दुनिया की सबसे बड़ी जेल में क्षमता से ढाई गुन ज्यादा कैदी
क्यों पड़ा इसका नाम तिहाड़…?
नई दिल्ली,(दिनेश शर्मा “अधिकारी”)। दुनिया की सबसे बड़ी जेलों में से एक तिहाड़ जेल में बर्तमान में उसकी क्षमता से ढाई गुना से भी अधिक कैदी बंद है। इस जेल की क्षमता 5200 कैदियों की हैं, लेकिन वर्तमान में यहां 13183 बंदी रह रहे हैं।
तिहाड़ जेल दिल्ली से सात किलोमीटर दूरी पर बनाई गई एक हाई सिक्योरिटी जेल है। तिहाड़ में बंदियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रोहिणी और मंडोली जेल बनाए गए। वर्ष 2004 में रोहिणी जेल और मंडोली जेल परिसर 2016 में बनाया गया। इस प्रकार दिल्ली में तीन जेल परिसर हैं- तिहाड़, रोहिणी और मंडोली। तिहाड़ जेल सबसे बड़ी जेल है, जिसमें अकेले में 9 परिसर हैं। यहां 5200 कैदियों को रखने की क्षमता है, लेकिन यहां 13183 कैदी रह रहे हैं। मंडोली जेल की क्षमता 1050 कैदियों की है। वहीं रोहिणी जेल की 3776 कैदियों की है। वर्तमान में मंडोली जेल में 2037 कैदी व रोहिणी जेल में 4355 कैदी बंद हैं।
जेल अधिकारियों के अनुसार तीनों जेल परिसरों में 10026 कैदियों को रखने की क्षमता है, लेकिन वर्तमान में यहां 19500 कैदी रखे गए हैं।
आखिर क्यों पड़ा तिहाड़ नाम…….
तिहाड़ जेल दिल्ली के चाणक्यपुरी से सात किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस जेल का निर्माण वर्ष 1958 में तिहाड़ गांव में करवाया गया था। इसलिए इसका नाम तिहाड़ जेल रखा गया। इसे तिहाड़ आश्रम भी कहा जाता है। इस जेल में कैदियों को संगीत, चिकित्सा सहित कई विद्याओं को प्रशिक्षण दिया जाता है, इसलिए इसे तिहाड़ आश्रम भी कहा जाता है। शुरू में तिहाड़ जेल पंजाब सरकार द्वारा संचालित था। बाद में वर्ष 1966 में इसे दिल्ली सरकार को सौंप दिया गया।
ऐसे हुई यहां कायाकल्प की शुरुआत….
वर्ष 1961 में तिहाड़ में जेल फैक्ट्री की स्थापना जेल परिसर नंबर दो में की गई। आपको बता दें कि तिहाड़ जेल की फैक्ट्री में फर्नीचर, हैण्डलूम, दर्जी, केमिकल निर्माण, हस्तनिर्मित कागज, बेकरी के सामान आदि का निर्माण किया जाता है। वर्ष 2009 में तिहाड़ जेल में जूते बनाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया। तिहाड़ जेल में बनने वाले उत्पादों से होने वाली कमाई का 25 प्रतिशत हिस्सा विक्टिम कल्याण कोष मेंजमा किया जाता है, जिससे पीडि़तों व उनके परिजनों को मुआवजा दिया जाता है। यहां काम करने वाले कैदियों को मजदूरी भी दी जाती है। इससे हर कैदी महीने कम से कम दो तीन हजार रुपए आसानी से कमा लेता है।