रांची में पर्यटन स्थलों के विकास को लेकर के के केंद्रीय मंत्री से मिले सांसद संजय सेठ

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डॉक्टर अजय ओझा।

प्रमुख पर्यटन स्थलों के विकास व वाटर स्पोर्ट्स जैसी सुविधाएं देने का किया आग्रह।

रांची, 16 दिसंबर। रांची के सांसद श्री संजय सेठ ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री जी किशन रेड्डी से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान सांसद ने केंद्रीय मंत्री को रांची लोकसभा क्षेत्र में पर्यटन की संभावनाओं पर चर्चा की और रांची के प्रमुख क्षेत्रों को राष्ट्रीय पटल पर लाने के लिए एक आग्रह पत्र भी सौंपा। इस आग्रह पत्र में सांसद ने रांची लोकसभा क्षेत्र में पर्यटन विकास को लेकर 4 बिंदुओं पर उनसे आग्रह किया है। सांसद ने कहा है कि रांची लोकसभा क्षेत्र में स्थित कुछ महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल विभिन्न क्षेत्रों में अपना बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। इन्हें राष्ट्रीय पटल पर जोड़ा जाए ताकि इनकी पहचान न सिर्फ राष्ट्रीय पटल पर बन सके बल्कि दूसरे क्षेत्र के लोगों का इस क्षेत्र के लोगों से जुड़कर सांस्कृतिक आदान-प्रदान भी हो सके। स्थानीय लोगों के लिए स्वरोजगार के नए अवसर तैयार हों। इसके साथ ही क्षेत्र के विकास को गति प्रदान की जा सके।

सांसद ने मंत्री को दिए आग्रह पत्र में कहा है कि रांची के ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में देवलटांड़ गांव है, यहां भगवान महावीर ने चतुर्मास किया था। इस स्थल का इतिहास 2700 वर्ष पुराना है। आसपास आदिवासी बहुल क्षेत्र है, जो विशुद्ध रूप से शाकाहार और सत्यव्रत जीवन का पालन करते हैं। चूंकि यह क्षेत्र भगवान महावीर से जुड़ा हुआ है, इसलिए वैश्विक स्तर पर इसकी पहचान बने, इस दिशा में काम करने की आवश्यकता है। आज भी देशभर से बड़ी संख्या में जैन धर्मावलंबी यहां आते हैं। राष्ट्रीय पटल पर क्षेत्र का विकास करने से स्थानीय लोगों का भी विकास हो सकेगा।

वहीं रांची के प्रमुख डैम को लेकर श्री सेठ ने मंत्री को बताया कि चांडिल डैम, रुक्का डैम व गेतलसुद डैम बहुत ही महत्वपूर्ण स्थल हैं, जहां वर्षभर सैलानियों की आवाजाही होती है। इन सभी डैम में सालों भर पानी रहता है। विभिन्न उद्देश्यों से बने इन डैम में वाटर स्पोर्ट्स की अपार संभावनाएं हैं। वाटर स्पोर्ट्स के साथ-साथ, राष्ट्रीय स्तर के पर्यटन स्थल के रूप में इनका विकास किया जा सकता है। एक दीर्घकालिक योजना बनाकर यहां वाटर स्पोर्ट्स की संभावनाओं पर काम किया जाए ताकि यह क्षेत्र देश स्तर पर वाटर स्पोर्ट्स के क्षेत्र में अपनी पहचान बना सके।

इसके अलावे रांची में ही स्थित टैगोर हिल रांची सहित पूरे झारखंड का बहुत ही प्रसिद्ध व आकर्षक स्थल है। श्रद्धेय रविंद्रनाथ टैगोर जी के पारिवारिक जुड़ाव के कारण इस स्थल की प्रसिद्धि और भी ज्यादा है। राष्ट्रीय पटल पर यह स्थान अपनी पहचान रखता है, इसकी पहचान को और विस्तार मिल सके। यहां सैलानियों की आवाजाही में और बढ़ोतरी हो, इस हेतु राष्ट्रीय स्तर पर योजना बनाकर यहां काम किए जाने की आवश्यकता है।

अपने आग्रह पत्र में सांसद ने कहा है कि रांची लोकसभा क्षेत्र प्राकृतिक झरनों के लिए भी बहुत मशहूर है। कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि प्रकृति ने रांची लोकसभा क्षेत्र को कई झरने दिए हैं, जो सालों भर देशभर के सैलानियों के आकर्षण का केंद्र होते हैं। इनमें से दशम, हुंडरू, जोन्हा जैसे कई ऐसे झरने हैं, जो राष्ट्रीय पटल पर अपनी पहचान रखते हैं। इनकी पहचान को भी विस्तार देने की आवश्यकता है। यहां सैलानियों की संख्या में बढ़ोतरी हो, इस दिशा में काम किए जाने की आवश्यकता है। सभी झरने चारों तरफ घने जंगल और पहाड़ियों से घिरे हुए हैं। यहां रोपवे, पैराग्लाइडिंग, पर्वतारोहण जैसी सुविधाएं देने से सैलानियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। इस स्थल का समुचित विकास भी हो सकेगा।

उन्होंने केंद्रीय मंत्री से आग्रह किया है कि उपरोक्त बिंदुओं पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए पहल करने की कृपा करें ताकि राष्ट्रीय पर्यटन के साथ झारखंड के स्थल भी जुड़ सकें। राष्ट्रीय पटल पर इनकी पहचान को विस्तार मिल सके।


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