इलाहाबाद कालीबाड़ी मेंटेनेंस सोसायटी को पुनर्जिवित करने के लिए इलाहाबाद दुर्गा पूजा समिति कटिबद्ध
जयति भट्टाचार्य।
प्रयागराज। काली पूजा के रात जिस प्रकार काली बाड़ी प्रबंधन कार्य को चरमराते हुए देखा गया जिस कारण रात 12.30 के बाद भक्तो को बिना पूजा अर्चना किए बगैर घर वापस आना पड़ा वो अति दुर्भाग्यजनक विषय रहा।
प्रारंभिक प्रश्न यह है कि मंदिर के अंदर कोई वॉलंटियर्स क्यों नहीं देखे गए और क्यों संक्रमण काल में इतने भीड़ को मंदिर परिसर के भीतर जमा होने दिया गया ?
दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान इस तरह की अराजकता नहीं दिखी गयी । उसके पीछे मूल कारण बरवारी के लोगों ने इलाहाबाद दुर्गा पूजा समिति के दिशानिर्देशों का पालन किया था।
इस प्रकार के अनियमितताओं के पीछ की वजह है कि मंदिर के प्रबंधन कार्य को देखने वाले इलाहाबाद कालीबाड़ी मेंटेनेंस सोसायटी के पदाधिकारी और एक्जीक्यूटिव सदस्यों के आपसी मतभेद के कारण उत्पन्न हुआ है।
सिटी बारवारि के सचिव श्री तनमय सौरभ चटर्जी ने कहा है कि “काली बाड़ी बंगाली समाज का आस्था का प्रतीक है और उसके प्रबंधन को बनाए रखना भी समाज की जिम्मेदारी है”।
इलाहाबाद कालीबाड़ी मेंटेनेंस सोसायटी को पुनर्स्थापित करने के लिए इलाहाबाद दुर्गा पूजा समिति बंगाली समाज के लोगो के साथ समान विचारधारा के लोगों में जागरूकता पैदा करने का काम करेगी जिस तरह दुर्गा पूजा के आयोजन के लिए किया गया था।