जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल का बयान इस्लामिक जिहाद के पीड़ितों के जख्मो पर नमक मलने जैसा-महामंडलेश्वर

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सुधीर।

जम्मू 5 जनवरी / धर्मनिरपेक्षता के नाम पर मुस्लिम प्रेम में उन्मादी हो चुके नेताओ और तथाकथित बुद्धिजीवियों को इस्लाम की सच्चाई समझाने के लिये इस्लाम के मूलभूत सिद्धांतो और इस्लामिक इतिहास को लेकर एक कोर्स शुरू करेंगे महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज।

महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी के नेतृत्व में सन्यासियों का एक दल उपराज्यपाल मनोज सिन्हा जी को कुरआन सहित इस्लाम के इतिहास को सही तरह से बताने वाली पुस्तके भेंट करने 8 जनवरी 2023 को शिवशक्ति धाम डासना से जम्मू कश्मीर के लिये रवाना होंगे।ये सन्यासी उपराज्यपाल महोदय को जम्मू कश्मीर में इस्लाम की मूलभूत अवधारणा के कारण हो रही लक्ष्यित हिंसा के साथ साथ मोहम्मद से लेकर अब तक इस्लाम के नाम पर हो रहे कत्लेआम के बारे में समझाने का प्रयास करेंगे।

इस बारे में बताते हुए शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि मनोज सिन्हा जी निर्दोष हिन्दुओ के कातिलो की मानसिकता और पीड़ित हिन्दुओ के दर्द को समझने में असफल रहे हैं।उनका यह बयान बताता है कि हिन्दुओ के तथाकथित नेता केवल हिन्दुओ की लाशों पर ही राजनीति कर सकते हैं।सत्य और न्याय के लिए जूझना इनके बस में नहीं है।आज संचार क्रांति के दौर में जब कुरान,हदीसो और इस्लाम के जिहाद का एक एक पन्ना पढ़ा जा रहा है,ये कहना कि जम्मू कश्मीर में हो रही लक्ष्यित हिंसा को किसी मजहब से नही जोड़ना चाहिये,ये जम्मू कश्मीर सहित पूरी दुनिया मे इस्लाम के जिहाद के नाम पर मारे गए निर्दोषो के जख्मो पर नमक मलने जैसा है।इसके लिये जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा जी को क्षमा मांगनी चाहिये।मनोज सिन्हा जी सहित इस तरह के झूठे और तथ्यविहीन दावे करने वाले सभी तथाकथित स्वघोषित विद्वानों को समझना चाहिये कि इस्लाम के जिहाद का बचाव करके जिस दुनिया को वो जहन्नुम बनाने का कार्य कर रहे हैं, उसी दुनिया मे उनके भी परिवार के लोग रहते हैं।ये सत्ता का ताम झाम हमेशा नहीं रहने वाला है।जो गढ्ढे वो सारे गैर मुस्लिमों के लिये खोद रहे हैं, उन्ही गढ्ढो में एक दिन उनकी संताने भी दफन होंगी।ऐसे लोगो को यह भी स्मरण रखना चाहिये कि ऐसा करके वो अपने धर्म और अपने पूर्वजों को भी धोखा दे रहे हैं जिसके परिणाम बहुत गम्भीर होंगे।

महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने बताया कि उनके साथ जम्मू कश्मीर जाने वालों में कार्ष्णि स्वामी अमृतानंद जी महाराज,स्वामी मछेन्द्र पूरी जी महाराज,स्वामी राजेन्द्र पूरी जी महाराज,खड़ेश्री स्वामी राघवेंद्र पूरी जी महाराज,बालयोगी ज्ञाननाथ जी महाराज,योगी सरोजनाथ जी महाराज सहित सभी यति सन्यासी सम्मिलित होंगे।


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