भाजपा नेत्री सीमा पात्रा ने क्रूरता की सारी हदें पार की : सतीश पॉल मुंजनी

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डॉ अजय ओझा।

रांची, 30 अगस्त । भाजपा की महिला नेता और पूर्व आईएएस अधिकारी महेश्वर पात्रा की पत्नी सीमा पात्रा ने क्रुरता की सारी हदें पार कर दीं। उन पर उनके घर में काम करने वाली सुनीता खाखा ने आरोप लगाया है कि लंबे समय से उन्हें बंधक बनाकर भूखा – प्यासा कमरे में बंद रखा और लोहे की रॉड मारकर दांत तक तोड़ दिए। इतने से भी उनका जी नहीं भरा तो उन्होंने गरम तवे से शरीर के कई हिस्सों में दागा जिसके निशान अभी भी हैं। नेत्री सीमा पात्रा भाजपा महिला मोर्चा की सदस्य हैं। इनके जुल्मों सितम को देखते हुए संघी मानसिकता साफ और स्पष्ट रूप से परिलक्षित हो रही है। इनकी सोच कितना निम्न स्तर का है यह इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक गरीब बेबस काम करने वाली सुनीता खाखा के साथ अमानवीय व्यवहार लगातार करती रही। सुनीता के बयान के अनुसार उनके पुत्र ने बीच-बचाव किया जिसके कारण शायद आज वह जीवित है वरना सीमा पात्रा ने उसे जान से मार देने में कोई कमी नहीं रख छोड़ी थी। भाजपा के पदाधिकारियों ने इस प्रकरण में संवेदनहीनता दिखाते हुए केवल निलंबन की कार्यवाही की। क्या ऐसा व्यक्ति या महिला समाज के लिए सही है ? यह हमें दलगत भावना से ऊपर होकर सोचने की आवश्यकता है।

सुनीता ने बताया कि जिस कमरे में उसे बंद किया गया, वहीं उसका बेडरूम और बाथरूम था। लगातार पिटाई से वह इस तरह अशक्त हो गई थी कि फर्श पर घिसट-घिसट कर चलती थी। उसने बताया कि अगर गलती से मेरा पेशाब कमरे से बाहर चला जाता तो उसे अपने मुंह से उसे चाट कर साफ करना पड़ता था। सुनीता के साथ क्रूरता की हदें पार करने वाली भाजपा नेता सीमा पात्रा का इस मामले पर अभी तक कोई पक्ष नहीं आया है। वह 100 प्रतिशत गलत है इसीलिए मीडिया के सामने आने से कतरा रही हैं लेकिन इससे उनका जुर्म कम नहीं हो जाता इन्होंने जुर्म भी नहीं गुनाह किया है जिसकी सजा इन्हें अवश्य मिलेगी झारखंड सरकार इन पर गंभीर एक्शन लेने के लिए तैयार हैं प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त को अपने भाषण में महिला सुरक्षा पर विशेष जोर दिया था लेकिन उसी दिन शाम होते ही बिलकिस बानो के बलात्कार में सजा पाए 11 व्यक्तियों को छोड़ दिया गया वह एक अलग घटना है लेकिन झारखंड में जो सीमा पात्रा ने किया वह घटना भी अमानवीय है और इस को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है भाजपा केवल महिला सुरक्षा का ढोंग करती है लेकिन जब भी महिला सुरक्षा की बात आती है तो इनके नेता ही दोषी के रूप में सामने आ जाते हैं लानत है ऐसे लोगों पर जो इंसान को इंसान नहीं समझते जिस सरकार को झारखंड में भाजपा हर कीमत पर अस्थिर करने में लगी हुई है। अंकिता सिंह कीं हत्या कांड की निंदा करते हुए प्रदेश कंाग्रेस प्रवक्ता सतीश पॉल मुंजनी ने कहा कि झारखंड सरकार यहां की महिला सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर है। मुख्यमंत्री माननीय हेमंत सोरेन जी ने संवेदनशीलता दिखाते हुए परिवार को तत्काल 10 लाख मुआवजा राशि देने की घोषणा की एवं पूरे मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रायल कर जल्द न्याय दिलाने की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दे दिया है झारखंड सरकार की सक्रियता का ही परिणाम है कि दोनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं झारखंड में महिला सुरक्षा को लेकर किसी भी कीमत पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा दोषी चाहे किसी भी पार्टी का हो उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी किसी को बख्शा नहीं जाएगा हम एक भय मुक्त झारखंड की कल्पना करते हैं।


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