बिहार में 75 में से 24 MLC का कार्यकाल समाप्त होने को है

Share:

डॉक्टर अजय ओझा।

पटना : बिहार विधान परिषद की 24 सीटें कल खाली हो जाएंगी। 75 सदस्यों वाले विधान परिषद में अब 51 सदस्य ही रह जाएंगे। 24 MLC का कार्यकाल 16 जुलाई को खत्म होने वाला है। ये वे MLC हैं, जो स्थानीय निकाय से निर्वाचित होकर विधान परिषद पहुंचे हैं। अब जब तक बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों का चुनाव नहीं हो जाता है। तब तक इन सभी माननीयों को फिर चुनकर आने का इंतजार करना होगा। 17 जुलाई से बिहार विधान परिषद में दलगत संख्या भी बदल जाएगी। आपको बता दें कि इन 24 में से 4 सीटें पहले से खली है।

इन MLC का कार्यकाल खत्म हो जायेगा –

16 जुलाई को जिन MLC का कार्यकाल खत्म हो रहा है, उनमें सच्चिदानंद राय, टुन्ना जी पांडेय, आदित्य नारायण पांडेय, रजनीश कुमार, दिनेश प्रसाद सिंह, नूतन सिंह, रीना यादव, मनोरमा देवी, संतोष कुमार सिंह, राजन कुमार सिंह, बब्लू गुप्ता, सुबोध कुमार, हरिनारायण चौधरी, दिलीप कुमार जायसवाल, संजय प्रसाद, अशोक कुमार अग्रवाल, राधाचरण साह, सुमन कुमार, राजेश राम और सलमान रागिब हैं। इसके अलावा 4 सीटें पहले से खाली हैं। रीतलाल यादव के दानापुर से विधायक बन जाने बाद से यह सीट खाली है। राजद से सीतामढ़ी MLC दिलीप राय जदयू में शामिल होकर सुरसंड से विधायक बन गए। वहीं, जदयू के MLC मनोज कुमार यादव विधायक बन गए। दरभंगा से जीते भाजपा MLC सुनील कुमार सिंह का निधन हो गया है। स्थानीय प्राधिकार की चार सीटों में पटना, भागलपुर-बांका, सीतामढ़ी-शिवहर और दरभंगा खाली हैं।
बता दें कि स्थानीय निकाय से चुन कर आने वाले इन 24 विधान पार्षद के चुनाव में जिला परिषद, पंचायत समिति, ग्राम पंचायत के मुखिया और सदस्यों के अलावा नगर निगम, नगर परिषद और कंटोनमेंट बोर्ड के सदस्य भी वोटर होते हैं। लेकिन, पंचायत प्रतिनिधियों की संख्या सबसे अधिक करीब 95 प्रतिशत है। ऐसे में बिना पंचायत प्रतिनिधियों के वोट के चुनाव संभव नहीं था। लिहाजा, जबतक पंचायत का चुनाव नहीं होगा, विधान परिषद की इन 24 सीटों पर भी चुनाव नहीं हो पायेगा।


Share: