जब लता दीदी ने किशोर दा से रूठे बिना ही उनके साथ गाना बंद कर दिया

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जयति भट्टाचार्य।

किशोर कुमार के निधन के बाद बाॅलीबुड अभिनेता देव आनंद ने कहा था आज मेरी आवाज खो गई, ठीक उसी तरह आज अनेक अभिनेत्रियों की आवाज खो गई है। किशार दा और लता दीदी दोनों ने ही सफलता के उस मुकाम को हासिल किया जहां से दुनिया आज भी उन्हें सलाम करती है।

जिस तरह शाहिद लतीफ निर्देशित फिल्म जिद्दी ने बाॅलीवुड को देव आनंद, कामिनी कौशल और प्राण जैसे अभिनेता अभिनेत्री दिए वैसे ही लता मंगेशकर और किशोर कुमार जैसे गायक गायिका भी दिए। 1948 में बनी फिल्म जिद्दी का गाना ‘यह कौन आया रे‘ लता एवं किशोर का पहला युगल गीत है। किशोर कुमार ने दूरदर्शन को एक ही साक्षात्कार दिया था जिसे लता दीदी ने होस्ट किया था। कुछ साल पहले किशोर कुमार के जन्मदिन पर लता मंगेशकर ने लिखा था आज किशोर दा की जयंती है। वह जितने अच्छे गायक थे उतने ही अच्छे इसान थे। मुझे किशोर दा की कमी हमेशा महसूस होती है।

उन दोनों की पहली मुलाकात की कहानी भी बड़ी रोचक है। संगीतकार खेमचंद प्रकाश की रिकार्डिंग के लिए लता ट्रेन द्वारा ग्रांट रोड से मलाड जाया करती थीं। एक दिन उन्होंने देखा कि जिस डिब्बे में वह सफर कर रही हैं उसी में बांबे सेंट्रल से एक युवक चढ़ा। मलाड में लता मंगेशकर भी उतरीं और वह युवक भी उतर गया। स्टेशन से लता की तरह ही उस युवक ने भी एक तांगा लिया। वहीं उतरा जहां लता उतरीं। फिर खेमचंद प्रकाश ने उन दोनों का परिचय करवाया तो दोनों खूब हंसे। रक्षा बंधन पर हर साल किशोर दा लता दीदी के घर जाया करते थे।

दोनों के कुछ अविस्मरणीय गीत जिसकी वजह से दोनों आज भी हमारे बीच में हैं। ‘तेरे बिना जिंदगी से कोई‘, ‘गाता रहे मेरा दिल‘, ‘भीगी भीगी रातों में‘, ‘देखा एक ख्वाब‘, ‘तेरे मेरे मिलन की यह रैना‘, ‘इस मोड़ से जाते हैं‘, ‘आपकी आंखों में कुछ महके हुए से ख्वाब हैं‘, ‘हजार राहें मुड़ के देखीं‘, ‘कोरा कागज था यह मन मेरा‘, ‘पन्ना की तमन्ना है‘, ‘हम दोनों दो प्रेमी‘, ‘भीगी भीगी रातों में‘ इत्यादि।

इतना अच्छा रिश्ता होते हुए भी लता दीदी ने किशोर दा के साथ गाना बंद कर दिया था। यह तो हम सबको मालूम है पर क्यों इसका खुलासा गीतकार समीर अंजान ने द कपिल शर्मा शो में किया था। उनके अनुसार लता मंगेशकर ने एक बार उनसे किशोर कुमार के बारे में कहा था। एक समय के बाद लता मंगेशकर और आशा भोंसले ने किशोर कुमार के साथ गाना बंद कर दिया था क्योंकि रिकार्डिंग से पहले वह आकर मजाक करके इन दोनों को खूब हंसाते थे जिससे इन दोनों की आवाज थक जाती थी और वह स्वयं गाते थे। तब दोनों बहनों ने तय किया कि किशोर कुमार को अकेले गाने देते हैं हम उनके साथ नहीं गाएंगे। गाना भले ही दोनों ने साथ में नहीं गाया पर रिश्ता नहीं टूटा वह अटूट रहा। 


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