भारतीय फैशन उद्योग विश्व भर में व्याप्त- श्री कुशल कुमार

Share:

मनीष कपूर।

5 जून 2023 । परिधि क्रिएशन, नई दिल्ली के CEOs श्री कुशल कुमार और श्रीमती पूर्ति कुमार ने रूचि इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिएटिव आर्ट्स द्वारा आयोजित वार्षिक परिधान प्रस्तुति-2023 का उद्घाटन किया। छात्रों को संबोधित करते हुए संस्थान के एल्यूमिना श्री कुशल कुमार ने कहा कि एक समारोह का उद्घाटन करना महान सम्मान की बात है, जिसमें वह खुद 25 साल पहले प्रशिक्षण लिए थे। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारतीय फैशन उद्योग की उपस्थिति दुनिया भर में है और इस क्षेत्र में करियर के विभिन्न विकल्प हैं। श्रीमती पूर्ति कुमार ने छात्रों द्वारा डिजाइन किए गए परिधानों की सराहना की और कहा कि ये डिजाइन हाल के फैशन ट्रेंड के अनुरूप हैं और अंतरराष्ट्रीय बाजार के साथ तुलनीय हैं।

डॉ. हरीश चन्द्र जायसवाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि वह पिछले 20 वर्षों से रूचिज इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिएटिव आर्ट्स के छात्रों द्वारा की गई प्रस्तुतियों को देख रहे हैं और प्रत्येक वर्ष छात्रों का काम और डिजाइन पिछले वर्ष से आगे निकल जाता है। आपने संस्थान के शिक्षकों एवं स्टाफ द्वारा छात्रों को अच्छी तरह से मार्गदर्शन करने और कौशल निखारने एवं उच्च श्रेणी का प्रशिक्षण प्रदान करके नौकरी के अवसर उपलब्ध कराने के लिए बधाई दी।
संस्थान की प्राचार्या डॉ रुचि मित्तल ने सभी सम्मानित अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया। आपने इस बात पर प्रकाश डाला कि संस्थान द्वारा आयोजित की जा रही यह 30वीं परिधान प्रस्तुति है। छात्रों द्वारा स्वयं डिजाइन, निर्मित और प्रस्तुत किए गए परिधानों की बारीकियों के बारे में बताते हुए, आपने कहा कि परिधान प्रस्तुति पाठ्यक्रम प्रशिक्षण का ही भाग है, और छात्रों को रचनात्मक तरीके से अपनी रचनाओं के बारे में बोलने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए आयोजित की गई है।

कार्यक्रम की शुरुआत झालरों के साथ आकर्षक डिजाइनर नेट गाउन के साथ हुई, इसके बाद विभिन्न शैलियों में साड़ी की प्रस्तुति की गई। भूटानी राष्ट्रीय पोशाक, किरा और घो से प्रेरित रैप-ए-राउंड स्कर्ट उत्तर प्रदेश की जलवायु के अनुरूप डिजाइन किए गए थे। छात्रों ने स्क्रीन प्रिंटेड फ्लोरल पैटर्न के साथ सूती कपड़े से बने अनुकूलित किरा एंड घो को पहनकर रैंप पर वॉक किया और हाथ से बने आभूषणों के साथ शानदार उपस्थिति दर्ज कराई।

दो संस्कृतियों के समामेलन को दर्शाते हुए छात्रों ने नेट वाली एक्सेसरीज के साथ शरारा ड्रेस पहनकर रैंप वॉक किया। मखमली क्रॉप-टॉप के साथ सफेद साटन पैंट और प्रिंटेड नेट फैब्रिक श्रग को दर्शकों ने खूब सराहा।

प्लाज़ो के साथ डार्क पीच कलर का नायरा सूट और इंडियन समर के लिए पूरी तरह से सूट करने वाले पैंट्स को काफी सराहा गया। स्मॉकिंग और शियरिंग के साथ सफेद साटन फैब्रिक मिडिस ने छात्रों की रचनात्मक डिजाइनिंग क्षमता का प्रदर्शन किया।

कपड़े के टुकड़ों को जोड़ने और सुंदर कपड़े बनाने की कला को फैब्रिक पीसिंग कहा जाता है। यह अब बहुत प्रचलन में है क्योंकि यह इको-फ्रेंडली फैशन को बढ़ावा देने, पर्यावरण के अनुकूल और पुनः उपयोग में मदद करता है। छात्राओं ने लॉन्ग स्कर्ट में रैंप वॉक कर अपने इको-फ्रेंडली डिजाइन पेश किए।

एक घंटे के शो में छात्रों द्वारा 100 से अधिक डिजाइन प्रस्तुत किए गए। अंत में श्री देवेंद्र पाण्डेय ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन एंजेल साहू ने किया। मंच का संचालन प्रियंका शर्मा ने किया, कोरियोग्राफी सुनील पांडेय ने की और मंच की सजावट राधेश्याम गुप्ता, नीरज, रामसजीवन और प्रदीप सिंह ने की। इस अवसर पर डॉ. पूर्णिमा सिंह, पदमा सिंह, श्रीमती बीना जायसवाल, डॉ. अनिल मिश्रा, श्री शिवेशधर त्रिपाठी, श्री संजय काला, विद्यार्थियों के अभिवावक तथा अन्य विशिष्ट गण मौजूद रहें।


Share: