अयोध्या और जनकपुर के बीच टूरिस्ट रेल सेवा होगा चालू

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सुधीर।

भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और शानदार ऐतिहासिक स्थलों को भारत और दुनिया के लोगों के सामने प्रदर्शित करने के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन को साकार करने के लिए भारतीय रेलवे अपनी भारत गौरव डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन को “श्रीराम-जानकी यात्रा: अयोध्या से जनकपुर” तक एक बहुत ही खास यात्रा पर चलाने जा रहा है जो पड़ोसी देशों भारत और नेपाल के दो सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों अयोध्या और जनकपुर को कवर करती है। ये पर्यटक ट्रेन 17 फरवरी, 2023 को दिल्ली से शुरू होगी और ये पहल दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगी और दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को भी बढ़ावा देगी।

इस टूरिस्ट ट्रेन में नंदीग्राम, सीतामढ़ी, काशी और प्रयागराज की यात्रा भी अतिरिक्त आकर्षण के रूप में शामिल होगी। जनकपुर और वाराणसी में क्रमशः होटलों में दो रात्रि प्रवास होंगे, वहीं अयोध्या, सीतामढ़ी और प्रयागराज की यात्रा गंतव्य की ओर दिन के पड़ाव में शामिल होगी।

इस अत्याधुनिक डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन में दो फाइन डाइनिंग रेस्तरां, एक आधुनिक किचन, कोचों में शावर क्यूबिकल्स, सेंसर आधारित वॉशरूम फंक्शन, फुट मसाजर सहित कई अनूठी विशेषताएं हैं। पूरी तरह से वातानुकूलित इस ट्रेन में दो प्रकार के आवास हैं, फर्स्ट एसी और सेकेंड एसी। इस ट्रेन में प्रत्येक कोच के लिए सीसीटीवी कैमरों और सुरक्षा गार्डों के साथ सुरक्षा सुविधाओं को बढ़ाया गया है और इस पूरी ट्रेन में इंफोटेनमेंट सिस्टम भी लगाया गया है।

इस प्रस्तावित 7 दिवसीय भारत गौरव पर्यटक ट्रेन यात्रा का पहला पड़ाव भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में है, जहां पर्यटक श्री राम जन्मभूमि मंदिर और हनुमान मंदिर और इसके अलावा नंदीग्राम में भरत मंदिर जाएंगे। अयोध्या के बाद ये ट्रेन बिहार के सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन जाएगी और पर्यटक आगे बसों द्वारा नेपाल के जनकपुर जाएंगे जो सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन से 70 किलोमीटर दूर है। जनकपुर में ठहरने के दौरान पर्यटक राम जानकी मंदिर, सीता राम विवाह मंडप और धनुष धाम की यात्रा कर सकते हैं। जनकपुर भ्रमण के बाद अगले दिन पर्यटक वापस सीतामढ़ी लौटेंगे और सीतामढ़ी व पुनौरा धाम स्थित जानकी मंदिर के दर्शन करेंगे। सीतामढ़ी से ये ट्रेन रात भर वाराणसी के लिए चलेगी। काशी में पर्यटक सारनाथ, काशी विश्वनाथ मंदिर और गलियारा, तुलसी मंदिर और संकट मोचन हनुमान मंदिर जाएंगे। पर्यटक बस से वाराणसी से प्रयागराज जाएंगे और संगम, शंकर विमान मंडपम, हनुमान मंदिर और भारद्वाज आश्रम जाएंगे। प्रयागराज के बाद ये ट्रेन अपने सफर के 7वें दिन वापस दिल्ली लौटेगी। इस यात्रा में मेहमान लगभग 2500 किलोमीटर की यात्रा करेंगे।

एक बड़ी आबादी के लिए इस पैकेज को ज्यादा आकर्षक और किफायती बनाने के लिए आईआरसीटीसी ने पेटीएम और रेजरपे पेमेंट गेटवे के साथ करार किया है ताकि कुल भुगतान को छोटे आकार की ईएमआई में तोड़ने के लिए ईएमआई भुगतान विकल्प उपलब्ध कराया जा सके। इसमें यूज़र्स 3, 6, 9, 12, 18 या 24 महीने की ईएमआई में भुगतान करने के लिए ईएमआई भुगतान विकल्प का लाभ उठा सकते हैं। ये ईएमआई भुगतान विकल्प डेबिट/क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किए जा सकते हैं। कोविड-19 का अंतिम टीकाकरण 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी मेहमानों के लिए अनिवार्य है।

भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन की शुरुआत घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की पहल “देखो अपना देश” के अनुरूप की गई है। 39,775/- रुपये प्रति व्यक्ति की कीमत पर शुरू होने वाली ये ट्रेन 7 दिनों के ऑल इनक्लूसिव टूर पैकेज वाली होगी और इस कीमत में संबंधित श्रेणी में ट्रेन यात्रा, एसी होटलों में रात का ठहराव, हर वक्त का भोजन (केवल शाकाहारी), बसों में घूमना और दर्शनीय स्थलों का भ्रमण, यात्रा बीमा और गाइड लोगों की सेवाएं शामिल होंगी।


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