खबर रायबरेली:फाइलेरिया के उन्मूलन में जनपदवासी करें सहयोग : सीएमओ मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने की फाइलेरिया रोधी दवा खाने की अपील

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जतिन कुमार चतुर्वेदी

राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जनपद में सर्वजन दवा सेवन(आईडीए) अभियान चल रहा है | 10 अगस्त शुरू हुआ अभियान 28 अगस्त तक चलेगा,जिसके तहत लोगोंको फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कराया जा रहा है |
इसी क्रम में गुरुवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. वीरेंद्र सिंह ने जनपद वासियों से अपील की है कि स्वास्थ्यकर्मी जब भी फाइलेरियारोधी दवा का सेवन कराने आयें तो कोई बहाना न करें, इसका सेवन अवश्य करें क्योंकि फाइलेरिया लाइलाज और संक्रामक बीमारी है जो कि क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होती है | यह व्यक्ति को जीवनभर के लिए दिव्यांग बना देती है | यदि मच्छर फाइलेरिया से संक्रमित व्यक्ति को काटता है तो उसके शरीर में संक्रमित व्यक्ति के रक्त के माध्यम से फाइलेरिया के परजीवी पहुँच जाते हैं और जब यह संक्रमित मच्छर स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो उसे भी संक्रमित कर देता है |

पिछले साल जनपद में 12,775 फाइलेरिया के मरीज चिन्हित किए गए थे, जिसमें हाइड्रोसील के 935 मरीज हैं |
फाइलेरिया के लक्षण पांच से15 वर्षों के पश्चात नजर आते हैं | यह लक्षण हाथ, पैर, स्तन या अंडकोष में सूजन (हाइड्रोसील), पेशाब में सफेद रंग के द्रव्य का स्राव (काईलूरिया), लम्बे समय से सूखी खांसी (ट्रोपिकल स्नोफीलिया) आदि के रूप में दिखाई देता है।
इस बीमारी से बचाव के लिए फाइलेरियारोधी औषधि का सेवन ही एकमात्र उपाय है।
उन्होंने जनमानस से अपील की है कि जनपद में लक्ष्य के सापेक्ष 60 फीसद लोगों ने फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया है | इसको शत प्रतिशत तक लाने एवं फाइलेरिया रोग के संचरण को नियंत्रित किये जाने में विभाग का सहयोग करें |


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