अमेरिका-भारत सामरिक संधि के साथ-साथ दोनों देशों के बीच व्यापार के नए द्वार खुलेंगे:वसु पटेल

Share:

लॉस एंजेलिस, 22 फ़रवरी (हि.स.)। फेडरेशन ऑफ इंडिया अमेरिकन ट्रेड एसोसिएशन, जोर्जिया के चेयरमैन वसु पटेल ने अमेरिक राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के भारतीय दौरे को एतिहासिक बताया है। उन्होंने कहा है कि इस दौरे से अमेरिका-भारत सामरिक संधि के साथ-साथ दोनों देशों के बीच व्यापार के नए द्वार खुलेंगे। उन्होंने कहा कि ट्रम्प की भारत यात्रा के बीच संभावित छह समझौतों में रक्षा समझौता अहम है। बता दे कि ट्रम्प 24 और 25 फरवरी को भारत दौरे पर रहेंगे। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि भारतीय हितों के साथ दूतावास के साथ प्रवासी भारतीयों का एक बड़ा ग्रुप जुड़ा हुआ है। 

भारत और अमेरिकी सामरिक संबंधों पर ‘हिन्दुस्थान समाचार’ से टेलिफ़ोन पर बातचीत में वसु पटेल ने कहा कि हमें स्मरण रखना चाहिए कि अमेरिकी जीडीपी में रक्षा उत्पादन का 23.1 प्रतिशत का योगदान है। दुनिया में रक्षा उत्पादनों में अग्रणी अमेरिका और भारत के बीच इस समय 18 अरब डालर का रक्षा कारोबार है, जो चंद वर्षों में बढ़ कर डेढ़ गुणा हो सकता है। ट्रम्प के सत्तारूढ़ होने के बाद दोनों देशों के बीच तीन सालों में अनेक समझौते हुए हैं, उनमें भारतीय दूतावास और प्रवासी भारतीय हितों से जुड़े व्यापारी और थिंक टैंक से जुड़े जानकार हर समझौते में सक्रिय रहे हैं। भारत के ख़िलाफ़ दुष्प्रचार होता है तो दूतावास और भारतीय हितों से जुड़े  लोग तत्काल जवाबी कार्रवाई करते हैं। इसके लिए समय-समय पर  अमेरिकी सिनेटर और कांग्रेशनल प्रतिनिधियों को अपडेट किया जाता है। भारत और अमेरिका के बीच एक बड़े व्यापारिक समझौते के टलने पर पटेल ने प्रतिक्रिया जताई कि अमेरिकी संरक्षणवाद के बावजूद हमें एक विशुद्ध राजनेता और कारोबारी राजनेता के बीच व्यापारिक दृष्टिकोण के अंतर को समझ कर चलना होगा। आप ने देखा होगा, ट्रम्प जो भी निर्णय लेते हैं, उनका सर्वप्रथम व्यापारिक दृष्टिकोण रहता है।

अमेरिका में एक ग्रुप विशेष के लोग भारत के विरुद्ध दुष्प्रचार में लगे हैं, यह अमेरिका में अभियक्ति के अधिकार के अनुरूप उनका अधिकार है। उन्होंने कहा कि बेशक, अमेरिका के कुछ हिस्सों में सीएए और एनआरसी के ख़िलाफ़ रैलियां हुई हैं, यह उनका अधिकार है। लेकिन यह भी उतना ही सच है कि सीएए के पक्ष में भी अमेरिका के दो दर्जन से अधिक राज्यों में 215 रैलियां और गोष्ठियां हुई है। प्रवासी भारतीयों ने प्रधानमंत्री की इस मामले में सराहना की है। पटेल ओवरसीज़ फ़्रेंड्स आफ बी जे पी आफ अमेरिका के सचिव भी हैं।  

सरदार पटेल फ़ाउंडेशन, अमेरिका के अध्यक्ष  पटेल ने कहा कि गुजरात के मोटेरा स्टेडियम को ट्रम्प के अभिनंदन के लिया चुना जाना गुजराती समुदाय के लिए गौरव की बात तो है ही, लेकिन यह भी उतना ही सच है कि गुजराती समुदाय अतिथि सेवा में एक बेहतर मेज़बान है। फिर गुजरात मोदी का गृह स्थल है, जहां वह ज़्यादा भव्य तौर तरीक़े से अभिनंदन की तैयारियां करवा सकते हैं। पहले चीन के राष्ट्रपति और फिर इज़राइल के प्रधानमंत्री को गुजरात ले जाया जाना और उन्हें गांधी जी के साबरमती आश्रम की भव्य झलक से रूबरू करवाया जाना बड़ी बात है। 

हिन्दुस्थान समाचार/ललित बंसल


Share:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *