‘‘ महंगाई पर चर्चा’’ कार्यक्रम के तहत झारखंड कांग्रेस ने आयोजित किया संवाददाता सम्मेलन

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डॉ अजय ओझा।

मोदी सरकार की मंहगाई पर जुमलेबाजी से आम जनता बेहाल।

रांची, 17 अगस्त । झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के तत्वावधान में आज कांग्रेस भवन, रांची में अपराह्न 01ः30 बजे संवाददाता का आयोजन किया गया। संवाददाता सम्मेलन को प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर, कांग्रेस विधायक दल के नेता और ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने संबोधित किया। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा, सतीश पॉल मुंजनी, रविन्द्र सिंह, शमशेर आलम, अमुल्य नीरज खलखो मुख्य रूप से उपस्थित थे।

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झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2013-14 का वो दौर याद कीजिए। मोदी जी देश के युवाओं और आम लोगों को कैसे-कैसे सपने दिखा रहे थे। अपने लगभग हर भाषण में वादा करते थे कि सत्ता में आते ही बेरोजगारी और महंगाई को खत्म कर देंगे। ‘बहुत हुई महंगाई की मार …!’ जैसे नारों की गूंज हर जगह सुनाई दे रही थी। आज उन्हें सत्ता में आए 8 साल से ज्यादा हो गए हैं । लेकिन महंगाई और बेरोजगारी कम होने की बजाए आसमान छू रही है ।

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उनकी विफल आर्थिक नीतियों के कारण देश में महंगाई रिकॉर्ड स्तर पर है। बीते 14 महीनों से महंगाई दर दोहरे अंकों में है । पेट्रोल , डीजल , सीएनजी एवं रसोई गैस से लेकर अनाज , दालें , कुकिंग ऑयल जैसी जरूरी चीजों की कीमतें भी आसमान छू रही हैं । मोदी सरकार द्वारा आटा , चावल , दही , पनीर , शहद , जैसी रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं पर ळैज् लगाने से महंगाई और बढ़ी है । इस सरकार की बेशर्मी देखिए , बच्चों के लिए पेंसिल और शार्पनर से लेकर हॉस्पिटल बेड एवं शमशान घाट के निर्माण पर भी जीएसटी लगा दी है ।

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यदि यूपीए शासन काल से तुलना करें तो आज हर चीज की कीमत बेहिसाब बढ़ी हुई है । कुछ चीजों के दाम दोगुने से भी अधिक हो गए हैं।

वर्ष 2014   वर्ष 2022   कीमत में वृद्धि

एलपीजी सिलेंडर 410 रू. प्रति सिलेंडर 1053 प्रति सिलेंडर 156 प्रतिशत

पेट्रोल 71 रू. प्रति लीटर 100 प्रति लीटर 40 प्रतिशत
डीजल 57 प्रति लीटर 95 प्रति लीटर 75 प्रतिशत
सरसो तेल 90 रू. प्रति किलो 200 प्रति किलो 122 प्रतिशत
आटा 22 रू. प्रति किलो 35-40 प्रति किलो 81 प्रतिशत
दूध 35 रू. प्रति लीटर 60 प्रति लीटर 71 प्रतिशत

इसी तरह सब्जियों की कीमतों में 35: तक वृद्धि हुई है । नमक 41: महंगा हुआ है । दालें 60-65: तक महंगी हो गई हैं । कोई भी ऐसी चीज नहीं है जिसकी कीमत इस सरकार में न बढ़ी हो । मोदी सरकार महंगाई को तो नियंत्रित कर नहीं पा रही है उल्टा पहले से ही परेशान जनता पर टैक्स का बोझ डाल कर अपना खजाना भरने में लगी है ।

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श्री ठाकुर ने कहा कि जब-जब महंगाई का वार देश पर होता है, कांग्रेस अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए हर माध्यम से उस गरीब मजदूर, बेरोजगार तक अपनी आवाज पहुंचा कर उसे ये भरोसा दिलाना चाहती है कि वो इस मार में अकेले नहीं हैं। हम इस मार के वार को जो उस पर हो रहा है, हम उसे महसूस कर रहे हैं उस दर्द और पीड़ा को और इसे लेकर कांग्रेस पूरी तरह से केन्द्र की भाजपा की सरकार के खिलाफ हर तरीका का मोर्चा हम संभालेंगे। मजबूर करेंगे केन्द्र की सरकार को कि अपने पूंजीपति मित्रों की चिंता छोड़ दीजिए कुछ समय के लिए।

आज सभी साथियों के माध्यम से एक बार फिर केन्द्र की भाजपा सरकार, देश के प्रधानमंत्री, नरेन्द्र मोदी जी से हाथ जोड़कर निवेदन करते हैं, वो म से महंगाई में जो म है, वो उस मां की भी शायद एक बार दोबारा याद दिला रहा होगा जिस मां को आप कहते थे आंखें लकड़ी के चूल्हे से अंधी हो रही हैं। ये महंगाई का म आपको उस मां की याद दिलाए, ताकि आप थोड़ा तरस खाएं, उज्जवला गैस योजना के तहत आपके दिए गए सिलेंडर आज खाली पड़े हुए हैं। म से महंगाई में म से वो माँ आज एक बार फिर प्रधानमंत्री जी आपकी तरफ देख रही है। हम, कांग्रेस मांग करती है कि तुरंत इन बढ़ती कीमतों को वापस लिया जाए। हर त्योहार से पहले हम देखते हैं कि उपहार की जगह वार मिलता है और ये इस बार भी देखने को मिल रहा है।

कांग्रेस के समय भी आपने कांग्रेस की सरकारों को, महंगाई को, अंतर्राष्ट्रीय बाजार की कीमतों को कवर किया है। आप इस सच्चाई को भली-भांति जानते हैं कि आज अंतर्राष्ट्रीय बाजार की कीमतें कहाँ है। उस समय देश में एक्साइज पेट्रोल-डीजल पर क्या थी, अभी आपको बताया है, आज क्या है। 27 लाख करोड़ रुपया इस सरकार ने पिछले 8 सालों में उगाहा है, लगाया कहाँ हैं? सबकुछ बेच डाला आपने, देश की सारी संपत्तियाँ आपने बेच डाली हैं। महंगाई चरम पर है। युवा बेरोजगार है। कम से कम कांग्रेस के समय पर कितना था? मैं पूछना चाहती हूँ कि क्या कांग्रेस के शासन में कभी भी पेट्रोल सौ पार किया, हाँ या न? जवाब है- न। क्या कांग्रेस की सरकार ने कभी भी एलपीजी गैस का सिलेंडर उस गरीब मजदूर के लिए हजार पार किया, हां या न? जवाब है- न। बेरोजगारी की दर आज जिस स्तर को छू रही है, क्या कांग्रेस की सरकार के दौरान इतनी बेरोजगारी की दर थी, हां या न? जवाब है- न।

कांग्रेस विधायक दल के नेता और ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि
भाजपा के सत्ता में आने से पहले 2014 में पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9.48 रुपए प्रति लीटर था और डीज़ल पर 3.56 रुपए प्रति लीटर । मोदी सरकार ने इसे बढ़ाकर पेट्रोल पर 32.98 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 31.83 रुपए प्रति लीटर कर दिया । ये सरकार यूपीए की तुलना में पेट्रोल – डीजल पर 186 प्रतिशत ज्यादा टैक्स वसूल रही है ।

ऽ 2021-22 में देश का कुल कर संग्रह भी 34 फीसदी बढ़कर 27.07 लाख करोड़ हो गया , जो बजट में लगाए गए 22.17 लाख करोड़ के अनुमान से 5 लाख करोड़ ज्यादा है । इसमें एक बड़ा हिस्सा जीएसटी का है । सरकार पहले ही जीएसटी से इतना पैसा कमा रही है फिर भी इसकी भूख शांत नहीं हो रही । अब आटा , दही , पनीर जैसी रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी दी गई है ।

एक तरफ जनता से भरपूर टैक्स वसूला जा रहा है दूसरी तरफ लोगों को मिलने वाली सुविधाएं खत्म की जा रही हैं । गैस पर मिलने वाली सब्सिडी दो साल पहले ही खत्म कर दी गई थी । हाल ही में सरकार ने सीनियर सिटीजन को ट्रेन टिकट में मिलने वाली छूट भी खत्म कर दी । इस सरकार के शासन का तरीका अंग्रेजों से मिलता – जुलता है । इन्हें जनता की समस्याओं से कोई मतलब नहीं है । ये सिर्फ जनता को लूटने और अपना खजाना भरने में लगे हैं । मोदी राज में एक तरफ लोग महंगाई की मार से त्रस्त है दूसरी तरफ बेरोजगारी का दंश झेलने को मजबूर हैं ।

प्रधानमंत्री मोदी ने हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था लेकिन उनकी गलत आर्थिक नीतियों की वजह 14 करोड़ कुछ वर्षों में बेरोजगार हुए हैं । आज 20 से 24 आयु वर्ग के 42 : युवा बेरोजगार बैठे हैं ।

पहले बिना सोचे – समझे नोटबंदी की गई । फिर जल्दबाजी में जीएसटी लागू किया गया। इससे 2,30,000 से अधिक लघु उद्योग बंद हुए और करोंड़ो लोगों के रोजगार खत्म हो गए। देश आज तक नोटबंदी और जीएसटी की मार से नहीं उबर पाया है ।

इस सरकार में पीएसयूज लगातार बेचे जा रहे हैं । स्टार्टअप्स एवं अन्य छोटे उद्योग धंधे बंद हो रहे हैं । रोजगार न मिलने से देश के युवा हताश और निराश हैं । ये शर्मकी बात है कि अवसर के अभाव में पीएचडी होल्डर्स भी चपरासी की नौकरी के लिए आवेदन पत्र भरने को मजबूर हैं ।

हाल ही में लाई गई अग्निपथ योजना ने तो युवाओं के घाव पर नमक छिड़कने का काम किया है । जो युवा सेना में शामिल होकर गर्व से देश सेवा का सपना देखते थे उन्हें 4 वर्ष के लिए ठेके पर नौकरी करने को कहा जा रहा है । इसमें न पेंशन की गारंटी है और न ही सुरक्षित भविष्य की । ऐसे में युवा तनाव मुक्त होकर देश सेवा कैसे करेंगे ?

एक तरफ देश में करोड़ों युवा बेरोजगार बैठे हैं। दूसरी तरफ केंद्र सरकार के कई विभागों में करीब10 लाख पद खाली पड़े हैं।

कुल मिलाकर देखें तो लोग बेरोजगारी और महंगाई की दोहरी मार झेलने को मजबूर है । कांग्रेस पार्टी इस कठिन समय में जनता के साथ खड़ी है । हम संसद से लेकर सड़क तक लगातार महंगाई एवं बेरोजगारी के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं । इस कड़ी में 5 अगस्त को देशव्यापी प्रदर्शन भी हुआ है ।

हमारी मांग है कि सरकार जल्द से जल्द महंगाई कम करने के अपने वादों को पूरा करे । साथ ही रोजगार को लेकर युवाओं से किए वादे भी निभाए और बेरोजारों के लिए रोजगार का प्रबंध करे नहीं तो हमारा आंदोलन और तेज होगा ।


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