जबलपुरः नौ दिवसीय मां नर्मदा गौ-कुंभ संत समागम 2020 का सोमवार को होगा शुभारम्भ आस्था के साथ सुरक्षा और स्वच्छता की मिसाल बनेगा आयोजन

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जबलपुर, 23 फरवरी (हि.स.)। मां नर्मदा गौ-कुंभ संत समागम 2020 का आयोजन 24 फरवरी से 3 मार्च  तक गीताधाम, ग्वारीघाट परिसर में आयोजित किया जायेगा। सोमवार, 24 फरवरी को इसका संत-महात्माओं की मौजूदगी में भव्य शुभारम्भ होगा। प्रदेश के वित्त मंत्री तरूण भनोट ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि माँ नर्मदा गौ कुंभ संत समागम 2020 भक्ति और आस्था के लिये तो अद्धितीय सिद्ध होगा, साथ ही यह आयोजन अत्याधुनिक इंतजामों के लिये भी याद किया जायेगा। जिला प्रशासन, नगर निगम एवं स्मार्ट सिटी द्वारा कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिये हर लिहाज से बेहतर इंतजाम किये जा रहे हैं। इनमें से कई व्यवस्थायें इस श्रेणी की हैं,जो अब तक के अन्य किसी  कुंभ में देखने को नहीं मिलीं हैं। 

नर्मदा कुंभ में प्रसाधनों(टॉयलेट्स)का इंतजाम अत्याधुनिक ढंग से किया गया है। अभी तक ऐसे आयोजनों में उपयोग किये जाने वाले प्रसाधन थोड़े समय में ही गंदगी से बजाबजा जाते थे, लेकिन इस कुंभ में ऐसा नहीं होगा। कुंभ के कंट्रोल प्रभारी नगर निगम के अधिकारी शैलेंद्र मिश्रा ने बताया कि टॉयलेट्स के अपशिष्ट को रोज निकाला जायेगा और ट्रीटमेंट प्लांट में डंप किया जायेगा। वहां इसका ट्रीटमेंट होगा। इसके बाद ये पानी खेती आदि के लिये उपयोग किया जा सकेगा। इन प्रसाधनों की बनावट को भी बदला गया है। जिससे ये लोगों खासकर बुजुर्गों के लिये बहुत ही सुविधाजनक हो गये हैं। ये प्रसाधन साधु-संतों के आवास के निकट स्थापित किये गये हैं। इसके अलावा कुंभ में आने वाले आम लोगों के लिये भी अलग से प्रसाधनों का इंतजाम किया गया है।

कैमरे रखेंगे सब पर नजर


नर्मदा गौ कुंभ में सुरक्षा की दृष्टि से इंतजाम करने में कसर नहीं छोड़ी गयी है। रेतनाके से लेकर भटौली तक 100 सीसीटीवी लगाये जायेंगे। ये सीसीटीवी सीधे कुंभ परिसर में बने दो कंट्रोल रूम से जुड़े होंगे। जैसे ही किसी प्रकार की अप्रिय गतिविधि नजर आयेगी पुलिस बल को तत्काल खबर कर दी जायेगी। इसके अलावा श्रद्धालुओं को होने वाली दूसरी परेशानियों को दूर करने के लिये भी सीसीटीवी बहुत कारगर सिद्ध होंगे।

-प्रतिदिन होंगी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां

-24 फरवरी को दोपहर 2 बजे निकाली जाने वाली पेशवाई में आदिवासी लोक नृत्यों से होगी।
25 फरवरी को शाम 8 बजे ओशीन बैण्ड एवं गायक मनीष अग्रवाल अपनी प्रस्तुतियां देंगे।
26 फरवरी को गायक मनीष चंचल तथा नृत्यांगना भैरवी विश्वरूप एवं मोहिनी मोघे की प्रस्तुतियां होंगी।
27 फरवरी को शालिनी खरे एवं मेघा पाण्डे नृत्य प्रस्तुत करेंगी और राजेश कपूर भी इस दिन गायन प्रस्तुत करेंगे।
28 फरवरी के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आकर्षण राजस्थान की ममता कुमारी के लोक नृत्य और शहनाज अख्तर का गायन होगा।
29 फरवरी को दिल्ली की मालिनी अवस्थी और  संजु बघेल भजन प्रस्तुत करेंगी।
1 मार्च को उपासना उपाध्याय एवं मोती शिवहरे द्वारा लोकनृत्य प्रस्तुत किये जायेंगे और मुंबई की रिचा शर्मा का गायन होगा।
2 मार्च को नीलांगी कलन्तरे एवं शैली धोपे का नृत्य होगा तथा पंजाब के हंसराज रघुवंशी गायन प्रस्तुत करेंगे।
3 मार्च की संध्या सुप्रसिद्ध गायक कलाकार कैलाश खरे अपनी खनकती आवाज में गायन प्रस्तुत करेंगे तथा कदम सांस्कृतिक कला केन्द्र के कृष्णकांत दीक्षित के नृत्यों की प्रस्तुति होगी।

-अनुपम आनंद के नौ दिन

मां नर्मदा गौ-कुंभ संत समागम 2020 में  24 फरवरी से 3 मार्च तक गीताधाम, ग्वारीघाट परिसर में श्रृद्धा,भक्ति, आस्था, उल्लास, उत्साह, सेवा और समर्पण से ओतप्रोत नौ दिन अपने आप में अद्भुत होंगे। इन नौ दिनों में हर तरफ दिव्यता प्रकट होगी। प्रथम दिन 24 फरवरी को संतों की पेशवाई का कार्यक्रम होगा। दोपहर2 बजे से श्री नरसिंह मंदिर से गीताधाम तक कार्यक्रम का विस्तार दिखाई देगा। 25 फरवरी को अपरान्ह 2 बजे से उमाघाट से कार्यक्रम स्थल तक विभिन्न चरणों में मां नर्मदा पूजन, कन्या पूजन एवं कलश यात्रा संपन्न होगी। तृतीय दिवस 26 जनवरी से 3 मार्च तक प्रतिदिन सुबह 8 बजे से 12 बजे तक श्री नर्मदा महायज्ञ, महारुद्र यज्ञ एवं गोपुष्टि महायज्ञ के कार्यक्रम संपन्न होंगे। पूर्वान्ह् 11.30 बजे से 3 बजे तक श्रीमद् भागवत कथा प्रवक्ता आचार्य इंद्रेश उपाध्याय श्रीमद् भागवत कथा पर प्रवचन देंगे। प्रतिदिन पूर्वान्ह् 3 बजे से सायं 7 बजे तक संत समागम होगा। सायं 7 बजे से रात्रि 8 बजे तक महाआरती होगी। सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतिदिन दो चरणों में संपन्न होंगे। प्रात: 9 बजे से अपरान्ह् 11 बजे तक एवं रात्रि 8 बजे से रात्रि 11 बजे तक।

आयोजन के अंतिम पड़ाव 3 मार्च को प्रात: 8बजे से रात्रि 8.30 बजे तक भगवान योगेश्वर पाटोत्सव, पूजन, महाआरती एवं छप्पन भोग के कार्यक्रम संपन्न होंगे। प्रात:9.30 बजे से 11.30 बजे तक संतों का शाही स्नान एवं दोपहर 12 से 1 बजे के बीच महायज्ञ की पूणार्हूति होगी।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर/मयंंक


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