अखिल भारतीय विद्वत परिषद का अलंकरण समारोह संपन्न

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राजकुमार प्रसून।

वाराणसी (18 दिसम्बर 2022)- अखिल भारतीय विद्वत परिषद का अलंकरण समारोह रामनाथ चौधरी शोध संस्थान प्रांगण नारियां,सुंदरपुर वाराणसी में अयोजित हुआ,अलंकरण समारोह में स्वागत भाषण तथा विषय प्रतिवादन डॉ कामेश्वर उपाध्याय ने किया, प्रोफेसर टी.पी.चतुर्वेदी व कैलाश नाथ तिवारी द्वारा मंच पर आसीन अतिथियों का पुष्प माला पहनाकर स्वागत किया गया तथा परिषद के युवा प्रभारी आचार्य धवल उपाध्याय द्वारा विद्वत जनों को शाल व स्फटिक का माला पहनाकर स्वागत किया गया ।

इसके उपरांत सम्मान समारोह मे प्रथम रूप से पूज्य स्वामी आनंद स्वरूप महाराज जी अध्यक्ष,शंकराचार्य परिषद को “धर्म धुरंधर” उपाधि से विभूषित किया गया l माननीय सुव्रत पाठक,सांसद कन्नौज को “राजनय मार्तण्ड” उपाधि से सम्मानित किया गया l सन 2022 में देश के तीन राज्यों से तीन विशिष्ट विभूतियों को “महामहोपाध्याय” की उपाधि प्रदान की गयी जिसमें प्रो0 नागेन्द्र पांडेय (उत्तर प्रदेश),प्रो0 वसंत कुमार मनु भाई भट्ट (गुजरात) तथा प्रो0 गोविन्द दत्तात्रेय गंधी (मध्य प्रदेश) प्रमुख थे ।

विद्वत परिषद की सर्वाधिक चर्चित उपाधि “विद्वतभूषण” प्रमुख 13 विभूतियों को समर्पित की गयी जिसमें वाराणसी के विभूतियों के साथ ही उड़ीसा राज्य की आचार्य अन्नपूर्णा देवी को “साहित्य सरस्वती” सम्मान से सम्मानित किया गया, इसके पश्चात अन्य “युवा प्रतिभा” सम्मान में प्रदेश व देश के चिकित्सा,बैंकिंग तथा अधिवक्ता आदि लोगों को सम्मान प्रदान हुआ।

इसके पश्चात विद्वानों द्वारा लिखित “ग्रंथ” आधारित पुरस्कार में डॉ वेद प्रकाश उपाध्याय,चंडीगढ़ को “याज्ञवल्क्य पुरस्कार” डॉ जीतराम भट्ट, नई दिल्ली को “महाकवि कालिदास” पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।

इस अवसर पर अखिल भारतीय विद्वत परिषद की ओर से प्रकाशित “श्रीसप्तशती पूजा विधानम” तथा “देवल स्मृति” पुस्तक का विमोचन किया गया ।

मुख्य अतिथि व कन्नौज के सांसद श्री सुव्रत पाठक ने हिन्दू एकता व जन जागरण हेतु लोगों से एकजुटता की अपील की और कहा कि अब हिन्दुओ को अपनी परम्परा व संस्कृति को बचाने हेतु आगे आना होगा ।

प्रो0 टी.पी. चतुर्वेदी ने कार्यक्रम में आए हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया ।

इस अवसर पर तमाम विद्वत जन सहित संस्था के पदाधिकारी मौजूद थे ।

न्यूज व फोटो : राजकुमार प्रसून , वाराणसी l


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