कमेटी ने बंगाल हिंसा पर केंद्र को सौंपा रिपोर्ट, कहा- महिलाओं पर भी हुआ जघन्य हमला

Share:

डा अजय ओझा।

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद हुई विभिन्न प्रकार की हिंसा की घटनाओं की जांच के लिए केंद्र सरकार की ओर से बनाई गई 4 सदस्यीय कमेटी ने आज अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। सरकारी बयान के मुताबिक तथ्य उजागर करने वाली इस रिपोर्ट को आज केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी के समक्ष प्रस्तुतत किया गया ।

सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता मोनिका अरोड़ा के नेतृत्व वाले एक बुद्धिजीवियों और शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने तथ्यों को उजागर करने वाली रिपोर्ट 2021 में बंगाल में खेला नामक शीर्षक की अपनी रिपोर्ट को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को सौंपा। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बंगाल चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर इस महीने की शुरुआत में राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी थी।

गृह मंत्रालय की इस 4 सदस्यीय टीम को चुनाव के बाद हुई हिंसा के कारण जानने का काम सौंपा गया था। केंद्र ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ से बंगाल की कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर खासकर की राज्य में 2 मई को आए चुनाव नतीजों को लेकर भड़की हिंसा को लेकर रिपोर्ट मांगी थी। भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि कई घटनाओं में उसके 6 कार्यकर्ताओं की जान गई है. टीम ने दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना जिलों का दौरा किया और मारे गए लोगों के परिवारों और आस-पास के लोगों से बातचीत की।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि चुनाव के बाद हुई हिंसा में उनके 16 कार्यकर्ताओं की मौत हुई है. भाजपा ने आरोप लगाया था कि टीएमसी समर्थक गुंडों ने उसके कई कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी और महिला कार्यकर्ताओं पर हमला किया, घरों में तोड़-फोड़ की और दुकानों को लूटा। हालांकि इन आरोपों को दरकिनार करते हुए ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि ऐसी हिंसा की घटनाएं उन्हीं इलाकों में हो रही हैं जहां पर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने विधानसभा चुनावों में भारी मतों से जीत हासिल की है।


Share: