खबर रायबरेली:फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करने के लिए लोगों से माइकिंग के माध्यम से की गई अपील

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जतिन कुमार चतुर्वेदी

तीन गांवों के लगभग 50 लोगों ने किया फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन।आचकापुर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बूथ लगाकर कराया गया फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन ।

भाइयों, बहनों सलाम अलैकुम। सबको बताना चाहता हूँ बीमारी से ख़ुद को महफ़ूज़ रखना हम सब की जिम्मेदारी है। आप खुद को या अपने घरवालों को हाथी जैसे पांव या हाइड्रोसिल जैसी बीमारी में नहीं देखना चाहेंगे। लिहाज़ा फ़ाइलेरिया से बचाव की दवा ज़रूर खाएं और अपने परिवार को भी खिलाएं। आशा आंगनवाड़ी बहनें घर-घर आकर दवा ख़िला रही हैं। उनका सहयोग करें। आप फाइलेरिया प्रभावित इलाके में रहते हैं ये दवाएं आपकी हिफ़ाजत करेंगी।
इन संदेशों का प्रचार बुधवार को हरचंदपुर ब्लॉक के कंडौरा, आचकापुर, छतैया और शोभापुर गांव में स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में स्वयंसेवी संस्था सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च ( सीफॉर) के सहयोग से किया गया । इन क्षेत्रों में माइकिंग कराई गई और लोगों से फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करने की अपील की गई । इससे पहले हरचंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) अधीक्षक डा. राजीव गौतम ने प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया । उन्हाेंने कहा कि फाइलेरिया लाइलाज बीमारी है । इससे बचने का एकमात्र उपाय फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन करना है । साल में एक बार लगातार तीन साल तक फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कर इस बीमारी से बचा जा सकता है । एक बार अगर यह बीमारी हो गई तो वह ठीक नहीं होती है और व्यक्ति को आजीवन के लिए दिव्यांग बना देती है ।
इस अवसर पर आशा कार्यकर्तायें और सीफॉर के प्रतिनिधि मौजूद रहे ।
इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने आचकापुर में फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करवाने के लिए बूथ भी लगाया था जिसमें लगभग 25 लोगों ने फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया ।

इन संदेशों को सुनने के बाद
कंडौरा गांव में लगभग 15 लोगों ने फाइलेरियारोधी दवा का सेवन किया ।
कंडौरा निवासी केशव चंद्र शुक्ला ने तो दवा का सेवन तो स्वयं किया भी और जब उनके बच्चे स्कूल से लौटकर आए तो उन्हें भी कराया ।
उन्होंने कहा कि जो बातें हमने लाउडस्पीकर पर सुनी कि दवा का सेवन करने से हाथी पांव नहीं होगा तो इसलिए हमने दवा का सेवन किया । दवा सेवन के बाद हमें और हमारे परिवार में किसी को कोई भी समस्या नहीं हुई ।
आचकापुर गांव के सुनील मिश्रा ने भी परिवार सहित दवा का सेवन किया और अन्य लोगों से फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन करने की अपील की ।


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