अमेरिका में कोरोना के संक्रमित मामले ज़्यादा हैं तो इटली में सर्वाधिक मौतें

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लॉस एंजेल्स 27 मार्च (हिस): न्यू यॉर्क, न्यू जर्सी, कैलिफ़ोर्निया और लुजीयाना सहित अमेरिका में  कोरोना वायरस के कारण स्थिति तेज़ी से बिगड़ती जा रही है। अमेरिका में पिछले चौबीस घंटों में सर्वाधिक पंद्रह हज़ार नए मामले दर्ज हुए जो  दुनिया के किसी भी हिस्से की तुलना में सब से अधिक हैं। अमेरिका में कोरोना के 82,400 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। चीन में अधिकतम 8,1700 मामले दर्ज हुए हैं। यूरोप में कोरोना के कारण तबाही का सिलसिला जारी है। दुनिया भर में गुरुवार की दोपहर तक पाँच लाख ३० हज़ार मामले दर्ज हो चुके हैं, जबकि क़रीब 24,000  मौतें हो चुकी हैं। इनमें 1,23, 380 कोरोना मरीज़ स्वस्थ हो कर घर लौटे हैं। लेकिन बीस हज़ार मरीज़ों की हालत नाज़ुक बनी हुई है। 
इटली में पिछले २४ घंटों में 6203 नए मामले दर्ज हुए, जबकि 712 मौतें हो गईं। इटली में मौतों का आँकड़ा आठ हज़ार से ऊपर पहुँच गया है।स्पेन में एक ही दिन में 718 मौतों से  यूरोपीय नेताओं के कान खड़े हो गए हैं। स्पेन में भी आठ हज़ार से अधिक नए मामले दर्ज हुए। यूरोप में बेल्जियम  और नीदरलैण्ड की स्थिति भी बेक़ाबू होती जा रही है। एक दिन में 42 और नीदरलैण्ड में 78 मौतें हुई हैं। फ़्रांस  में  पिछले 24 घंटों में 365 और इंग्लैंड में 115 मौतों के बावजूद जर्मनी और  स्विट्जरलैंड  में स्थिति नियंत्रण में है।  यूरोप के धनी देश जर्मनी में छह हज़ार से ऊपर नए मामले दर्ज हुए हैं  और वहाँ 61 मौतें हुई है। इंग्लैंड में लाक डाउन के बावजूद दो हज़ार से अधिक कोरोना मरीज़ दर्ज हुए। इंग्लैंड में 578 लोग मर चुके हैं । मिडल ईस्ट में ईरान में दो हज़ार नए मामलों और 157 मौतों से तबाही का मंज़र जारी है। मिडल ईस्ट के अन्य बड़े देशों सऊदी  अरब, इराक़, कटार, कुवैत बहरीन जॉर्डन आदि में स्थिति नियंत्रण में है।  पूर्व एशिया में दक्षिण कोरिया में 104 नए मामलों और पाँच की मृत्यु तथा जापान में दक्षिण एशिया में भारत  में तेरह और पाकिस्तान में नौ मौतें हो चुकी हैं। अफ़्रीका और लेटिन अमेरिकी देशों में कोरोना का क़हर अभी पहले चरण में है। 

अमेरिका में 15, 461 नए मामले दर्ज हुए हैं और 182 मौतों के साथ गुरुवार  तक 1209 लोग कोरोना की क़हर के शिकार हो चुके हैं। अमेरिका में दो हज़ार से अधिक मरीज़ गंभीर अवस्था में हैं। कोरोना से स्वस्थ हो कर घर लौटने वालों की तादाद बहुत कम होना ट्रम्प प्रशासन के लिए चिता का कारण बना हुआ है।  अमेरिका और इटली विश्व में बेहतरीन स्वाथ्य सेवाओं में प्रथम दो स्थान में आते है । उनकी इस वर्तंमान स्थिति को देखने से पूरे विश्व के अन्य लोगो को चिंता अवश्य करना चाहिए खासकर भारतीयों को क्यूकी हमारा देश स्वाथ्य मामले में हम उनसे बहुत पीछे है ।

हिन्दुस्थान समाचार/ललित बंसल/मनीष


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