रहे थे, कुपोषण जैसी समस्याओं से समाज का पिछड़ा वर्ग जूझ रहा था, राज्य आगे बढ़ेगा कि नहीं ऐसी चिंता सता रही थी। सरकार बनते ही कोरोना ने कहर मचा रखा था, हम सब ने आपसी सहयोग से इसे परास्त कर देश के सामने मिसाल देने का काम किया है। अभी आने वाला समय में सुखाड़ जैसी स्थिति बन रही है, किसान अभी तक रोपनी भी नहीं कर पाए हैं। जहाँ खेती-बाड़ी से लेना-देना नहीं है वहाँ बाढ़ आ गया है और जहाँ 80% लोग खेती पर आश्रित हैं वहाँ एक बूंद पानी भी नहीं मिल पा रहा। हमारी सरकार कागजी सरकार नहीं है, हम लोगों के बीच जाकर काम करते हैं। हम किसानों, मजदूरों के हित के लिए कार्य कर रहे हैं।

लोगों को मान सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले राशन कार्ड के माध्यम से लोगों को चावल के साथ-साथ तेल, नमक, चीनी, दाल मिलता था जो विगत कि सरकारों ने बंद करवा दिया हमारी सरकार फिर से लोगों के खोये सम्मान को वापस देने का काम कर रही है। अब हम राशन कार्ड धारकों को चावल, गेहूं और नमक तो दे ही रहे हैं जल्द ही उन्हें दाल भी उपलब्ध कराया जाएगा।

गरीबों को 10 रुपये में दे रहे हैं धोती-साड़ी

मुख्यमंत्री ने कहा कि सोना सोबरन धोती साड़ी योजना के तहत गरीबों को साल में दो बार 10 रुपए में धोती साड़ी दे रहे हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से लोगों को अवगत कराया और कहा कि वे इससे जुड़े और दूसरों को भी जुड़ने के लिए प्रेरित करें।

बीपीएल बच्चे अब बन रहे अफसर

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार व्यवस्थित तरीके से कार्य कर रही हैं। रिकॉर्ड टाइम में हमने जेपीएससी में पदाधिकारियों की नियुक्ति कराई। इस बहाली में 30-32 बच्चे बीपीएल परिवार के थे । उन्हें अफसर बनाकर बीपीएल से बाहर निकालने का काम किया है। राज्य में किसी तरह की बहाली के लिए नियमावली नहीं बानी थी। लोगों को प्राईवेट और ठेका पर रखकर काम कराया जा रहा था ।उनके सामाजिक सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था । अब नियुक्ति नियमावली बनाकर नियुक्ति प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है।

वर्षों से लंबित समस्याओं का कर रहे समाधान

पारा शिक्षक 12 महीने में 11 महीना आंदोलन करते थे । लेकिन हमारी सरकार ने उनकी लंबित समस्याओं का समाधान कर एक नई मिसाल पेश की है। आज सरकार 65 से 70 हजार लोगों को रोजगार से जोड़ने का काम किया है। पारा शिक्षक अब 12 में से 11 महीना स्कूल में काम करते हैं। सरकार सभी वर्गों के हित के लिए सोच रही है। हम जितने भी अनुबंध पर कार्य कर रहें हैं उनकी समस्या का जल्द ही समाधान करेंगे।

प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी का खर्च देगी सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि 16 जुलाई को रांची में आयोजित एक कार्यक्रम में निजी क्षेत्र के लिए लगभग चयनित 11,000 से ज्यादा युवाओं को जॉब ऑफर दिया गया। बेरोजगारों को आगे बढ़ाने के लिए रास्ते खोले हैं। जल्द ही किसी तरह के कंपटीशन के एग्जाम की तैयारी करने वाले बच्चों के तैयारी के लिए पूरा खर्च सरकार उठाने का काम करेगी, आने वाली पीढ़ी को बेहतर शिक्षा के लिए विदेश भेजने का भी खर्च सरकार उठा रही है।

इन योजनाओं का हुआ उद्घाटन- शिलान्यास

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 59 योजनाओं का शिलान्यास किया, जिसकी लागत 31920.9849 लाख रुपये है। वहीं 8191.4133 लाख रुपये लागत की 53 योजनाओं का भी उद्घाटन किया।

कार्यक्रम में उपस्थिति

इस अवसर पर मंत्री महिला,बाल विकास एवं सामाजिक कल्याण विभाग श्रीमति जोबा मांझी, विधायक शिकारीपाड़ा श्री नलिन सोरेन, विधायक पोड़ैयाहाट श्री प्रदीप यादव, विधायक दुमका श्री बसंत सोरेन, जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती जॉयस लुप्सी बेसरा, प्रधान सचिव महिला विकास एवं समाज कल्याण विभाग श्री अविनाश कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विनय चौबे, संथाल परगना के डीआईजी श्री सुदर्शन मंडल, उपायुक्त श्री रवि शंकर शुक्ल, जिला प्रशासन के पदाधिकारी एवं हजारों की संख्या में लाभुक उपस्थित रहे।


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